यहां प्रत्येक महिला में बहादुरी एवं त्याग की स्पष्ट छवि दिखाई देतीः डॉ रश्मि सिंह
नारी शक्ति समस्त मानव समाज की शक्तिः पूनम शर्मा
‘‘आकाँक्षा उत्सव-2025’’ रायफल क्लब, झांसी में सम्पन्न
झांसी। आकाँक्षा समिति की अध्यक्षा डॉ. रश्मि सिंह (आईएएस) ने कहा कि झांसी वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के शौर्य एवं बलिदान की भूमि है। यहां प्रत्येक महिला में बहादुरी एवं त्याग की स्पष्ट छवि दिखाई देती है। उन्होने कहा कि शासकीय सेवा में कार्यरत महिलायें चुनौतियों का सामना करते हुये अपने परिवार एवं प्रशासनिक दायित्वों का निर्वहन करती हैं। यह बात उन्होंने रायफल क्लब में आयोजित आकांक्षा उत्सव -2025 का शुभारंभ करते हुए कही हैं।
उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों का सामना करने के लिए महिलायें आवश्यक साहस एवं धैर्य का अनुपालन भी करती है। सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से आकाँक्षा सखियों, समूह की महिलाओं एवं घरेलु कार्यो सहित विभिन्न विधाओं में संलग्न महिलाओं को जोड़ने के लिए यहां के प्रशासनिक अधिकारी अभिनन्दन के पात्र हैं। वहीं, फिक्की महिला संगठन की अध्यक्षा श्रीमती पूनम शर्मा ने कहा कि नारी शक्ति समस्त मानव समाज की शक्ति है। महिलाओं का सामाजिक सशक्तिकरण उनके आर्थिक विकास पर निर्भर करता है, इसलिए महिलाओं के विकास हेतु उनका आर्थिक रुप से सुदृढ़ होना अतिआवश्यक हैं। उन्होने कहा कि इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलायें आकाँक्षा समिति से जुड़कर अपने जीवन में अद्वितीय कार्य करें।
महिलायें घर की नींव होती हैः रचना विमल दुबे
अध्यक्षा आकाँक्षा समिति, झांसी मण्डल प्रो. (डॉ.) रचना बिमल दुबे ने कहा कि महिलायें घर की नींव होती हैं, यदि नींव मजबूत होगी तो घर का बुर्ज भी उतनी ही शिखर पर दृश्यमान होगा। उन्होने कहा कि कोरोना महामारी ने हमारे भीतर एक अदृश्य भय को व्याप्त कर दिया था।
एमओयू हस्ताक्षरित किए गए
सर्किट हाउस में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी के मध्य सहयोग प्रतिबद्धता ज्ञापन कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय, डॉ. रश्मि सिंह (आईएएस) अध्यक्षा आकाँक्षा समिति उप्र. एवं अध्यक्षा आकाँक्षा समिति, झांसी मण्डल प्रो. (डॉ.) रचना बिमल दुबे की उपस्थिति में एमओयू हस्ताक्षरित किये गये है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में शैक्षिक एवं औद्योगिक क्रियाओं को बढ़ावा देने के लिए खाद्य प्रसंस्करण से सम्बधित समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किए गए है, यह हमारे लिए अत्यधिक सौहार्द की बात है। इस अवसर पर जिलाधिकारी मृदुल चौधरी, एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति, सीडीओ जुनैद अहमद सहित आकाँक्षा समिति के सदस्यगण उपस्थित रहे।
‘आकाँक्षा बिक्री केन्द्र’’ का लोकार्पण किया
मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों द्वारा मण्डल स्तर पर स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित हस्तशिल्प उत्पादों के बिक्री हेतु ‘‘आकाँक्षा बिक्री केन्द्र’’ का लोकार्पण किया, जिससे पार्क में आने वाले लोगों को वर्षभर हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री का लाभ प्राप्त हो सके। इसके साथ ही अतिथियों द्वारा कलैक्ट्रेट परिसर में आगुंतकों के खानपान हेतु सःशुल्क प्रेरणा कैफे का शुभारम्भ भी किया गया, इस कैफे का संचालन आजाद स्वयं सहायता समूह रक्सा, विकास खण्ड बबीना श्रीमती रानी देवी द्वारा समूह की 10 महिलाओं के सहयोग से पूर्ण किया जायेगा। इस दौरान जनरल विपिन रावत पार्क में मण्डलायुक्त बिमल कुमार दुबे, नगर आयुक्त सत्यप्रकाश, अपर नगर आयुक्त मो. कमर सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
यह अफसर रहे मौजूद
इस अवसर पर सचिव आकाँक्षा समिति/झांसी विकास प्राधिकरण उपमा पाण्डेय, श्रीमती प्रतिभा सिंह, सचिव आकाँक्षा समिति (उ0प्र0), डॉ. प्रीति चौधरी उपाध्यक्षा, आकाँक्षा समिति (उ0प्र0) एवं श्रीमती ऊषा सिंह, संयुक्त सचिव, आकाँक्षा समिति (उ0प्र0), महासचिव आकाँक्षा समिति झांसी श्रीमती प्रियंका सिंह, धर्मपत्नी डीआईजी, एसएसपी, नगर आयुक्त, सीएमओ, एडीएम ललितपुर, उपजिलाधिकारी स्वेता साहू, जिला पूर्ति अधिकारी सौम्या अग्रवाल, उपायुक्त स्वतः रोजगार बृजमोहन अम्बेड सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी तथा मातृशक्ति उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ समाज सेविका/ शिक्षाविद्/ कोषाध्यक्ष आकाँक्षा समिति झांसी डॉ. नीति शास्त्री द्वारा किया गया।
झांसी में अधिवक्ता पिता व पुत्र सहित तीन की दर्दनाक मौत
डंफर और मारुति वैन की जोरदार हुयी भिड़ंत
गुरसरांय-कोटरा मार्ग बना ब्लैक स्पॉट
झाँसी । 19 जुलाई शनिवार दोपहर करीब 2:30 बजे गुरसरांय थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गढ़वई के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब एक मारुति वैन और तेज रफ्तार डंपर की आमने-सामने टक्कर हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार माधौव प्रसाद शर्मा (80 वर्ष) पुत्र सूरज राम व इनका 56 वर्षीय पुत्र उपेंद्र शर्मा दोनों निवासी लखावती (हाल निवासी गुरसरांय),सोनू पुत्र बसंत निवासी ग्राम धगवां थाना एट जिला जालौन की मारुति वैन (वाहन संख्या यूपी 79 जे 7149) से गुरसरांय से उरई की ओर जा रहे थे। रास्ते में ग्राम गढ़वई के समीप सामने से आ रहे डंपर (वाहन संख्या यूपी 93 बीटी 7078) ने वैन को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि वैन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी गरौठा सुनील कुमार, क्षेत्राधिकारी गरौठा असमा वकार और थानाध्यक्ष गुरसरांय इंस्पेक्टर वेद प्रकाश पाण्डेय ने तत्काल राहत कार्य शुरू कराया और तीनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुरसरांय भेजा गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद डंपर चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने डंपर चालक की तलाश शुरू कर दी है। इस घटना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। गुरसरांय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी उपजिलाधिकारी गरौठा सुनील कुमार और क्षेत्राधिकारी गरौठा असमा वकार,थानाध्यक्ष गुरसरांय इंस्पेक्टर वेद प्रकाश पाण्डेय सहित कस्बा व ग्रामीण क्षेत्र के भारी संख्या में लोग उक्त दर्दनाक घटना को सुनकर जमा हो गए और गुरसरांय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में इस घटना को सुनकर कोहराम मच गया। समाचार लिखे जाने समय तक पुलिस प्रशासन तीनों शवों का पंचनामा भर शवों को पोस्टमार्टम के लिए मऊरानीपुर रवाना करने और विधिक कार्यवाही में जुटी हुई थी।
बेकाबू ओवरलोड भाग रहे वाहनों पर अंकुश न होने से लगातार बढ़ रही दुर्घटनायें
गरौठा तहसील का केन्द्र बिंदु गुरसरांय से कोटरा मार्ग होकर उरई जाने के लिए और उरई से टीकमगढ़ मध्यप्रदेश समेत कई जगह जाने के लिए यह सबसे सीधा,नजदीक मार्ग पड़ता है जिसके चलते लगातार ओवरलोड बालू आदि खनिज से भरे वाहनों से लेकर अवैध कारोबारियों के लिए यह मार्ग सबसे अधिक फायदेमंद साबित हो रहा है और ओवरलोड तेज गति वाहनों पर प्रशासन का जरा भी अंकुश न होने के चलते इस मार्ग पर हर माह बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं हो चुकी हैं व हो रही हैं जिससे आए दिन लोगों को दुर्घटनाओं में जान गवांना पड़ती है। लेकिन आरटीओ से लेकर खनिज विभाग और प्रशासन ऐसे अवैध कारोबारियों पर शिकंजा कसने में क्यों ढील बर्त रही है। जिसके चलते क्षेत्र के लोगों को अपनी दुर्घटनाओं में जान गवानी पड़ रही है और कई परिवार तो बुरी तरह बर्बाद हो गए हैं। लेकिन लगातार अखबारों से लेकर जनता द्वारा ओवरलोड अवैध कारोबारियों पर कार्यवाही की मांग को प्रशासन द्वारा नजर अंदाज करने से यह घटनाएं लगातार घटती जा रही हैं। कस्बा व क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन से लेकर शासन और जनप्रतिनिधियों से इस सम्बन्ध में जल्द बड़ी कार्यवाही कर आए दिन हो रही दुर्घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है।
झांसी : मूल भूत सुविधाओं से अभी भी वंचित है पथरिया खिरक व खिसनी खुर्द के वाशिन्दे
पूर्व केंद्रीय मंत्री गाँव की समस्या को लेकर मिले जिलाधिकारी से
ग्रामीणों ने बताया समस्याओं का अम्बार
झाँसी | देश की आजादी के 78 वर्ष बीतने के बाद ब्लॉक बंगरा ग्राम पथरिया खिरक खिसनी खुर्द के निवासीगण मूलभूत सुविधाओं में मुख्यता जीर्णोक्षीण गड्डेदार कच्ची सड़क की समस्या को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य से मिलकर समस्या बतायी| ग्रामीणों ने बताया कि खिसनी खुर्द से पथरिया खिरक लगभग 1.5 किलोमीटर मार्ग पर गहरे गढ्ढ़े हो गए, जिसमें राहगीरों का चलना दूभर है, जिसमें स्कूली बच्चों, बीमारी ग्रस्त मरीजों एवं गर्भवती महिलाओ का रास्ते में पैदल चल पाना मुश्किल है| ग्रामीणों ने बताया कि गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाते समय खटिया पर रास्ते में ही प्रसव के दौरान बच्चे को जन्म दें दिया था | नाला पार करते समय प्राइमरी का छात्र स्कूल जाते समय पानी में बह गया था | लगभग 100 मीटर लम्बा नाला पानी के भीतर से गुजर कर पार पड़ता है | लगातार बारिश होने के कारण नाले सहित रास्ते में 5 से 6 फीट दूर तक पानी बहता है जिसके कारण आम ग्रामीणजनो का अन्य ग्रामों से संपर्क टूट जाता है भारी बरसात में कोई भी सरकारी कर्मचारी एवं अध्यापक स्कूल नहीं जाते हैं जिसके चलते ग्रामीण बच्चे पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं, पक्का सड़क मार्ग न होने के कारण लोगों को कोई भी अनहोनी दुर्घटना होने का डर बना रहता है गांव वालों ने कई बार अधिकारी एवं कर्मचारियों को इस समस्या से अवगत कराया है | पथरिया खिरक में लगभग 1000 से अधिक आबादी होने के बाद भी गांव का विकास नहीं हुआ |
इस अवसर पर मुकेश अग्रवाल अध्यक्ष सराफाबाजार,एडवोके ट विवेक बाजपेई, गिरजाशंकर राय जिला उपाध्यक्ष के साथ, हरगोविंद प्रकाश बालवीर हिदेश धर्मेंद्र नदी बृजभान भान सिंह नीरज सुरेश नारायण धनीराम रामप्रसाद धर्मावती गणेशी मिथिला रतीबाई, दिनेश महेंद्र शंकर कमलेश बृजलाल,बृजकिशोर दयाराम खरे संजीव रामदास, रईस,रामलाल, गणेश, दशरथ भूपेंद्र,राजकुमार, लचीया बाई पप्पू गुमनोबाई समस्त पथरिया खिरक निवासी उपस्थित रहे |
बांदा : बारिश बनी काल चार बच्चों समेत छह लोगों की मौत, बिलख उठे परिजन
बिसंडा के पिपरी खेरवा और गिरवां में ढहा मकान, तिंदवारी और जसपुरा में नाले में डूबे युवक
बांदा। गुरुवार की रात आंधी और मूसलाधार बारिश काल बनकर टूटी। बिसंडा क्षेत्र के पिपरी खेरवा गांव में मकान भरभराकर ढह जाने से दो बच्चों की मौत हो गई। जबकि परिवार के सात लोग जख्मी हो गए। गिरवां के इस्लामपुर में भी दीवार गिर जाने से युवक की मौत हो गई। तिंदवारी क्षेत्र के परसौंड़ा गांव में उसरा नाले पर दो सगे भाइयों की डूब जाने से मौत हो गई। जसपुरा क्षेत्र में नाले में डूब जाने से युवक की मौत हो गई। कई परिवारों को कभी न भरने वाला जख्म दे गई। जिलाधिकारी जे. रीभा ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना।
बिसंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पिपरीखेरवा में गुरुवार रात मकान में रहने वाले 35 वर्षीय सुनील उर्फ छोटा कुशवाहा व उनके भाई राजू अपने परिवार के साथ घर में सो रहे थे। इसी दौरान अचानक घर धराशायी हो गया। मलबे में सुनील की मां 60 वर्षीय चंद्रप्रभा, पत्नी 29 वर्षीय विमला, पुत्र 7 वर्षीय पुष्पेंद्र, पुत्री 3 वर्षीय आरोही, 1 वर्षीय पुत्र गोलू, भाई अमर की पत्नी 30 वर्षीय मंदाकिनी, भतीजा 9 वर्षीय दिव्यांशु और 5 वर्षीय भतीजी प्रतीक्षा दब गईं। मकान गिरने की आवाज सुनकर पड़ोसी दौड़े और पुलिस को सूचना दी, लेकिन देरी होने पर ग्रामीणों ने खुद ही रेस्क्यू शुरू कर घायलों को बाहर निकाला। सभी को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान सुनील के दोनों बच्चे पुष्पेंद्र और आरोही की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह जिलाधिकारी जे. रीभा अस्पताल पहुंचीं और घायलों से मिलकर इलाज में कोई कमी न हो, इसके निर्देश दिए। इधर, गिरवां थाना क्षेत्र के इस्लामपुर में गुरुवार रात 20 वर्षीय रीबू पुत्र हजरत गिरवां में किराए के मकान में माता-पिता के साथ रहता था। वह गिरवां बस स्टैंड में दुकान किए था। गुरुवार की रात को बारिश के चलते दुकान बंद करके अपने घर जा रहा था, तभी घर के ही समीप नसीम की दीवार उस पर गिर गई। मलबे में दबकर रीबू की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसी तरह तिंदवारी थाना क्षेत्र के परसौडा गांव में हनुमान मंदिर के पास उसरा नाले के पानी में परसौडा गांव निवासी पप्पू का 12 वर्षीय पुत्र लवकुश व 10 वर्षीय पुत्र किशन पानी में डूब गए। लोगों नें शोर मचाया और तलाश की। गोताखोरों व फायर ब्रिगेड, रेस्क्यू टीम पुलिस ने लगातार जल भराव में बच्चों की खोजबीन की। पांच घंटे बाद दोनों बच्चों को नाला के पानी से बरामद किए गए। इंस्पेक्टर सुरेश कुमार सैनी ने बताया कि गोताखोरों फायर ब्रिगेड रेस्क्यू टीम पुलिस के अथक प्रयास से बच्चों को नाले से बच्चों के शव बरामद किए गए हैं। मौके पर कुरसेजा चौकी प्रभारी रोशनी सेंगर ,पंचायत सचिव दिनेश यादव, ग्राम प्रधान समेत राजस्व विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे। मृतक बच्चों के पिता पप्पू गांव में मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते हैं। मृतक दो बहन चार भाइयों में छोटे थे। इधर जसपुरा के सिकहुला गांव में दिनेश (22) की नाले में डूबकर मौत हो गई। मृतक 10 वर्षों से गांव के ही अमित सिंह के यहां रहकर काम कर रहा था। ग्राम प्रधान सुरेंद्रपाल व लालबाबू मिश्र ने बताया कि दिनेश मानसिक रूप से कमजोर था। शुक्रवार सुबह करीब दस बजे वह भैंस चराने गया था। सिकहुला गांव के पास से गुजर रहे बाँदा-हमीरपुर राजकीय मार्ग के किनारे स्थित नाले में भैंसें पार कर रही थीं। उसी दौरान दिनेश भी नाले में कूद गया। इससे डूबकर उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
राज्यमंत्री मौके पर पहुंचे, परिजनों को बंधाया ढांढस
तिंदवारी। परसौंडा के नाले में दो छोटे बच्चे व किशन वर्मा के पानी में डूबने से मौत हो जाने की खबर पाकर तिंदवारी विधायक और राज्यमंत्री रामकेश निषाद मौके पर पहुंचे और मृतक परिजनों को ढांढस बंधाया। प्राकृतिक आपदा मद से तत्काल पीड़ित परिवार को 4 -4 लाख की सहायता राशि प्राप्त कराया। भाजपा मंडल अध्यक्ष अनूप तिवारी,देवेश मोनू, शिवम द्विवेदी मंडल महामंत्री, अलखनारायणं मिश्रा ,शिवाकांत मिश्रा ,रामप्रकाश मिश्रा ,देवेश मोनू मौजूद रहे।
झांसी : सीज की गई शराब की कंपोजिट दुकान में 25 लाख को चोरी
पुलिस जाँच कर रही आखिर किसके पास थी दूकान की चाबी
झांसी। सीज की गई अंग्रेजी व बीयर की कम्पोजिट दुकान से बदमाश 25 लाख से अधिक का माल चोरी कर ले गए। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
पूंछ स्थित अंग्रेजी व बीयर की कम्पोजिट दुकान जो कि 20 मई 2025 को आवकारी बिभाग द्वारा पुराना माल बेचने के आरोप में दुकान को सीज कर दिया गया था। तब से यह दुकान सीज पड़ी थी। शुक्रवार को आबकारी विभाग की टीम ने दुकान को ज़ब खोला तो पूछताछ में विभाग के लोगों ने यह बताया कि इसमें अंग्रेजी शराब के महंगे महंगे ब्रांड एवं बियर की पेटिया कुल मिलाकर 25 से 30 लाख रुपए कि शराब चोरी कि खबर लगने पर आबकारी टीम ने दुकान का मुआयना किया।
आबकारी विभाग के लोगों ने बताया कि यह दुकान अनुज्ञापी उषा देवी के नाम से थी जिसकी सूचना इनको दो-तीन दिन पहले आबकारी विभाग ने दी कि आपकी दुकान को निरस्त कर दिया गया है। चोरी की घटना मालूम पड़ते ही आबकारी विभाग के कर्मचारियों द्वारा दुकान में बाकी रखे माल की गिनती की गई एवं पूरा लेखा जोखा मिलाकर स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है
गौरतलब बात यह है दुकान के आगे के ताले पूरी तरह से बंद मिले लेकिन दुकान के पीछे साइड का एक गेट बाहर की तरफ खुलता है जिसमें ताला लगा पाया गया। इसकी चाभी किसके पास थी यह एक पुलिस की जांच का मामला है। पुलिस की जांच के बाद ही सच सामने आएगा फिलहाल शराब के ठेके से 25 से 30 लाख की शराब आबकारी विभाग के अधिकारियों के अनुसार चोरी कर ली गई है।
झांसी : डीएम ने कहा- बिना ड्राइविंग लाइसेंस के कोई बच्चा वाहन लेकर स्कूल नहीं आएगा
पकड़े जाने पर अभिभावक पर होगी कार्रवाई
बच्चों के साथ दुर्घटना होने पर अभिभावक सहित प्रधानाचार्य पर दर्ज होगा मुकदमा, डीएम
एनएचएआइ झाँसी-उरई के अधिकारी को लगाई फटकार, ब्लैक स्पॉट पर साइन बोर्ड लगाने के दिए निर्देश
झांसी। जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूल प्रबंधक यह प्रमाणित करें कि कोई भी बच्चा बिना लाइसेंस के वाहन से स्कूल नहीं आएगा, यदि स्कूल की ड्रेस में 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे द्वारा बिना लाइसेंस वाहन चलाने के दौरान यदि दुर्घटना होती है तो अभिभावक /प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज किया जाए। यह बात डीएम ने कलेक्ट्रेट नवीन भवन सभागार में आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कही है।
उन्होंने प्रधानाचार्यों से कहा कि यदि बच्चा यातायात नियमों का उल्लंघन कर स्कूल आता है तो तत्काल अभिभावक को नोटिस के माध्यम से जानकारी दें। इसके अतिरिक्त उन्होंने ई-रिक्शा के माध्यम से आने वाले बच्चों की लिस्टिंग करते हुए अभिभावक को जानकारी दिए जाने के निर्देश दिए ताकि बच्चों को सुरक्षित किया जा सके।
बैठक में जिलाधिकारी ने एआरटीओ को निर्देशित किया कि समस्त स्कूलों को सूचीबद्ध करते हुए रोस्टर बनाते हुए रैंडमली जांच करना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए की बिना फिटनेस के स्कूल वाहन यदि संचालित होता है तो इसकी सीधी जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होगी। इसके साथ ही दुर्घटनाग्रस्त होने पर एफआईआर दर्ज होगी।
बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद की यातायात व्यवस्था पर गहरा असंतोष व्यक्त किया। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने एनएचएआई झाँसी-उरई के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए लगातार हो रहे एक्सीडेंट पर नाराजगी व्यक्त की, उन्होंने ब्लैक स्पॉट पर “दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र” साइन बोर्ड लगाए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, सीएमओ डॉ सुधाकर पांडेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन शिव प्रताप शुक्ल, अपर जिला अधिकारी न्याय अरुण कुमार गौड़, अपर जिलाधिकारी नमामी गंगे योगेन्द्र कुमार, सचिव जेडीए श्रीमती उपमा पाण्डेय, अपर नगर आयुक्त मोहम्मद कमर, एसडीएम सदर गोपेश तिवारी,एसडीएम मोंठ अवनीश तिवारी, एआरटीओ एस के अग्रवाल, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी संदीप शर्मा, एनएचएआई से रंजन सिंह सहित विभिन्न स्कूलों से आये स्कूल प्रबंधक/प्रधानाचार्य,बस एसोसिएशन, ट्रक एसोसिएशन, आटो एसोसिएशन के पदाधिकारी व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
झांसी : मांग रहा था गुण्डा टैक्स , पुलिस ने पकड़ा तो चलायी गोली हुआ लंगड़ा , मुठभेड़ में गिरफ्तार
व्यापारी से मांग रहा था पंद्रह लाख की रंगदारी
बालेन्द्र गुप्ता / झांसी। चिरगांव में एक व्यापारी से पंद्रह लाख रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में फरार चल रहे शातिर अपराधी की दिनदहाड़े स्वाट टीम से मुठभेड़ हो गई। जिसमें बदमाश के एक पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। पुलिस टीम ने उसके कब्जे से एक तमंचा कारतूस सहित बिना नंबर की बाइक अपाचे बरामद कर ली। इधर मुठभेड़ की सूचना मिलते ही पुलिस अफसर घटना स्थल की ओर रवाना हो गए।
विवरण के मुताबिक चिरगांव थाना क्षेत्र के डेरा निवासी शातिर अपराधी धीरेंद्र राजपूत पर दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज है। उस पर अभी हाल ही में चिरगांव में एक सराफा व्यापारी से पंद्रह लाख की रंगदारी न देने पर हत्या करने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। इधर व्यापारी से रंगदारी मांगने का मामला एसएसपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने स्वाट ओर संबंधित थाना पुलिस को अपराधी के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने ओर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। आज दोपहर एसएसपी के निर्देशन पर स्वाट टीम ओर मोठ थाना पुलिस अपराधी की धर पकड़ में लगी थी तभी मोठ के जंगलों में फरार चल रहे अपराधी वीरेंद्र राजपूत से पुलिस टीम का आमना सामना हो गया। अपराधी ने पुलिस को देख तमंचे से फायर झोंक दिया और भागने लगा। पुलिस ने उसका पीछा करते हुए जबाव में फायरिंग की तो उसके पैर में गोली जा लगी और वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया। वही उसके कब्जे से एक तमंचा कारतूस सहित बिना नंबर की अपाचे बाइक बरामद कर ली है। पुलिस टीम उससे पूछताछ कर रही है।
झाँसी : फिर सजने लगी मेडिकल तिराहे पर अवैध बालू की मण्डी , शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं
हाइवे पर ईट से भरे ट्रक और सर्विस रोड पर बालू से भरे डम्फरों का कब्जा
ट्रैफिक पुलिस चौराहे पर पुरे दिन देखती है तमाशा
बालू के डम्फरों में नम्बर प्लेट न होने बावजूद भी नहीं करते चालान
बालेन्द्र गुप्ता / झाँसी। शहर के बगल में मेडिकल तिराहे के पास हाईवे पर सुबह-सुबह ईट-बालू की अवैध मंडी सजती है। ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतारें हाईवे की एक साइड को कब्जे में कर लेती हैं। लिंक रोड से तो लोग गुजरना ही भूल गये हैं क्योकि लिंक रोड पर बालू से भरे डम्फर खड़े हो जाते है। आश्चर्य ये है कि इस अवैध मंडी पर जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों की नजर या तो पड़ती नहीं, या फिर नजरें फेर ली जाती हैं।
मालुम हो कि अगर आप नेशनल हाईवे पर कानपुर से ग्वालियर या शिवपुरी जा रहे है और जो लोग मेडिकल से पैरामेडिकल जा रहे है तो कम से कम तीन स्थानों पर तो सावधानी बरतनी ही पड़ेगी। क्योकि मेडिकल तिराहे पर और पैरामेडिकल लिंक रोड तथा हाइवे की दूसरी तरफ वाहन ऐसे खड़े रहते है कि दुर्घटनाएं होती ही रहती है ।
यहां पर जनपद के सभी बालू घाटों से बालू के डम्फर आते है और कानपुर देहात व कानपुर से ईट से भरे ट्रक रात बारह बजे के बाद लिंक रोड और हाईवे पर ट्रक खड़े हो जाते हैं, जबकि दूसरी दिशा में लिंक रोड पर बालू से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का कब्जा रहता है। सुबह पांच बजे से इनकी बोली शुरू हो जाती है, जो करीब नौ बजे तक लगती है।
धड़ल्ले से चल रहा अवैध गिट्टी और बालू का कारोबार
शहर में खुलेआम सड़क पर अवैध बालू व गिट्टी का कारोबार किया जा रहा है, इसके कारण सड़कों पर जाम लगा रहता है। लेकिन प्रशासन इसको अनदेखा कर रहा है। कुछ लोग बिना पंजीयन कराए ही अवैध बालू और खनन के कारोबार को खुलेआम संचालित कर रहे हैं। इससे खनिज के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
इससे आम लोगों केे धूल खाकर परेशान होना पड़ रहा है। विभाग को राजस्व की हानि हो रही है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इसे अनदेखा कर रहे हैं। आलम यह है कि शहर में दर्जनों लोग अवैध बालू और गिट्टी का कारोबार खुलेआम कर रहे हैं। यह कारोबार शहर में सड़क किनारे व विभिन्न मोहल्लों में दीवारों की आड़ में चल रहा है। कई स्थानों पर सड़क किनारे संचालित होने से यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है। सड़क किनारे टाल खुलने से बालू और गिट्टी ट्रैक्टर में लोड होने से यह ट्रैक्टर सड़क पर खड़े हो रहे हैं, जिससे वाहनों को ओवरटेक करने में परेशानी हो रही है। वहीं, मोहल्लों में बालू और गिट्टी लोडिंग और अनलोडिंग होने से धूल उड़ती है, जो मकानों में जाती है। इससे बीमारी होने का खतरा बना रहता है। विभिन्न मोहल्लों में बालू और गिट्टी से लदे भारी वाहनों के प्रवेश से आवाजाही में लोगों को परेशानी हो रही है। इन कारोबारियों के पास यह कारोबार करने का कोई रजिस्टेशन नहीं है।
शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं
शहर में नो इंट्री का कोई इंतजाम नहीं है। ट्रैफिक पुलिस को बाय-बाय बोलते हुए बड़े वाहन धड़ल्ले से प्रवेश कर रहे हैं। इससे शहर में रोज जाम लग रहा है। जाम इस कदर कि बसस्टैंड राहगीरों को इतनी समस्या होती है राहगीर वहां से आधा घंटा से अधिक समय में निकल पाते है। रोडवेज के अलावा प्राइवेट बसें, ट्रक, ट्राला आदि बड़े वाहनों की आवाजाही दिन भर चलती है। हालांकि यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगती है, पर वाहनों की आवाजाही पुलिसकर्मियों के आंखों के सामने से होती रहती है। शहर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर चालक वाहनों को रोककर सवारियां भरते नजर आते हैं। चालक जहां चाहते हैं, वही स्थल स्टैंड बन जाता है।
झांसी : स्टेशन के बाहर सवारी माफियाओं की दहशतगर्दी
दबंग उठा ले जाते हैं स्टेशन से सवारियां, पुलिस का रेट है फिक्स
झांसी स्मार्ट सिटी में चल रहे जगह – जगह अवैध बस अड्डे
मरीजों की दलाली के बाद अब सवारियों की दलाली शुरू
बालेन्द्र गुप्ता / झांसी। शासन की सख्ती के बावजूद झांसी स्मार्ट सिटी में अवैध बस अड्डों का संचालन धड़ल्ले से चल रहा है। आधा दर्जन से अधिक अवैध बस अड्डों से लग्जरी बसों से रोडवेज को चपत लगा रहे हैं। हालत यह है कि ट्रेवर्ल्स एजेंसी के गुर्गे रेलवे स्टेशनों से सवारियां उठा ले जा रहे हैं। बावजूद इसके कार्रवाई की बजाय अफसर खामोश है। शहर में रोडवेज के समानांतर अवैध बस स्टैंड सड़कों की पटरियों को कब्जा कर चलाए जा रहे हैं। निजी बस संचालकों को किसी का डर नहीं है। इसके बावजूद परिवहन निगम के समानांतर डग्गामार वाहन बस स्टेशन से कुछ दूरी पर ही चल रहे हैं। इन पर पाबंदी लगाने में जिम्मेदार अफसर नाकाम है। महानगर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर प्राइवेट बस अड्डे सड़क पर संचालित हो रहे हैं। इसकी वजह से परिवहन विभाग को रोजाना लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। बावजूद इसके यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।
परिवहन विभाग है संरक्षण
इन दबंग बस अड्डा संचालकों को संभागीय परिवहन कार्यालय के अफसरों के साथ ही पुलिस का भी संरक्षण मिल रहा है। एेसा सवारियां ढोने वाली बसों व कारों की सूची तैयार की है। निजी वाहन संचालक बस स्टैंड के बाहर से यात्रियों को जबरन अवैध बस स्टैंड पर पर लेकर चले जाते हैं। कई बार झड़प एवं धक्का- मुक्की हो चुकी है। इसकी वजह से कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। उधर, डग्गामार बसों के संचालकों के अनुसार, बसों के संचालन में वसूली का रेट भी तय है। महीने का पांच हजार रुपये प्रति बस अलग- अलग विभाग वसूलते हैं। वसूली की रकम बढ़ने से अब नुकसान होने लगा है। पूंजी के हिसाब से आमदनी नहीं हो पा रही है, इसलिए कई बस संचालकों ने अपनी बसें बेच दीं।
रेलवे बेतवा क्लब सवारी तस्करों का नया अड्डा
नवाबाद थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस क्षेत्र में रेलवे का बेतवा क्लब है। यह क्लब अशोक होटल तिराहा से रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले रास्ते में है। यहां पर प्रतिदिन दस से अधिक निजी बसों का संचालन होता है। यहां प्राइवेट बसों को खड़ा कर खुलेआम सवारियां भरी जा रही हैं। यहां से कानपुर, उन्नाव, लखनऊ औऱ गोरखपुर आदि स्थानों के लिए बसों का संचालन होता है। नाम न छापने की शर्त पर एक बस संचालक ने बताया कि वह कंपनी से लेकर बस को दूसरे स्थान पर ले जाते हैं। जैसे ही वह रक्सा टोलप्लाजा के पास पहुंचे है तो कुछ गुंडे जबरन बस में बैठ जाते हैं। इसके बाद उन्हें रेलवे स्टेशन से अशोक होटल तिराहा की ओर जाने वाले रास्ते किनारे खड़ी कर देते हैं। इनमें सबसे ज्यादा गोरखपुर की सवारियों को बैठाया जाता है। इसके अलावा स्थानीय पुलिस को भी हर माह हजारों में तय शुल्क देना होता है। देररात गोरखपुर के लिए लग्जरी सें सवारियां भरती हैं। वहीं, लोगों का कहना है कि इस बस अड्डे पर बैठे लोग सवारियों को दूसरे कमरे में ले जाकर बेरहमी से पिटाई करते हैं। रेलवे स्टेशन से सवारियों को लाने के लिए ऑटो चालकों को सेंट कर रखा है।
अशोक होटल तिराहे पर प्राइवेट बसों का कब्जा
यहां से कोटा, लखनऊ, जयपुर, दिल्ली, गोरखपुर, प्रयागराज के लिए बसों का संचालन होता है। यहां मौजूद स्टॉफ ने बताया कि रेलवे स्टेशन से सवारियों को लाकर यहां से बसों में सवार किया जाता है। मनमाफिक पैसा भी वसूल किया जाता है। वहीं, एक सवारी ने बताया कि जब वह रेलवे स्टेशन से मोटर स्टैंड के लिए सवार हुए तो ऑटो चालक ने उन्हें ट्रेवर्ल्स एजेंसी पर उतार दिया। मना करने पर उसकी पिटाई की। रात दो बजे के बाद उसे बस में सवार होकर गोरखपुर के लिए रवाना किया गया।
ननि गेट के पास सवारियों का लगता है बाजार
रात दस बजे के लगभग ननि के गेट के पास बसों को रोका जाता है। यहां से सवारियों को दिल्ली, जयपुर के लिए सवार किया जाता है। बस चालक ने बताया कि यातायात पुलिस को प्रतिदिन पैसा देना पड़ता है। इसके बावजूद थाने में पुलिस को, स्टैंड एवं अऩ्य के लिए पैसे देना पड़ता है।
बसों में क्षमता से अधिक भरी जाती है सवारियां
अशोक होटल तिराहा में रात में प्राइवेट बसें सवारियां भरती हैं। यहां दुकानदार ने बताया कि बसों में क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर बस चालक ले जाते हैं। देररात में भी लंबी दूरी की बसें जाती हैं। परिवहन विभाग और पुलिस के संरक्षण में ही बस संचालक शहर में सड़क पर ही प्राइवेट बसें खड़ी कर सवारियां भरते हैं।
लगैज की जगह ट्रांसपोर्ट का कर रही काम
गोरखपुर, कोटा, जयपुर, इंदौर के साथ अन्य शहरों में झांसी से यात्री बसें यात्रियों को लेकर जाती हैं। उन्हीं बसों में नीचे यात्री औऱ छतों पर लाइन लगाकर ट्रांसपोर्ट के माल को ढोंया जाता है। जब तक बस निश्चित स्थान पर नहीं पहुंच जाती, तब तक यात्रियों की धड़कने धड़कती रहती है। मुनाफा पाने के चक्कर में यह नजारा रात से सुबह तक देखने को मिल रहा है।
झांसी में फिटनेस के नाम पर की जा रही थी अवैध वसूली
वाहन फिटनेस के नाम पर अवैध वसूली करने के आठ आरोपी गिरफ्तार
मुरैना की कंपनी की मालकिन सहित दस के खिलाफ रंगदारी मांगने के आरोप में दर्ज किया गया था मुकदमा
झांसी। वाहन फिटनेस के नाम पर 18 सौ रुपए की जगह चार हजार रुपए वसूलने तथा न देने पर वाहन चालकों और उनके मालिकों को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार आठ आरोपियों को पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
ज्ञात हो कि नारायणी टेक्नोलॉजी कंपनी की मालकिन सहित दस लोगों पर रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में बीते रोज थाना सीपरी बाजार पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था ।
संभागीय परिवहन कार्यालय में तैनात प्राविधिक संभागीय निरीक्षक संजय सिंह ने थाना सीपरी बाजार में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि उनके कार्यालय में वाहन चालकों द्वारा लिखित शिकायत की गई थी कि एनएच 44 ग्वालियर से झांसी रोड पर वाहनों की फिटनेस के लिए मध्य प्रदेश जिला मुरैना की नारायणी टेक्नोलॉजी कंपनी को ठेका दिया गया है। जिसकी मालिक श्रीमती नेहा सिंघल है। झांसी में फिटनेस कंपनी का कार्य नेहा का पति कुंज बिहारी अग्रवाल देखता है। वाहन मालिकों का आरोप है कि कंपनी द्वारा अपने मैनेजर और कर्मचारियों के माध्यम से वाहन फिटनेस के सरकार के निर्धारित शुल्क 18 सौ की जगह चार हजार रुपए की मांग की जाती है और अवैध रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी देते है। आरोप है कि जांच की गई तो आरोप सत्य पाए गए। पुलिस ने बीते रोज शुक्रवार को आरोपी नेहा सिंघई, कुंज बिहारी अग्रवाल, प्रबंधक अरुण देव शर्मा, मानवेंद्र सिंह,जगराम, अजय प्रताप सेंगर,उमेश राजपूत,श्याम सिंह तोमर, अवध राज सिंह उर्फ सनी तोमर,अजय वाल्मीक के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मैनेजर सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार आरोपियों को शनिवार को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। अभियोजन अधिकारी अखिलेश कुमार मौर्य ने बताया कि न्यायालय द्वारा सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में रिमांड पर जेल भेज दिया गया।