झांसी : मांग रहा था गुण्डा टैक्स , पुलिस ने पकड़ा तो चलायी गोली हुआ लंगड़ा , मुठभेड़ में गिरफ्तार

व्यापारी से मांग रहा था पंद्रह लाख की रंगदारी
बालेन्द्र गुप्ता / झांसी। चिरगांव में एक व्यापारी से पंद्रह लाख रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में फरार चल रहे शातिर अपराधी की दिनदहाड़े स्वाट टीम से मुठभेड़ हो गई। जिसमें बदमाश के एक पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। पुलिस टीम ने उसके कब्जे से एक तमंचा कारतूस सहित बिना नंबर की बाइक अपाचे बरामद कर ली। इधर मुठभेड़ की सूचना मिलते ही पुलिस अफसर घटना स्थल की ओर रवाना हो गए।
विवरण के मुताबिक चिरगांव थाना क्षेत्र के डेरा निवासी शातिर अपराधी धीरेंद्र राजपूत पर दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज है। उस पर अभी हाल ही में चिरगांव में एक सराफा व्यापारी से पंद्रह लाख की रंगदारी न देने पर हत्या करने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। इधर व्यापारी से रंगदारी मांगने का मामला एसएसपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने स्वाट ओर संबंधित थाना पुलिस को अपराधी के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने ओर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। आज दोपहर एसएसपी के निर्देशन पर स्वाट टीम ओर मोठ थाना पुलिस अपराधी की धर पकड़ में लगी थी तभी मोठ के जंगलों में फरार चल रहे अपराधी वीरेंद्र राजपूत से पुलिस टीम का आमना सामना हो गया। अपराधी ने पुलिस को देख तमंचे से फायर झोंक दिया और भागने लगा। पुलिस ने उसका पीछा करते हुए जबाव में फायरिंग की तो उसके पैर में गोली जा लगी और वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया। वही उसके कब्जे से एक तमंचा कारतूस सहित बिना नंबर की अपाचे बाइक बरामद कर ली है। पुलिस टीम उससे पूछताछ कर रही है।

 

झाँसी : फिर सजने लगी मेडिकल तिराहे पर अवैध बालू की मण्डी , शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं

हाइवे पर ईट से भरे ट्रक और सर्विस रोड पर बालू से भरे डम्फरों का कब्जा

ट्रैफिक पुलिस चौराहे पर पुरे दिन देखती है तमाशा

बालू के डम्फरों में नम्बर प्लेट न होने बावजूद भी नहीं करते चालान

बालेन्द्र गुप्ता / झाँसी। शहर के बगल में मेडिकल तिराहे के पास हाईवे पर सुबह-सुबह ईट-बालू की अवैध मंडी सजती है। ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतारें हाईवे की एक साइड को कब्जे में कर लेती हैं। लिंक रोड से तो लोग गुजरना ही भूल गये हैं क्योकि लिंक रोड पर बालू से भरे डम्फर खड़े हो जाते है। आश्चर्य ये है कि इस अवैध मंडी पर जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों की नजर या तो पड़ती नहीं, या फिर नजरें फेर ली जाती हैं।
मालुम हो कि अगर आप नेशनल हाईवे पर कानपुर से ग्वालियर या शिवपुरी जा रहे है और जो लोग मेडिकल से पैरामेडिकल जा रहे है तो कम से कम तीन स्थानों पर तो सावधानी बरतनी ही पड़ेगी। क्योकि मेडिकल तिराहे पर और पैरामेडिकल लिंक रोड तथा हाइवे की दूसरी तरफ वाहन ऐसे खड़े रहते है कि दुर्घटनाएं होती ही रहती है ।
यहां पर जनपद के सभी बालू घाटों से बालू के डम्फर आते है और कानपुर देहात व कानपुर से ईट से भरे ट्रक रात बारह बजे के बाद लिंक रोड और हाईवे पर ट्रक खड़े हो जाते हैं, जबकि दूसरी दिशा में लिंक रोड पर बालू से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का कब्जा रहता है। सुबह पांच बजे से इनकी बोली शुरू हो जाती है, जो करीब नौ बजे तक लगती है।

धड़ल्ले से चल रहा अवैध गिट्टी और बालू का कारोबार
शहर में खुलेआम सड़क पर अवैध बालू व गिट्टी का कारोबार किया जा रहा है, इसके कारण सड़कों पर जाम लगा रहता है। लेकिन प्रशासन इसको अनदेखा कर रहा है। कुछ लोग बिना पंजीयन कराए ही अवैध बालू और खनन के कारोबार को खुलेआम संचालित कर रहे हैं। इससे खनिज के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
इससे आम लोगों केे धूल खाकर परेशान होना पड़ रहा है। विभाग को राजस्व की हानि हो रही है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इसे अनदेखा कर रहे हैं। आलम यह है कि शहर में दर्जनों लोग अवैध बालू और गिट्टी का कारोबार खुलेआम कर रहे हैं। यह कारोबार शहर में सड़क किनारे व विभिन्न मोहल्लों में दीवारों की आड़ में चल रहा है। कई स्थानों पर सड़क किनारे संचालित होने से यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है। सड़क किनारे टाल खुलने से बालू और गिट्टी ट्रैक्टर में लोड होने से यह ट्रैक्टर सड़क पर खड़े हो रहे हैं, जिससे वाहनों को ओवरटेक करने में परेशानी हो रही है। वहीं, मोहल्लों में बालू और गिट्टी लोडिंग और अनलोडिंग होने से धूल उड़ती है, जो मकानों में जाती है। इससे बीमारी होने का खतरा बना रहता है। विभिन्न मोहल्लों में बालू और गिट्टी से लदे भारी वाहनों के प्रवेश से आवाजाही में लोगों को परेशानी हो रही है। इन कारोबारियों के पास यह कारोबार करने का कोई रजिस्टेशन नहीं है।

शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं
शहर में नो इंट्री का कोई इंतजाम नहीं है। ट्रैफिक पुलिस को बाय-बाय बोलते हुए बड़े वाहन धड़ल्ले से प्रवेश कर रहे हैं। इससे शहर में रोज जाम लग रहा है। जाम इस कदर कि बसस्टैंड राहगीरों को इतनी समस्या होती है राहगीर वहां से आधा घंटा से अधिक समय में निकल पाते है। रोडवेज के अलावा प्राइवेट बसें, ट्रक, ट्राला आदि बड़े वाहनों की आवाजाही दिन भर चलती है। हालांकि यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगती है, पर वाहनों की आवाजाही पुलिसकर्मियों के आंखों के सामने से होती रहती है। शहर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर चालक वाहनों को रोककर सवारियां भरते नजर आते हैं। चालक जहां चाहते हैं, वही स्थल स्टैंड बन जाता है।

झांसी : स्टेशन के बाहर सवारी माफियाओं की दहशतगर्दी

दबंग उठा ले जाते हैं स्टेशन से सवारियां, पुलिस का रेट है फिक्स

झांसी स्मार्ट सिटी में चल रहे जगह – जगह अवैध बस अड्डे

मरीजों की दलाली के बाद अब सवारियों की दलाली शुरू

बालेन्द्र गुप्ता / झांसी। शासन की सख्ती के बावजूद झांसी स्मार्ट सिटी में अवैध बस अड्डों का संचालन धड़ल्ले से चल रहा है। आधा दर्जन से अधिक अवैध बस अड्डों से लग्जरी बसों से रोडवेज को चपत लगा रहे हैं। हालत यह है कि ट्रेवर्ल्स एजेंसी के गुर्गे रेलवे स्टेशनों से सवारियां उठा ले जा रहे हैं। बावजूद इसके कार्रवाई की बजाय अफसर खामोश है। शहर में रोडवेज के समानांतर अवैध बस स्टैंड सड़कों की पटरियों को कब्जा कर चलाए जा रहे हैं। निजी बस संचालकों को किसी का डर नहीं है। इसके बावजूद परिवहन निगम के समानांतर डग्गामार वाहन बस स्टेशन से कुछ दूरी पर ही चल रहे हैं। इन पर पाबंदी लगाने में जिम्मेदार अफसर नाकाम है। महानगर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर प्राइवेट बस अड्डे सड़क पर संचालित हो रहे हैं। इसकी वजह से परिवहन विभाग को रोजाना लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। बावजूद इसके यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।

परिवहन विभाग है संरक्षण

इन दबंग बस अड्डा संचालकों को संभागीय परिवहन कार्यालय के अफसरों के साथ ही पुलिस का भी संरक्षण मिल रहा है। एेसा सवारियां ढोने वाली बसों व कारों की सूची तैयार की है। निजी वाहन संचालक बस स्टैंड के बाहर से यात्रियों को जबरन अवैध बस स्टैंड पर पर लेकर चले जाते हैं। कई बार झड़प एवं धक्का- मुक्की हो चुकी है। इसकी वजह से कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। उधर, डग्गामार बसों के संचालकों के अनुसार, बसों के संचालन में वसूली का रेट भी तय है। महीने का पांच हजार रुपये प्रति बस अलग- अलग विभाग वसूलते हैं। वसूली की रकम बढ़ने से अब नुकसान होने लगा है। पूंजी के हिसाब से आमदनी नहीं हो पा रही है, इसलिए कई बस संचालकों ने अपनी बसें बेच दीं।

रेलवे बेतवा क्लब सवारी तस्करों का नया अड्डा

नवाबाद थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस क्षेत्र में रेलवे का बेतवा क्लब है। यह क्लब अशोक होटल तिराहा से रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले रास्ते में है। यहां पर प्रतिदिन दस से अधिक निजी बसों का संचालन होता है। यहां प्राइवेट बसों को खड़ा कर खुलेआम सवारियां भरी जा रही हैं। यहां से कानपुर, उन्नाव, लखनऊ औऱ गोरखपुर आदि स्थानों के लिए बसों का संचालन होता है। नाम न छापने की शर्त पर एक बस संचालक ने बताया कि वह कंपनी से लेकर बस को दूसरे स्थान पर ले जाते हैं। जैसे ही वह रक्सा टोलप्लाजा के पास पहुंचे है तो कुछ गुंडे जबरन बस में बैठ जाते हैं। इसके बाद उन्हें रेलवे स्टेशन से अशोक होटल तिराहा की ओर जाने वाले रास्ते किनारे खड़ी कर देते हैं। इनमें सबसे ज्यादा गोरखपुर की सवारियों को बैठाया जाता है। इसके अलावा स्थानीय पुलिस को भी हर माह हजारों में तय शुल्क देना होता है। देररात गोरखपुर के लिए लग्जरी सें सवारियां भरती हैं। वहीं, लोगों का कहना है कि इस बस अड्डे पर बैठे लोग सवारियों को दूसरे कमरे में ले जाकर बेरहमी से पिटाई करते हैं। रेलवे स्टेशन से सवारियों को लाने के लिए ऑटो चालकों को सेंट कर रखा है।

अशोक होटल तिराहे पर प्राइवेट बसों का कब्जा

यहां से कोटा, लखनऊ, जयपुर, दिल्ली, गोरखपुर, प्रयागराज के लिए बसों का संचालन होता है। यहां मौजूद स्टॉफ ने बताया कि रेलवे स्टेशन से सवारियों को लाकर यहां से बसों में सवार किया जाता है। मनमाफिक पैसा भी वसूल किया जाता है। वहीं, एक सवारी ने बताया कि जब वह रेलवे स्टेशन से मोटर स्टैंड के लिए सवार हुए तो ऑटो चालक ने उन्हें ट्रेवर्ल्स एजेंसी पर उतार दिया। मना करने पर उसकी पिटाई की। रात दो बजे के बाद उसे बस में सवार होकर गोरखपुर के लिए रवाना किया गया।

ननि गेट के पास सवारियों का लगता है बाजार

रात दस बजे के लगभग ननि के गेट के पास बसों को रोका जाता है। यहां से सवारियों को दिल्ली, जयपुर के लिए सवार किया जाता है। बस चालक ने बताया कि यातायात पुलिस को प्रतिदिन पैसा देना पड़ता है। इसके बावजूद थाने में पुलिस को, स्टैंड एवं अऩ्य के लिए पैसे देना पड़ता है।

बसों में क्षमता से अधिक भरी जाती है सवारियां

अशोक होटल तिराहा में रात में प्राइवेट बसें सवारियां भरती हैं। यहां दुकानदार ने बताया कि बसों में क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर बस चालक ले जाते हैं। देररात में भी लंबी दूरी की बसें जाती हैं। परिवहन विभाग और पुलिस के संरक्षण में ही बस संचालक शहर में सड़क पर ही प्राइवेट बसें खड़ी कर सवारियां भरते हैं।

लगैज की जगह ट्रांसपोर्ट का कर रही काम

गोरखपुर, कोटा, जयपुर, इंदौर के साथ अन्य शहरों में झांसी से यात्री बसें यात्रियों को लेकर जाती हैं। उन्हीं बसों में नीचे यात्री औऱ छतों पर लाइन लगाकर ट्रांसपोर्ट के माल को ढोंया जाता है। जब तक बस निश्चित स्थान पर नहीं पहुंच जाती, तब तक यात्रियों की धड़कने धड़कती रहती है। मुनाफा पाने के चक्कर में यह नजारा रात से सुबह तक देखने को मिल रहा है।

झांसी में फिटनेस के नाम पर की जा रही थी अवैध वसूली

वाहन फिटनेस के नाम पर अवैध वसूली करने के आठ आरोपी गिरफ्तार
मुरैना की कंपनी की मालकिन सहित दस के खिलाफ रंगदारी मांगने के आरोप में दर्ज किया गया था मुकदमा
झांसी। वाहन फिटनेस के नाम पर 18 सौ रुपए की जगह चार हजार रुपए वसूलने तथा न देने पर वाहन चालकों और उनके मालिकों को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार आठ आरोपियों को पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
ज्ञात हो कि नारायणी टेक्नोलॉजी कंपनी की मालकिन सहित दस लोगों पर रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में बीते रोज थाना सीपरी बाजार पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था ।
संभागीय परिवहन कार्यालय में तैनात प्राविधिक संभागीय निरीक्षक संजय सिंह ने थाना सीपरी बाजार में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि उनके कार्यालय में वाहन चालकों द्वारा लिखित शिकायत की गई थी कि एनएच 44 ग्वालियर से झांसी रोड पर वाहनों की फिटनेस के लिए मध्य प्रदेश जिला मुरैना की नारायणी टेक्नोलॉजी कंपनी को ठेका दिया गया है। जिसकी मालिक श्रीमती नेहा सिंघल है। झांसी में फिटनेस कंपनी का कार्य नेहा का पति कुंज बिहारी अग्रवाल देखता है। वाहन मालिकों का आरोप है कि कंपनी द्वारा अपने मैनेजर और कर्मचारियों के माध्यम से वाहन फिटनेस के सरकार के निर्धारित शुल्क 18 सौ की जगह चार हजार रुपए की मांग की जाती है और अवैध रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी देते है। आरोप है कि जांच की गई तो आरोप सत्य पाए गए। पुलिस ने बीते रोज शुक्रवार को आरोपी नेहा सिंघई, कुंज बिहारी अग्रवाल, प्रबंधक अरुण देव शर्मा, मानवेंद्र सिंह,जगराम, अजय प्रताप सेंगर,उमेश राजपूत,श्याम सिंह तोमर, अवध राज सिंह उर्फ सनी तोमर,अजय वाल्मीक के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मैनेजर सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार आरोपियों को शनिवार को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। अभियोजन अधिकारी अखिलेश कुमार मौर्य ने बताया कि न्यायालय द्वारा सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

झांसी में शादी के लाल जोड़ें में दुल्हन पति के साथ पहुंची परीक्षा देने विधालय

बी.एस.सी. द्धितीय वर्ष की परीक्षा देने आयी थी दुल्हन
झांसी । जनपद झांसी के समथर क्षेत्रांतर्गत शादी का शुभ मुहूर्त छोड़ शादी के लाल जोड़ें में पति के साथ पहाड़पुरा स्टेट के हरदयाल सिंह महाविधालय के परीक्षा हाल में परीक्षा देने पहुंची जहां दुल्हन ने बी.एस.सी. द्धितीय वर्ष की परीक्षा दी तो साथ आया पति विधालय के बाहर दुल्हन का घंटों इन्तजार करता रहा।
जानकारी के अनुसार समथर क्षेत्रगत के ग्राम छेवटा निवासी जगदीश की बेटी निशा की शादी दो मई को थी। निशा परीक्षा देने परीक्षा हॉल में पहुंची जिसे देख कर सभी लोग दंग रह गये।इसके बाद निशा ने परीक्षा से लौट कर शनिवार को शादी की रस्में पूरी करने के बाद विदा कर ससुराल पहुंची
परिजनों द्धारा दी जानकारी के अनुसार निशा बीएससी सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी लिहाजा शादी की तारीख तय करते वक्त यह ध्यान खास तौर पर दिया गया कि परीक्षा की डेट कहीं अड़चन न बनने पाए। निशा का पेपर 3 मई को था लिहाजा शादी की तारीख 2 मई को मुकर्रर की गई। लेकिन शादी की सारी तैयारियां हो जाने के बाद ऐन वक्त पर 3 तारीख को होने वाला पेपर की जानकारी सात फेरे लेने वाले जीवन साथी पति को दी। जीवन साथी ने निशा को भरोसा दिलाया कि शादी की रस्में भी पूरे विधान से होंगी और वह समय पर परीक्षा हॉल भी पहुंचगी वही विद्यालय के प्राचार्य
प्राचार्य डॉ सुनील कुमार द्विवेदी ने कहा कि इस प्रकार की छात्राएं शिक्षा के महत्व को समझते हुए अपने जीवन में अवश्य सफल होती हैं। अध्यापक रामस्वरूप गोस्वामी ने कहा कि शिक्षा अनमोल है निशाने हर काम को छोड़ते हुए शिक्षा को उचित समझते हुए आज उन्होंने परीक्षा में सम्मिलित होकर अपने जीवन को सफल बनाने का कार्य किया। चंद्रजीत सिंह गुर्जर ने कहा कि निशा ने अपने जीवन में शिक्षा का महत्व समझते हुए परीक्षा में शामिल हुई और शिक्षा के महत्व को समझा इस प्रकार की छात्र जीवन में अवश्य सफल होती हैं।

बुन्देलखण्ड यूनिवर्सिटी : बढ़ती ही जा रही है कैम्पस में छात्रों की गुण्डा गर्दी

छात्रों में जमकर चले लाठी – डंडे , वीडियो हुआ वायरल

विश्वविद्यालय प्रशासन की कमान है ढीली , सुरक्षा गार्डों की शह होती है गुण्डई

विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्डों को नहीं पता कोई नियम क़ानून

झाँसी। बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के कैंपस में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते मामूली कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया और दोनों ओर से लात-घूंसे और डंडे चलने लगे। कैंपस के बीचोंबीच हुई इस झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें छात्रों की हिंसा साफ तौर पर देखी जा सकती है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विवाद की वजह यूनिवर्सिटी में दबदबा कायम करने को लेकर पुरानी रंजिश बताई जा रही है। दोनों गुटों के बीच पहले बहस हुई और फिर मामला मारपीट तक पहुँच गया। इस झगड़े से वहां मौजूद अन्य छात्र-छात्राएं सहम गए और इधर-उधर भागने लगे। हालात बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन और सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे और किसी तरह छात्रों को शांत कराया। हालांकि, घटना के वक्त परिसर में पुलिस की मौजूदगी नहीं थी। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है और दोषियों की पहचान कर उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रत्यादर्शियो के मुताविक छात्रों की ताकत इतनी देखि जा रही थी कि उपद्रवी छात्र सुरक्षा गार्डों को धक्का देकर आवासीय कैम्पस में तक घुस गए थे।

छात्रों में दहशत का माहौल

घटना के बाद यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों में डर का माहौल है। कई छात्र-छात्राओं ने इसे सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी चूक बताया है। उनका कहना है कि कैंपस में इस तरह की घटनाएं छात्र हित और शिक्षा के माहौल के लिए बेहद नुकसानदेह हैं। पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि इससे पहले भी बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्रों के बीच झगड़े की घटनाएं सामने आती रही हैं। इस ताज़ा मामले ने एक बार फिर यूनिवर्सिटी प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

झांसी में माफियागिरी : विकलांग दलित की भूमाफियाओं ने हड़प ली बेशकीमती जमीन

माफिया पर लाखों की जमीन हड़पने, फर्जी बैनामा कराने और रंगदारी मांगने का आरोप
न्याय के लिये विकलांग ने दरवाजा खटखटाया पुलिस कप्तान का
झाँसी। झांसी के एक चर्चित जमीन माफिया पर एक विकलांग दलित व्यक्ति ने अपनी लाखों रुपये की जमीन का फर्जी बैनामा कराकर हड़पने और विरोध करने पर बंदूक की दम पर धमकाने के साथ-साथ अवैध रूप से रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। इस मामले की शिकायत विकलांग दलित ने न्याय के लिए पुलिस कप्तान का दरवाजा खटखटाया है और उसने अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।

विवरण के मुताविक प्रेमनगर थाना क्षेत्र के नैनागढ़ निवासी महेंद्र अहिरवार ने अपने परिजनों के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्यालय पहुँचकर एक शिकायती पत्र सौंपा। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि माफिया गैंग से जुड़े के एक सदस्य ने उनके एक रिश्तेदार के साथ मिलकर उनकी लाखों रुपये कीमत की जमीन का फर्जी बैनामा करा लिया। पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने उनके बैंक खाते से अपने रिश्तेदार के खाते में पैसे डलवाकर उनकी जमीन धोखे से हड़प ली। उसने शिकायती पत्र में यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस और अन्य अधिकारियों से की, तो उक्त दबंग व्यक्ति अपने गुर्गों के साथ उनके घर पहुंचा। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी ने उन्हें बंदूक की नोक पर धमकाया और उनके साथ मारपीट की, साथ ही दस लाख रुपये की रंगदारी की भी मांग की और कहा की अगर तुमने दोबारा कोई शिकायत की तो जान से मार दिए जाओगे।

मालुम हो कि जिस जमीन माफिया पर विकलांग दलित ने आरोप लगाया है उसके खिलाफ कि कुछ दिनों पहले भी शहर के एक धनाढ्य व्यक्ति ने इसी प्रकार उस माफिया गैंग के एक दबंग गुर्गे पर उसकी जमीन कब्जाने और धमकाने का आरोप लगाते हुए अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानपुर जोन के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया था। इस नए मामले के सामने आने से बाहरी माफिया गैंग के गुर्गों द्वारा झाँसी में भी सक्रिय होकर लोगों को परेशान करने और उनकी संपत्तियों पर कब्जा करने की आशंका बढ़ गई है। पुलिस अब इस मामले की जांच में जुट गई है और पीड़ित महेंद्र अहिरवार द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाती है और पीड़ित को न्याय दिला पाती है या नहीं। इस घटना ने एक बार फिर संगठित अपराध और माफिया तत्वों के प्रभाव को उजागर किया है, जो कमजोर और असहाय लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। पीड़ित पुलिस कप्तान से न्याय की गुहार लगायी है।

झांसी:शिकायतों के निस्तारण में समयबद्धता और गुणवत्ता पर हो अधिक फोकस: डीएम

22 शिकायतों का हुआ मौके पर निस्तारण

झांसी। जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समय सीमा और गुणवत्ता परक किया जाना सुनिश्चित किया जाए। आज प्राप्त शिकायतों को स्वयं संज्ञान में लेते हुए निस्तारित शिकायतों का मौके पर स्वयं परीक्षण करें । उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत के निस्तारण से संतुष्ट होना भी सुनिश्चित किया जाए।

आज संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर लगभग 170  को शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें 22 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया,शेष शिकायतों को 15 दिवस में निस्तारित करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।

जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस मोंठ में भूमि संबंधित विवाद अथवा सरकारी एवं निजी भूमि/चक रोड पर अवैध कब्जों की शिकायतें प्राप्त होने पर उपस्थित लेखपालों को कार्यशैली में सुधार लाए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने अवैध कब्जों की शिकायत के संदर्भ में टीम गठित करते हुए मौके पर जाकर चकरोड, निजी एवं सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराए जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस मौके पर गरौठा विधायक जवाहर सिंह राजपूत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ती, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जी अक्षय दीपक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय, डीएफओ जे बी शेंडे, एसडीएम प्रदीप कुमार ,क्षेत्राधिकारी पुलिस सहित समस्त विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी अधिकारी उपस्थित रहे।

साहब, नाजायज तरीके से लगा ली है फसल

सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर मोहन सिंह निवासी ग्राम पथर्रा मोंठ ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि ग्राम पथर्रा की में भूमि संख्या 277 नाला व 279 खाद के गड्ढे को गाँव के दबंग व्यक्ति ने नाजायज तरीके से उपरोक्त भूमि में प्याज व वरसीम की फसल लगा ली है। पूर्व में शिकायत करने के बाद क़ब्ज़ा हटा दिया गया था किंतु विपक्षी द्वारा पुन। उक्त भूमि पर फसल लगा ली गई हैं। जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने उपजिलाधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी पुलिस को मौके पर भ्रमण कर कब्जा हटाए जाने की नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सम्पूर्ण समाधान दिवस पर विद्युत विभाग, समाज कल्याण विभाग, दिव्यांग विभाग की शिकायतों निस्तारण हेतु जिलाधिकारी ने तत्काल कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।

झांसी : निर्माण कार्यों के शिलान्यास एवं लोकार्पण में जनप्रतिनिधियों की प्रतिभागिता सुनिश्चित कराएं : वाई पी सिंह

आदर्श ग्राम योजना के निर्माण कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करें

निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति का समय-समय पर निरीक्षण करें

झांसी। उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (यूपीसिडको), राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त वाई पी सिंह की अध्यक्षता में आवश्यक समीक्षा बैठक सर्किट हाउस सभागार, झांसी में आयोजित की गई।

विभागीय समीक्षा के अंतर्गत अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं अब संरचना विकास निगम लिमिटेड ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शासन द्वारा लक्षित यूपी सिडको के निर्माण संबंधी परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण के समय स्थानीय जनप्रतिनिधियों की प्रतिभागिता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराएं, इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आदर्श ग्राम योजना के लक्षित निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के तौर पर पूर्ण करें।

उन्होंने निर्देश दिए कि झांसी एवं ललितपुर में निर्माण कार्य संबंधी सभी परियोजनाओं का मरम्मत एवं जीर्णोंद्धार कार्य गुणवत्ता पूर्ण तरीके से पूर्ण करें। समाज कल्याण अधिकारी आश्रम पद्धति विद्यालय में निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति का समय-समय पर अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें, जिससे प्रस्तुत आंकड़ों के सापेक्ष वास्तविक प्रगति का आकलन किया जा सके। यूपी सिडको विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि योजनाओं की प्रगति संबंधी आकरण का विवरण व्यवस्थित रूप से तैयार कर बैठकों में उपस्थित हों।

उन्होंने कहा कि “उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड” उत्तर प्रदेश सरकार का एक निकाय है, जिसका कार्य निर्माण और अवसंरचना परियोजनाओं को विकसित करने और प्रबंधित करना है। यूपी सिडको विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यों (सड़कें, पुल, भवन, और अन्य बुनियादी ढाँचे) को पूर्ण करने का कार्य करता है। यह निकाय राज्य में अवसंरचना विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, अपनी परियोजनाओं के लिए धन जुटाता और खर्च करता है तथा राज्य सरकार के लिए राजकोषीय जिम्मेदारी का प्रदर्शन करता है।

बैठक में सहायक अभियंता उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड ने विभागीय प्रगति की जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय योजना अंतर्गत ग्राम कोछाभांवर एवं दुनारा आश्रम पद्धति विद्यालय में एक विद्यालय का निर्माण लक्षित है, जिसका 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि विभाग के अंतर्गत लक्षित सभी परियोजनाओं का निर्माण कार्य शासनादेश के अनुरूप पूरा किया जा रहा है। इसी प्रकार समग्र शिक्षा अभियान के तहत जनपद झांसी में 10 नवीन विद्यालयों का निर्माण कार्य लक्षित है, जिसके सापेक्ष  06 विद्यालयों के निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत लक्षित 20 परियोजनाओं के सापेक्ष 15 परियोजनाओं का निर्माणकार्य पूर्ण हो चुका है, जिन्हें शिक्षा विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया है। झांसी में अग्निशमन केंद्र समथर में आवासीय/अनवासीय भवनों का निर्माण कार्य पूर्ण कर पुलिस विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया है। बैठक के दौरान जिलाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी नगर, प्रदीप पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा हेमन्त परिहार, जिला समाज कल्याण अधिकारी श्रीमती ललिता यादव, सहायक अभियंता यूपी सिडको सौरभ पिपरिया सहित अन्य संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे।

झांसी : शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक लाभार्थी तक पहुंचाना सर्वोच्च प्राथमिकता – मृदुल चौधरी

नवागंतुक जिलाधिकारी ने जनपद झांसी का ग्रहण किया पदभार

जनपद में हो रहे विभिन्न विकास कार्यों को गति के साथ पूर्ण कराया जाना प्राथमिकता रहेगी

जनपद में पेयजल आपूर्ति पर दिया जाएगा विशेष ध्यान

झांसी। नवागंतुक  जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने आज सांय 07 बजे कलेक्ट्रेट स्थित जिला कोषागार पहुंचकर अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया। 2014 बैच के आईएएस अधिकारी नवागत जिलाधिकारी इससे पूर्व जनपद महोबा में जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत रह चुके है। जिला कोषागार में कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त उन्होंने जरूरी अभिलेखों पर हस्ताक्षर किया।

नवागत जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त अधिकारियों से कहा कि शासन के निर्देशों का पालन करते हुए आम जनमानस को दी जा रही सुविधाएं, लाभार्थियों तक शत प्रतिशत पहुंचाना प्राथमिकता रहेगी, इसके साथ ही जनपद में हो रहे विकास कार्यों को गति के साथ पूर्ण कराया जाएगा। जनपद में शत-प्रतिशत पेयजल आपूर्ति हेतु विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में जनपद में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों को गति के साथ पूर्ण कराया जाना और जनपद के सभी लोगों के समन्वय से शासन की नीतियों का धरातल पर क्रियान्वित करने का कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरुण कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी न्याय श्रीमती श्यामलता आनंद, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वरुण कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे योगेंद्र कुमार, नगर मजिस्ट्रेट प्रमोद कुमार झा, उपजिलाधिकारी झांसी सुश्री देवयानी, वरिष्ठ कोषाधिकारी अनिल कुमार मिश्रा, पुलिस अधीक्षक नगर ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर श्रीमती स्नेहा तिवारी सहित सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।