मध्य प्रदेश में धार्मिक स्थानों के पास शराब बंदी के आदेश से झांसी में भी उठने लगी आवाज

झांसी में अब शराब की दुकान समर्थकों का हंगामा
शराब की दुकान को हटाने की मांग
झांसी। जब से मध्य प्रदेश में धार्मिक स्थानों के पास शराब बंदी का आदेश हुआ है तब झांसी में भी यह आवाज उठने लगी है। बुंदेलखंड के झांसी में शराब की दुकान अब ज्वलनशील मुद्दा बन गया है। कोतवाली थाना क्षेत्र के लक्ष्मीगेट अंदर आवंटित हुई शराब की दुकान को एक पक्ष हटाने की मांग कर रहा था। वहीं, अब दूसरे पक्ष ने भी मोर्चा खोल दिया है।
मालुम हो कि बीते रोज बड़ी संख्या में पुरुष इकट्ठे हुए और एक सुर में शराब की दुकान मोहल्ले में खोले जाने का समर्थन किया। बोले कलारी दूर होगी तो गिरने-पड़ने का खतरा रहेगा। बता दें कि कोतवाली थाना क्षेत्र के लक्ष्मीगेट पर पहले एक शराब की दुकान चलती थी। हाल ही में उस ठेके का समय खत्म हुआ तो नया ठेका हुआ। 1 अप्रैल से यहां मुख्य सड़क पर दुकान खोली जानी थी लेकिन पार्षद आशीष रायकवार के साथ मोहल्ले की महिलाओं और युवाओं ने इसका विरोध करते हुए दुकान नहीं खुलने दी। मंगलवार को दिन भर चले हंगामे के बाद अब दूसरा पक्ष मोर्चा खोलकर खड़ा हो गया है। दूसरे मोर्चे की मांग थी कि कलारी जहां खोली जा रही है, वही सही है। इसको लेकर उन्होंने नारेबाजी भी की। ऐसे में अब दोनों पक्ष आमने-सामने हैं।

समर्थक बोले कलारी दूर नहीं जानी चाहिए
बड़ी संख्या में जमा हुए पुरुषों ने लक्ष्मीगेट अंदर सड़क पर जमकर नारेबाजी की। उनका नारा था कि ‘कलारी यहीं खुलनी चाहिए’। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पार्षद महिलाओं को भड़का रहे हैं। महिलाएं समझ नहीं पा रहीं। बोले अगर कलारी दूर खोली गई तो आने-जाने में दिक्कत होगी। कहा ऐसे में गिरने का डर भी है। यहीं, पास में कलारी खुलेगी तो दूर नहीं जाना पड़ेगा।

दूसरे मोर्चे को महिलाओं का नहीं मिला साथ
एक तरफ जहां मोहल्ले की मुख्य सड़क पर शराब की दुकान खोले जाने से रोकने के लिए महिलाएं और युवा धरना प्रदर्शन कर रहे थे तो दूसरी तरफ 20 मीटर की दूरी पर दुकान खोलने की मांगें करने वाले मोर्चा संभाले हुए थे। हालांकि दुकान के समर्थकों में महिलाएं शामिल नहीं थीं।

पुलिस कर रही गश्त
शराब की दुकान को लेकर बरपा हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी तक पुलिस के लिए शराब की दुकान खोले जाने का विरोध कर रहे लोग ही चुनौती बने थे लेकिन अब दूसरा मोर्चा भी तैयार हो गया है। ऐसे में यहां कोई टकराव न हो जाए, इसको लेकर पुलिस हर घंटे में गश्त कर रही है। साथ ही जैसे ही नारेबाजी की सूचना मिल रही तो पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच जा रही है।

पार्षद पर बरसे दूसरे पक्ष के समर्थक
शराब की दुकान मुख्य सड़क पर खोले जाने का विरोध कर रहे पार्षद पर दुकान के समर्थक जमकर बरसे। उन्होंने पार्षद पर दबाव बनाने का भी आरोप लगया। उनका कहना था कि दो वार्ड के पार्षद अपने निजी स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं। कहा महिलाएं अभी इस बात को समझ नहीं रहीं।

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व्यापारी से मांग रहा था पंद्रह लाख की रंगदारी
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झाँसी : फिर सजने लगी मेडिकल तिराहे पर अवैध बालू की मण्डी , शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं

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मालुम हो कि अगर आप नेशनल हाईवे पर कानपुर से ग्वालियर या शिवपुरी जा रहे है और जो लोग मेडिकल से पैरामेडिकल जा रहे है तो कम से कम तीन स्थानों पर तो सावधानी बरतनी ही पड़ेगी। क्योकि मेडिकल तिराहे पर और पैरामेडिकल लिंक रोड तथा हाइवे की दूसरी तरफ वाहन ऐसे खड़े रहते है कि दुर्घटनाएं होती ही रहती है ।
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धड़ल्ले से चल रहा अवैध गिट्टी और बालू का कारोबार
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शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं
शहर में नो इंट्री का कोई इंतजाम नहीं है। ट्रैफिक पुलिस को बाय-बाय बोलते हुए बड़े वाहन धड़ल्ले से प्रवेश कर रहे हैं। इससे शहर में रोज जाम लग रहा है। जाम इस कदर कि बसस्टैंड राहगीरों को इतनी समस्या होती है राहगीर वहां से आधा घंटा से अधिक समय में निकल पाते है। रोडवेज के अलावा प्राइवेट बसें, ट्रक, ट्राला आदि बड़े वाहनों की आवाजाही दिन भर चलती है। हालांकि यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगती है, पर वाहनों की आवाजाही पुलिसकर्मियों के आंखों के सामने से होती रहती है। शहर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर चालक वाहनों को रोककर सवारियां भरते नजर आते हैं। चालक जहां चाहते हैं, वही स्थल स्टैंड बन जाता है।

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