झांसी में अधिवक्ता पिता व पुत्र सहित तीन की दर्दनाक मौत

डंफर और मारुति वैन की जोरदार हुयी भिड़ंत
गुरसरांय-कोटरा मार्ग बना ब्लैक स्पॉट
झाँसी । 19 जुलाई शनिवार दोपहर करीब 2:30 बजे गुरसरांय थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गढ़वई के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब एक मारुति वैन और तेज रफ्तार डंपर की आमने-सामने टक्कर हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार माधौव प्रसाद शर्मा (80 वर्ष) पुत्र सूरज राम व इनका 56 वर्षीय पुत्र उपेंद्र शर्मा दोनों निवासी लखावती (हाल निवासी गुरसरांय),सोनू पुत्र बसंत निवासी ग्राम धगवां थाना एट जिला जालौन की मारुति वैन (वाहन संख्या यूपी 79 जे 7149) से गुरसरांय से उरई की ओर जा रहे थे। रास्ते में ग्राम गढ़वई के समीप सामने से आ रहे डंपर (वाहन संख्या यूपी 93 बीटी 7078) ने वैन को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि वैन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी गरौठा सुनील कुमार, क्षेत्राधिकारी गरौठा असमा वकार और थानाध्यक्ष गुरसरांय इंस्पेक्टर वेद प्रकाश पाण्डेय ने तत्काल राहत कार्य शुरू कराया और तीनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुरसरांय भेजा गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद डंपर चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने डंपर चालक की तलाश शुरू कर दी है। इस घटना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। गुरसरांय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी उपजिलाधिकारी गरौठा सुनील कुमार और क्षेत्राधिकारी गरौठा असमा वकार,थानाध्यक्ष गुरसरांय इंस्पेक्टर वेद प्रकाश पाण्डेय सहित कस्बा व ग्रामीण क्षेत्र के भारी संख्या में लोग उक्त दर्दनाक घटना को सुनकर जमा हो गए और गुरसरांय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में इस घटना को सुनकर कोहराम मच गया। समाचार लिखे जाने समय तक पुलिस प्रशासन तीनों शवों का पंचनामा भर शवों को पोस्टमार्टम के लिए मऊरानीपुर रवाना करने और विधिक कार्यवाही में जुटी हुई थी।

बेकाबू ओवरलोड भाग रहे वाहनों पर अंकुश न होने से लगातार बढ़ रही दुर्घटनायें
गरौठा तहसील का केन्द्र बिंदु गुरसरांय से कोटरा मार्ग होकर उरई जाने के लिए और उरई से टीकमगढ़ मध्यप्रदेश समेत कई जगह जाने के लिए यह सबसे सीधा,नजदीक मार्ग पड़ता है जिसके चलते लगातार ओवरलोड बालू आदि खनिज से भरे वाहनों से लेकर अवैध कारोबारियों के लिए यह मार्ग सबसे अधिक फायदेमंद साबित हो रहा है और ओवरलोड तेज गति वाहनों पर प्रशासन का जरा भी अंकुश न होने के चलते इस मार्ग पर हर माह बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं हो चुकी हैं व हो रही हैं जिससे आए दिन लोगों को दुर्घटनाओं में जान गवांना पड़ती है। लेकिन आरटीओ से लेकर खनिज विभाग और प्रशासन ऐसे अवैध कारोबारियों पर शिकंजा कसने में क्यों ढील बर्त रही है। जिसके चलते क्षेत्र के लोगों को अपनी दुर्घटनाओं में जान गवानी पड़ रही है और कई परिवार तो बुरी तरह बर्बाद हो गए हैं। लेकिन लगातार अखबारों से लेकर जनता द्वारा ओवरलोड अवैध कारोबारियों पर कार्यवाही की मांग को प्रशासन द्वारा नजर अंदाज करने से यह घटनाएं लगातार घटती जा रही हैं। कस्बा व क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन से लेकर शासन और जनप्रतिनिधियों से इस सम्बन्ध में जल्द बड़ी कार्यवाही कर आए दिन हो रही दुर्घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है।

झांसी : मूल भूत सुविधाओं से अभी भी वंचित है पथरिया खिरक व खिसनी खुर्द के वाशिन्दे

पूर्व केंद्रीय मंत्री गाँव की समस्या को लेकर मिले जिलाधिकारी से
ग्रामीणों ने बताया समस्याओं का अम्बार
झाँसी | देश की आजादी के 78 वर्ष बीतने के बाद ब्लॉक बंगरा ग्राम पथरिया खिरक खिसनी खुर्द के निवासीगण मूलभूत सुविधाओं में मुख्यता जीर्णोक्षीण गड्डेदार कच्ची सड़क की समस्या को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य से मिलकर समस्या बतायी| ग्रामीणों ने बताया कि खिसनी खुर्द से पथरिया खिरक लगभग 1.5 किलोमीटर मार्ग पर गहरे गढ्ढ़े हो गए, जिसमें राहगीरों का चलना दूभर है, जिसमें स्कूली बच्चों, बीमारी ग्रस्त मरीजों एवं गर्भवती महिलाओ का रास्ते में पैदल चल पाना मुश्किल है| ग्रामीणों ने बताया कि गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाते समय खटिया पर रास्ते में ही प्रसव के दौरान बच्चे को जन्म दें दिया था | नाला पार करते समय प्राइमरी का छात्र स्कूल जाते समय पानी में बह गया था | लगभग 100 मीटर लम्बा नाला पानी के भीतर से गुजर कर पार पड़ता है | लगातार बारिश होने के कारण नाले सहित रास्ते में 5 से 6 फीट दूर तक पानी बहता है जिसके कारण आम ग्रामीणजनो का अन्य ग्रामों से संपर्क टूट जाता है भारी बरसात में कोई भी सरकारी कर्मचारी एवं अध्यापक स्कूल नहीं जाते हैं जिसके चलते ग्रामीण बच्चे पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं, पक्का सड़क मार्ग न होने के कारण लोगों को कोई भी अनहोनी दुर्घटना होने का डर बना रहता है गांव वालों ने कई बार अधिकारी एवं कर्मचारियों को इस समस्या से अवगत कराया है | पथरिया खिरक में लगभग 1000 से अधिक आबादी होने के बाद भी गांव का विकास नहीं हुआ |
इस अवसर पर मुकेश अग्रवाल अध्यक्ष सराफाबाजार,एडवोके ट विवेक बाजपेई, गिरजाशंकर राय जिला उपाध्यक्ष के साथ, हरगोविंद प्रकाश बालवीर हिदेश धर्मेंद्र नदी बृजभान भान सिंह नीरज सुरेश नारायण धनीराम रामप्रसाद धर्मावती गणेशी मिथिला रतीबाई, दिनेश महेंद्र शंकर कमलेश बृजलाल,बृजकिशोर दयाराम खरे संजीव रामदास, रईस,रामलाल, गणेश, दशरथ भूपेंद्र,राजकुमार, लचीया बाई पप्पू गुमनोबाई समस्त पथरिया खिरक निवासी उपस्थित रहे |

झांसी : सीज की गई शराब की कंपोजिट दुकान में 25 लाख को चोरी

पुलिस जाँच कर रही आखिर किसके पास थी दूकान की चाबी
झांसी। सीज की गई अंग्रेजी व बीयर की कम्पोजिट दुकान से बदमाश 25 लाख से अधिक का माल चोरी कर ले गए। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
पूंछ स्थित अंग्रेजी व बीयर की कम्पोजिट दुकान जो कि 20 मई 2025 को आवकारी बिभाग द्वारा पुराना माल बेचने के आरोप में दुकान को सीज कर दिया गया था। तब से यह दुकान सीज पड़ी थी। शुक्रवार को आबकारी विभाग की टीम ने दुकान को ज़ब खोला तो पूछताछ में विभाग के लोगों ने यह बताया कि इसमें अंग्रेजी शराब के महंगे महंगे ब्रांड एवं बियर की पेटिया कुल मिलाकर 25 से 30 लाख रुपए कि शराब चोरी कि खबर लगने पर आबकारी टीम ने दुकान का मुआयना किया।
आबकारी विभाग के लोगों ने बताया कि यह दुकान अनुज्ञापी उषा देवी के नाम से थी जिसकी सूचना इनको दो-तीन दिन पहले आबकारी विभाग ने दी कि आपकी दुकान को निरस्त कर दिया गया है। चोरी की घटना मालूम पड़ते ही आबकारी विभाग के कर्मचारियों द्वारा दुकान में बाकी रखे माल की गिनती की गई एवं पूरा लेखा जोखा मिलाकर स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है
गौरतलब बात यह है दुकान के आगे के ताले पूरी तरह से बंद मिले लेकिन दुकान के पीछे साइड का एक गेट बाहर की तरफ खुलता है जिसमें ताला लगा पाया गया। इसकी चाभी किसके पास थी यह एक पुलिस की जांच का मामला है। पुलिस की जांच के बाद ही सच सामने आएगा फिलहाल शराब के ठेके से 25 से 30 लाख की शराब आबकारी विभाग के अधिकारियों के अनुसार चोरी कर ली गई है।

झांसी : डीएम ने कहा- बिना ड्राइविंग लाइसेंस के कोई बच्चा वाहन लेकर स्कूल नहीं आएगा

पकड़े जाने पर अभिभावक पर होगी कार्रवाई
बच्चों के साथ दुर्घटना होने पर अभिभावक सहित प्रधानाचार्य पर दर्ज होगा मुकदमा, डीएम
एनएचएआइ झाँसी-उरई के अधिकारी को लगाई फटकार, ब्लैक स्पॉट पर साइन बोर्ड लगाने के दिए निर्देश
झांसी। जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूल प्रबंधक यह प्रमाणित करें कि कोई भी बच्चा बिना लाइसेंस के वाहन से स्कूल नहीं आएगा, यदि स्कूल की ड्रेस में 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे द्वारा बिना लाइसेंस वाहन चलाने के दौरान यदि दुर्घटना होती है तो अभिभावक /प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज किया जाए। यह बात डीएम ने कलेक्ट्रेट नवीन भवन सभागार में आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कही है।
उन्होंने प्रधानाचार्यों से कहा कि यदि बच्चा यातायात नियमों का उल्लंघन कर स्कूल आता है तो तत्काल अभिभावक को नोटिस के माध्यम से जानकारी दें। इसके अतिरिक्त उन्होंने ई-रिक्शा के माध्यम से आने वाले बच्चों की लिस्टिंग करते हुए अभिभावक को जानकारी दिए जाने के निर्देश दिए ताकि बच्चों को सुरक्षित किया जा सके।
बैठक में जिलाधिकारी ने एआरटीओ को निर्देशित किया कि समस्त स्कूलों को सूचीबद्ध करते हुए रोस्टर बनाते हुए रैंडमली जांच करना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए की बिना फिटनेस के स्कूल वाहन यदि संचालित होता है तो इसकी सीधी जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होगी। इसके साथ ही दुर्घटनाग्रस्त होने पर एफआईआर दर्ज होगी।
बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद की यातायात व्यवस्था पर गहरा असंतोष व्यक्त किया। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने एनएचएआई झाँसी-उरई के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए लगातार हो रहे एक्सीडेंट पर नाराजगी व्यक्त की, उन्होंने ब्लैक स्पॉट पर “दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र” साइन बोर्ड लगाए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, सीएमओ डॉ सुधाकर पांडेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन शिव प्रताप शुक्ल, अपर जिला अधिकारी न्याय अरुण कुमार गौड़, अपर जिलाधिकारी नमामी गंगे योगेन्द्र कुमार, सचिव जेडीए श्रीमती उपमा पाण्डेय, अपर नगर आयुक्त मोहम्मद कमर, एसडीएम सदर गोपेश तिवारी,एसडीएम मोंठ अवनीश तिवारी, एआरटीओ एस के अग्रवाल, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी संदीप शर्मा, एनएचएआई से रंजन सिंह सहित विभिन्न स्कूलों से आये स्कूल प्रबंधक/प्रधानाचार्य,बस एसोसिएशन, ट्रक एसोसिएशन, आटो एसोसिएशन के पदाधिकारी व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

झांसी : मांग रहा था गुण्डा टैक्स , पुलिस ने पकड़ा तो चलायी गोली हुआ लंगड़ा , मुठभेड़ में गिरफ्तार

व्यापारी से मांग रहा था पंद्रह लाख की रंगदारी
बालेन्द्र गुप्ता / झांसी। चिरगांव में एक व्यापारी से पंद्रह लाख रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में फरार चल रहे शातिर अपराधी की दिनदहाड़े स्वाट टीम से मुठभेड़ हो गई। जिसमें बदमाश के एक पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। पुलिस टीम ने उसके कब्जे से एक तमंचा कारतूस सहित बिना नंबर की बाइक अपाचे बरामद कर ली। इधर मुठभेड़ की सूचना मिलते ही पुलिस अफसर घटना स्थल की ओर रवाना हो गए।
विवरण के मुताबिक चिरगांव थाना क्षेत्र के डेरा निवासी शातिर अपराधी धीरेंद्र राजपूत पर दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज है। उस पर अभी हाल ही में चिरगांव में एक सराफा व्यापारी से पंद्रह लाख की रंगदारी न देने पर हत्या करने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। इधर व्यापारी से रंगदारी मांगने का मामला एसएसपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने स्वाट ओर संबंधित थाना पुलिस को अपराधी के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने ओर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। आज दोपहर एसएसपी के निर्देशन पर स्वाट टीम ओर मोठ थाना पुलिस अपराधी की धर पकड़ में लगी थी तभी मोठ के जंगलों में फरार चल रहे अपराधी वीरेंद्र राजपूत से पुलिस टीम का आमना सामना हो गया। अपराधी ने पुलिस को देख तमंचे से फायर झोंक दिया और भागने लगा। पुलिस ने उसका पीछा करते हुए जबाव में फायरिंग की तो उसके पैर में गोली जा लगी और वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया। वही उसके कब्जे से एक तमंचा कारतूस सहित बिना नंबर की अपाचे बाइक बरामद कर ली है। पुलिस टीम उससे पूछताछ कर रही है।

 

झाँसी : फिर सजने लगी मेडिकल तिराहे पर अवैध बालू की मण्डी , शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं

हाइवे पर ईट से भरे ट्रक और सर्विस रोड पर बालू से भरे डम्फरों का कब्जा

ट्रैफिक पुलिस चौराहे पर पुरे दिन देखती है तमाशा

बालू के डम्फरों में नम्बर प्लेट न होने बावजूद भी नहीं करते चालान

बालेन्द्र गुप्ता / झाँसी। शहर के बगल में मेडिकल तिराहे के पास हाईवे पर सुबह-सुबह ईट-बालू की अवैध मंडी सजती है। ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतारें हाईवे की एक साइड को कब्जे में कर लेती हैं। लिंक रोड से तो लोग गुजरना ही भूल गये हैं क्योकि लिंक रोड पर बालू से भरे डम्फर खड़े हो जाते है। आश्चर्य ये है कि इस अवैध मंडी पर जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों की नजर या तो पड़ती नहीं, या फिर नजरें फेर ली जाती हैं।
मालुम हो कि अगर आप नेशनल हाईवे पर कानपुर से ग्वालियर या शिवपुरी जा रहे है और जो लोग मेडिकल से पैरामेडिकल जा रहे है तो कम से कम तीन स्थानों पर तो सावधानी बरतनी ही पड़ेगी। क्योकि मेडिकल तिराहे पर और पैरामेडिकल लिंक रोड तथा हाइवे की दूसरी तरफ वाहन ऐसे खड़े रहते है कि दुर्घटनाएं होती ही रहती है ।
यहां पर जनपद के सभी बालू घाटों से बालू के डम्फर आते है और कानपुर देहात व कानपुर से ईट से भरे ट्रक रात बारह बजे के बाद लिंक रोड और हाईवे पर ट्रक खड़े हो जाते हैं, जबकि दूसरी दिशा में लिंक रोड पर बालू से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का कब्जा रहता है। सुबह पांच बजे से इनकी बोली शुरू हो जाती है, जो करीब नौ बजे तक लगती है।

धड़ल्ले से चल रहा अवैध गिट्टी और बालू का कारोबार
शहर में खुलेआम सड़क पर अवैध बालू व गिट्टी का कारोबार किया जा रहा है, इसके कारण सड़कों पर जाम लगा रहता है। लेकिन प्रशासन इसको अनदेखा कर रहा है। कुछ लोग बिना पंजीयन कराए ही अवैध बालू और खनन के कारोबार को खुलेआम संचालित कर रहे हैं। इससे खनिज के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
इससे आम लोगों केे धूल खाकर परेशान होना पड़ रहा है। विभाग को राजस्व की हानि हो रही है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इसे अनदेखा कर रहे हैं। आलम यह है कि शहर में दर्जनों लोग अवैध बालू और गिट्टी का कारोबार खुलेआम कर रहे हैं। यह कारोबार शहर में सड़क किनारे व विभिन्न मोहल्लों में दीवारों की आड़ में चल रहा है। कई स्थानों पर सड़क किनारे संचालित होने से यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है। सड़क किनारे टाल खुलने से बालू और गिट्टी ट्रैक्टर में लोड होने से यह ट्रैक्टर सड़क पर खड़े हो रहे हैं, जिससे वाहनों को ओवरटेक करने में परेशानी हो रही है। वहीं, मोहल्लों में बालू और गिट्टी लोडिंग और अनलोडिंग होने से धूल उड़ती है, जो मकानों में जाती है। इससे बीमारी होने का खतरा बना रहता है। विभिन्न मोहल्लों में बालू और गिट्टी से लदे भारी वाहनों के प्रवेश से आवाजाही में लोगों को परेशानी हो रही है। इन कारोबारियों के पास यह कारोबार करने का कोई रजिस्टेशन नहीं है।

शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं
शहर में नो इंट्री का कोई इंतजाम नहीं है। ट्रैफिक पुलिस को बाय-बाय बोलते हुए बड़े वाहन धड़ल्ले से प्रवेश कर रहे हैं। इससे शहर में रोज जाम लग रहा है। जाम इस कदर कि बसस्टैंड राहगीरों को इतनी समस्या होती है राहगीर वहां से आधा घंटा से अधिक समय में निकल पाते है। रोडवेज के अलावा प्राइवेट बसें, ट्रक, ट्राला आदि बड़े वाहनों की आवाजाही दिन भर चलती है। हालांकि यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगती है, पर वाहनों की आवाजाही पुलिसकर्मियों के आंखों के सामने से होती रहती है। शहर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर चालक वाहनों को रोककर सवारियां भरते नजर आते हैं। चालक जहां चाहते हैं, वही स्थल स्टैंड बन जाता है।

झांसी : स्टेशन के बाहर सवारी माफियाओं की दहशतगर्दी

दबंग उठा ले जाते हैं स्टेशन से सवारियां, पुलिस का रेट है फिक्स

झांसी स्मार्ट सिटी में चल रहे जगह – जगह अवैध बस अड्डे

मरीजों की दलाली के बाद अब सवारियों की दलाली शुरू

बालेन्द्र गुप्ता / झांसी। शासन की सख्ती के बावजूद झांसी स्मार्ट सिटी में अवैध बस अड्डों का संचालन धड़ल्ले से चल रहा है। आधा दर्जन से अधिक अवैध बस अड्डों से लग्जरी बसों से रोडवेज को चपत लगा रहे हैं। हालत यह है कि ट्रेवर्ल्स एजेंसी के गुर्गे रेलवे स्टेशनों से सवारियां उठा ले जा रहे हैं। बावजूद इसके कार्रवाई की बजाय अफसर खामोश है। शहर में रोडवेज के समानांतर अवैध बस स्टैंड सड़कों की पटरियों को कब्जा कर चलाए जा रहे हैं। निजी बस संचालकों को किसी का डर नहीं है। इसके बावजूद परिवहन निगम के समानांतर डग्गामार वाहन बस स्टेशन से कुछ दूरी पर ही चल रहे हैं। इन पर पाबंदी लगाने में जिम्मेदार अफसर नाकाम है। महानगर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर प्राइवेट बस अड्डे सड़क पर संचालित हो रहे हैं। इसकी वजह से परिवहन विभाग को रोजाना लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। बावजूद इसके यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।

परिवहन विभाग है संरक्षण

इन दबंग बस अड्डा संचालकों को संभागीय परिवहन कार्यालय के अफसरों के साथ ही पुलिस का भी संरक्षण मिल रहा है। एेसा सवारियां ढोने वाली बसों व कारों की सूची तैयार की है। निजी वाहन संचालक बस स्टैंड के बाहर से यात्रियों को जबरन अवैध बस स्टैंड पर पर लेकर चले जाते हैं। कई बार झड़प एवं धक्का- मुक्की हो चुकी है। इसकी वजह से कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। उधर, डग्गामार बसों के संचालकों के अनुसार, बसों के संचालन में वसूली का रेट भी तय है। महीने का पांच हजार रुपये प्रति बस अलग- अलग विभाग वसूलते हैं। वसूली की रकम बढ़ने से अब नुकसान होने लगा है। पूंजी के हिसाब से आमदनी नहीं हो पा रही है, इसलिए कई बस संचालकों ने अपनी बसें बेच दीं।

रेलवे बेतवा क्लब सवारी तस्करों का नया अड्डा

नवाबाद थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस क्षेत्र में रेलवे का बेतवा क्लब है। यह क्लब अशोक होटल तिराहा से रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले रास्ते में है। यहां पर प्रतिदिन दस से अधिक निजी बसों का संचालन होता है। यहां प्राइवेट बसों को खड़ा कर खुलेआम सवारियां भरी जा रही हैं। यहां से कानपुर, उन्नाव, लखनऊ औऱ गोरखपुर आदि स्थानों के लिए बसों का संचालन होता है। नाम न छापने की शर्त पर एक बस संचालक ने बताया कि वह कंपनी से लेकर बस को दूसरे स्थान पर ले जाते हैं। जैसे ही वह रक्सा टोलप्लाजा के पास पहुंचे है तो कुछ गुंडे जबरन बस में बैठ जाते हैं। इसके बाद उन्हें रेलवे स्टेशन से अशोक होटल तिराहा की ओर जाने वाले रास्ते किनारे खड़ी कर देते हैं। इनमें सबसे ज्यादा गोरखपुर की सवारियों को बैठाया जाता है। इसके अलावा स्थानीय पुलिस को भी हर माह हजारों में तय शुल्क देना होता है। देररात गोरखपुर के लिए लग्जरी सें सवारियां भरती हैं। वहीं, लोगों का कहना है कि इस बस अड्डे पर बैठे लोग सवारियों को दूसरे कमरे में ले जाकर बेरहमी से पिटाई करते हैं। रेलवे स्टेशन से सवारियों को लाने के लिए ऑटो चालकों को सेंट कर रखा है।

अशोक होटल तिराहे पर प्राइवेट बसों का कब्जा

यहां से कोटा, लखनऊ, जयपुर, दिल्ली, गोरखपुर, प्रयागराज के लिए बसों का संचालन होता है। यहां मौजूद स्टॉफ ने बताया कि रेलवे स्टेशन से सवारियों को लाकर यहां से बसों में सवार किया जाता है। मनमाफिक पैसा भी वसूल किया जाता है। वहीं, एक सवारी ने बताया कि जब वह रेलवे स्टेशन से मोटर स्टैंड के लिए सवार हुए तो ऑटो चालक ने उन्हें ट्रेवर्ल्स एजेंसी पर उतार दिया। मना करने पर उसकी पिटाई की। रात दो बजे के बाद उसे बस में सवार होकर गोरखपुर के लिए रवाना किया गया।

ननि गेट के पास सवारियों का लगता है बाजार

रात दस बजे के लगभग ननि के गेट के पास बसों को रोका जाता है। यहां से सवारियों को दिल्ली, जयपुर के लिए सवार किया जाता है। बस चालक ने बताया कि यातायात पुलिस को प्रतिदिन पैसा देना पड़ता है। इसके बावजूद थाने में पुलिस को, स्टैंड एवं अऩ्य के लिए पैसे देना पड़ता है।

बसों में क्षमता से अधिक भरी जाती है सवारियां

अशोक होटल तिराहा में रात में प्राइवेट बसें सवारियां भरती हैं। यहां दुकानदार ने बताया कि बसों में क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर बस चालक ले जाते हैं। देररात में भी लंबी दूरी की बसें जाती हैं। परिवहन विभाग और पुलिस के संरक्षण में ही बस संचालक शहर में सड़क पर ही प्राइवेट बसें खड़ी कर सवारियां भरते हैं।

लगैज की जगह ट्रांसपोर्ट का कर रही काम

गोरखपुर, कोटा, जयपुर, इंदौर के साथ अन्य शहरों में झांसी से यात्री बसें यात्रियों को लेकर जाती हैं। उन्हीं बसों में नीचे यात्री औऱ छतों पर लाइन लगाकर ट्रांसपोर्ट के माल को ढोंया जाता है। जब तक बस निश्चित स्थान पर नहीं पहुंच जाती, तब तक यात्रियों की धड़कने धड़कती रहती है। मुनाफा पाने के चक्कर में यह नजारा रात से सुबह तक देखने को मिल रहा है।

झांसी में फिटनेस के नाम पर की जा रही थी अवैध वसूली

वाहन फिटनेस के नाम पर अवैध वसूली करने के आठ आरोपी गिरफ्तार
मुरैना की कंपनी की मालकिन सहित दस के खिलाफ रंगदारी मांगने के आरोप में दर्ज किया गया था मुकदमा
झांसी। वाहन फिटनेस के नाम पर 18 सौ रुपए की जगह चार हजार रुपए वसूलने तथा न देने पर वाहन चालकों और उनके मालिकों को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार आठ आरोपियों को पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
ज्ञात हो कि नारायणी टेक्नोलॉजी कंपनी की मालकिन सहित दस लोगों पर रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में बीते रोज थाना सीपरी बाजार पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था ।
संभागीय परिवहन कार्यालय में तैनात प्राविधिक संभागीय निरीक्षक संजय सिंह ने थाना सीपरी बाजार में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि उनके कार्यालय में वाहन चालकों द्वारा लिखित शिकायत की गई थी कि एनएच 44 ग्वालियर से झांसी रोड पर वाहनों की फिटनेस के लिए मध्य प्रदेश जिला मुरैना की नारायणी टेक्नोलॉजी कंपनी को ठेका दिया गया है। जिसकी मालिक श्रीमती नेहा सिंघल है। झांसी में फिटनेस कंपनी का कार्य नेहा का पति कुंज बिहारी अग्रवाल देखता है। वाहन मालिकों का आरोप है कि कंपनी द्वारा अपने मैनेजर और कर्मचारियों के माध्यम से वाहन फिटनेस के सरकार के निर्धारित शुल्क 18 सौ की जगह चार हजार रुपए की मांग की जाती है और अवैध रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी देते है। आरोप है कि जांच की गई तो आरोप सत्य पाए गए। पुलिस ने बीते रोज शुक्रवार को आरोपी नेहा सिंघई, कुंज बिहारी अग्रवाल, प्रबंधक अरुण देव शर्मा, मानवेंद्र सिंह,जगराम, अजय प्रताप सेंगर,उमेश राजपूत,श्याम सिंह तोमर, अवध राज सिंह उर्फ सनी तोमर,अजय वाल्मीक के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मैनेजर सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार आरोपियों को शनिवार को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। अभियोजन अधिकारी अखिलेश कुमार मौर्य ने बताया कि न्यायालय द्वारा सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

झांसी में शादी के लाल जोड़ें में दुल्हन पति के साथ पहुंची परीक्षा देने विधालय

बी.एस.सी. द्धितीय वर्ष की परीक्षा देने आयी थी दुल्हन
झांसी । जनपद झांसी के समथर क्षेत्रांतर्गत शादी का शुभ मुहूर्त छोड़ शादी के लाल जोड़ें में पति के साथ पहाड़पुरा स्टेट के हरदयाल सिंह महाविधालय के परीक्षा हाल में परीक्षा देने पहुंची जहां दुल्हन ने बी.एस.सी. द्धितीय वर्ष की परीक्षा दी तो साथ आया पति विधालय के बाहर दुल्हन का घंटों इन्तजार करता रहा।
जानकारी के अनुसार समथर क्षेत्रगत के ग्राम छेवटा निवासी जगदीश की बेटी निशा की शादी दो मई को थी। निशा परीक्षा देने परीक्षा हॉल में पहुंची जिसे देख कर सभी लोग दंग रह गये।इसके बाद निशा ने परीक्षा से लौट कर शनिवार को शादी की रस्में पूरी करने के बाद विदा कर ससुराल पहुंची
परिजनों द्धारा दी जानकारी के अनुसार निशा बीएससी सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी लिहाजा शादी की तारीख तय करते वक्त यह ध्यान खास तौर पर दिया गया कि परीक्षा की डेट कहीं अड़चन न बनने पाए। निशा का पेपर 3 मई को था लिहाजा शादी की तारीख 2 मई को मुकर्रर की गई। लेकिन शादी की सारी तैयारियां हो जाने के बाद ऐन वक्त पर 3 तारीख को होने वाला पेपर की जानकारी सात फेरे लेने वाले जीवन साथी पति को दी। जीवन साथी ने निशा को भरोसा दिलाया कि शादी की रस्में भी पूरे विधान से होंगी और वह समय पर परीक्षा हॉल भी पहुंचगी वही विद्यालय के प्राचार्य
प्राचार्य डॉ सुनील कुमार द्विवेदी ने कहा कि इस प्रकार की छात्राएं शिक्षा के महत्व को समझते हुए अपने जीवन में अवश्य सफल होती हैं। अध्यापक रामस्वरूप गोस्वामी ने कहा कि शिक्षा अनमोल है निशाने हर काम को छोड़ते हुए शिक्षा को उचित समझते हुए आज उन्होंने परीक्षा में सम्मिलित होकर अपने जीवन को सफल बनाने का कार्य किया। चंद्रजीत सिंह गुर्जर ने कहा कि निशा ने अपने जीवन में शिक्षा का महत्व समझते हुए परीक्षा में शामिल हुई और शिक्षा के महत्व को समझा इस प्रकार की छात्र जीवन में अवश्य सफल होती हैं।

बुन्देलखण्ड यूनिवर्सिटी : बढ़ती ही जा रही है कैम्पस में छात्रों की गुण्डा गर्दी

छात्रों में जमकर चले लाठी – डंडे , वीडियो हुआ वायरल

विश्वविद्यालय प्रशासन की कमान है ढीली , सुरक्षा गार्डों की शह होती है गुण्डई

विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्डों को नहीं पता कोई नियम क़ानून

झाँसी। बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के कैंपस में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते मामूली कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया और दोनों ओर से लात-घूंसे और डंडे चलने लगे। कैंपस के बीचोंबीच हुई इस झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें छात्रों की हिंसा साफ तौर पर देखी जा सकती है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विवाद की वजह यूनिवर्सिटी में दबदबा कायम करने को लेकर पुरानी रंजिश बताई जा रही है। दोनों गुटों के बीच पहले बहस हुई और फिर मामला मारपीट तक पहुँच गया। इस झगड़े से वहां मौजूद अन्य छात्र-छात्राएं सहम गए और इधर-उधर भागने लगे। हालात बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन और सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे और किसी तरह छात्रों को शांत कराया। हालांकि, घटना के वक्त परिसर में पुलिस की मौजूदगी नहीं थी। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है और दोषियों की पहचान कर उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रत्यादर्शियो के मुताविक छात्रों की ताकत इतनी देखि जा रही थी कि उपद्रवी छात्र सुरक्षा गार्डों को धक्का देकर आवासीय कैम्पस में तक घुस गए थे।

छात्रों में दहशत का माहौल

घटना के बाद यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों में डर का माहौल है। कई छात्र-छात्राओं ने इसे सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी चूक बताया है। उनका कहना है कि कैंपस में इस तरह की घटनाएं छात्र हित और शिक्षा के माहौल के लिए बेहद नुकसानदेह हैं। पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि इससे पहले भी बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्रों के बीच झगड़े की घटनाएं सामने आती रही हैं। इस ताज़ा मामले ने एक बार फिर यूनिवर्सिटी प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।