अन्धेरगर्दी : स्लीपर यात्री बसों का कोई मानक नहीं , इलाईट चौराहे पर चल रहा प्राइवेट बस स्टैण्ड
स्लीपर बस चालकों की गुंडई चरम पर , शहर में देते है मौत को दावत
परिवहन व पुलिस विभाग की परमीशन से जनता से हो रहा खिलवाड़
आटोपार्ट, रेडीमेड कपड़े, आर्टिफिशियल ज्वेलरी आ रही दिल्ली और लुधियाना से
राजस्थान में हुयी घटना के बाद भी गहरी नींद में सो रहा परिवहन विभाग
झांसी। ऑल इंडिया परमिट की यात्री बसों से जीएसटी चोरी का भी बड़ा खेल चल रहा है। बस संचालकों ने मोटी कमाई के लिए बसों को ढुलाई का संसाधन बना लिया है। जीएसटी के दायरे में आने वाले सामान आटोपार्ट, रेडीमेड कपड़े, आर्टिफिशियल ज्वेलरी दिल्ली, लुधियाना में खरीद के बाद इन्हीं बसों के माध्यम से यहां पहुंच रहे हैं।
जिले के विभिन्न क्षेत्रों से सवारियां लेकर बसें झांसी पहुंचती हैं। यहां से रात दस बजे दिल्ली और कोटा के लिए करीब 12 बसें रवाना होती हैं। व्यापारी भी सामान खरीद के इरादे से इन्हीं बसों से आते-जाते हैं। इन बसों की मदद से कम भाड़े में उनका माल आसानी से यहां पहुंच जाता है। इससे जीएसटी देने से भी बच जाते हैं। बसों की वापसी भोर तीन से पांच बजे के भीतर होती है। यह राज्यकर के साथ ही पुलिस व अन्य टीम के अफसरों के सोने का समय होता है। इसी दौरान स्थानीय स्तर पर मिलीभगत करके जीएसटी चोरी को अंजाम दिया जाता है।
मालुम हो कि टूरिस्ट परमिट पर चल रही स्लीपर बसों का नगर से होकर संचालन हो रहा है। बस संचालक नियमों की अनदेखी कर मनमर्जी से बसों का संचालन कर रहे हैं। जगह-जगह की सवारी बैठाकर बगैर टिकट के यात्रा करा रहे हैं तथा सामान की ढुलाई कर रहे हैं। परिवहन विभाग द्वारा बसों के संचालन के लिए नियम निर्धारित किए गए हैं। बस संचालक परिवहन विभाग के नियमों की अनदेखी कर बसों का संचालन कर रहे हैं। टूरिस्ट परमिट से चलने वाली लग्जरी स्लीपर बसों के नियम अलग बनाए गए। लेकिन नियमों का पालन कोई नहीं करता है। सवारियों को यात्रा के दौरान टिकट भी नहीं दिया जाता है। टूरिस्ट परमिट होने पर भी बस संचालक जगह-जगह की सवारी बैठा रहे हैं। सवारियों के साथ माल ढुलाई का काम भी हो रहा है। सवारी परमिट पर चल रही बसें माल ढुलाई कर रही है। परिवहन विभाग के नियमों के तहत बस संचालक को सवारियों की बुकिंग करना आवश्यक है तथा सवारियों को जीएसटी सहित टिकट देना अनिवार्य है। इसके साथ ही सीटों की संख्या के आधार पर ही सवारियों को टिकट बुकिंग संभव है। टूरिस्ट परमिट बस संचालक सवारियों को गैलरी में स्टूल व जमीन पर भी सवारियों पर टिकट बना रहे हैं। इसके बाद भी परिवहन विभाग द्वारा इन बसों व संचालित बुकिंग काउंटरों की चेकिंग करने की जहमत नहीं उठाई जा रही है।
ये है एक राज्य उसे दूसरे में आयात-निर्यात का प्रावधान
एक से दूसरे राज्य में वस्तुओं या सेवाओं की आवाजाही पर आईजीएसटी (एकीकृत वस्तु एवं सेवाकर) का प्रावधान है। आयात और निर्यात पर यह कर प्रभावी है, जबकि राज्य व राष्ट्रीय सीमाओं को पार करने पर समान कर लागू है, यानि कोई भी व्यक्ति या व्यापारी नेपाल से आयात निर्यात करता है तो उन्हें समान कर देना होगा।
जुर्माने का प्रावधान है
सामान बेचने के लिए जो व्यक्ति सीजीएसटी और एसजीएसटी अधिनियम की धारा 125 के तहत बनाए गए नियमों का उल्लंघन करता है और अलग से कोई कर निर्धारित नहीं है तो उसे 25 हजार रुपये के जुर्माने से दंडित किया जाता है।
बीते दिनों बरुआसागर में पलटी थी स्लीपर बस
जयपुर से मध्य प्रदेश में छतरपुर के बागेश्वर धाम जा रही एक स्लीपर बस अनियंत्रित होकर बरुआसागर के पास पलट गई थी । इस घटना में बस में सवार कई यात्री घायल हो गए। लग्जरी एसी स्लीपर बस के पलटने के बाद खजुराहो मार्ग पर खलबली मच गई और उसमें सवार यात्री घायल हो गये। राजस्थान के जयपुर से लग्जरी एसी स्लीपर बस (आरजे 09 पीए 6137) सवारियों को लेकर मध्यप्रदेश के छतरपुर जिला में बागेश्वर धाम जा रही थी। बुधवार की सुबह झांसी से खजुराहो मार्ग पर बरुआ सागर के पास जब बस पहुंची तभी चालक नियंत्रण खो बैठा और अनियंत्रित बस सड़क किनारे पलट गई। इससे सवारियों में चीख पुकार मच गई थी । इस घटना से भी झाँसी परिवहन विभाग ने कोई सबक नहीं लिया।
प्रदेश समाचार / स्पेशल टीम
सम्पादक – बालेन्द्र गुप्ता