एजेंसियों की लचर कार्य प्रणाली पर जिलाधिकारी नाराज , लगायी फटकार

सात अप्रैल तक झाँसी नगरीय क्षेत्र में जलापूर्ति सुचारू करने के दिये निर्देश: डीएम
613 ग्रामों में लगभग 1658 किमी सड़क क्षतिग्रस्त के सापेक्ष 1540 किमी सड़क हुई रीस्टोर, शेष 118 किमी सड़क अवशेष, जल्द पूर्ण करने के दिए निर्देश
झांसी। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने विकास भवन सभागार में जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक की अध्यक्षता करते हुये अधिकारियों एवं एजेंसियों के प्रतिनिधियों को संवेदनशीलता के साथ भीषण गर्मी के दृष्टिगत क्षेत्र में पेयजल की उपलब्धता शत प्रतिशत सुनिश्चित कराने के प्रयासों में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन दस नग ग्राम समूह पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए प्रभावित ग्रामों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

16 ग्रामों में 25 अप्रैल तक जलापूर्ति करने के निर्देश
बैठक में जिलाधिकारी ने रेट्रोफिटिंग/पुनर्गठन एवं नई योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए सीएस इंटरप्राइजेज़ को 16 ग्रामों में 25 अप्रैल तक जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गर्मी के दृष्टिगत नगरीय अथवा ग्रामीण क्षेत्र में जहां जहां एजेंसी द्वारा पाइपलाइन प्रा पहुंच गई है वहाँ पानी पहुँचाया जाना सुनिश्चित किया जाए। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा झाँसी नगर में सात अप्रैल तक पानी चालू करने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि इसके साथ ही लगातार टेस्टिंग भी की जाए ताकि समस्या आने पर उसे तत्काल ठीक किया जा सके। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे योगेन्द्र कुमार, डीडीओ सुनील कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम रणविजय सिंह, अधिशासी अभियन्ता बेतवा योगेश कुमार सहित सभी कार्यदाई संस्थाएं व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

पाइप लाइन डालने हेतु खोदी/ काटी गई सड़कों की ली गई जानकारियां
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए पाइप लाइन डालने हेतु खोदी/काटी गई सड़कों की जानकारी ली, उन्होंने जहाँ जल जीवन मिशन के अंतर्गत क्षतिग्रस्त सड़कों को कार्यदायी संस्थाओं द्वारा ठीक किया गया उनके सत्यापन की जानकारी लेते हुए रिपोर्ट जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने संबंधित कार्यदाई संस्था को गाँवों में जल्द से जल्द घर-घर संयोजन के माध्यम से जल वितरण करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

झांसी पेयजल पुनर्गठन योजना फेस-2 की गई समीक्षा
जिलाधिकारी ने बैठक में अधिशाषी अभियंता निर्माण खंड उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा झांसी पेयजल पुनर्गठन योजना फेस-2 की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सात अप्रैल तक नगरीय क्षेत्र में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसके अतिरिक्त वितरण के दौरान समस्या आने पर उसे तत्काल प्रभाव से ठीक करते हुए आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने पारीछा बाँध, बढ़वार झील, माताटीला बाँध, सपरार बाँध, एरच बांध, लहचुरा बांध एंव पहाड़ी बाँध में आरक्षित पानी की उपलब्धता जानकारी ली। इसके अतिरिक्त विभिन्न योजनाओं में प्रतिदिन उपलब्ध पानी की भी जानकारी ली।

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झांसी : मांग रहा था गुण्डा टैक्स , पुलिस ने पकड़ा तो चलायी गोली हुआ लंगड़ा , मुठभेड़ में गिरफ्तार

व्यापारी से मांग रहा था पंद्रह लाख की रंगदारी
बालेन्द्र गुप्ता / झांसी। चिरगांव में एक व्यापारी से पंद्रह लाख रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में फरार चल रहे शातिर अपराधी की दिनदहाड़े स्वाट टीम से मुठभेड़ हो गई। जिसमें बदमाश के एक पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। पुलिस टीम ने उसके कब्जे से एक तमंचा कारतूस सहित बिना नंबर की बाइक अपाचे बरामद कर ली। इधर मुठभेड़ की सूचना मिलते ही पुलिस अफसर घटना स्थल की ओर रवाना हो गए।
विवरण के मुताबिक चिरगांव थाना क्षेत्र के डेरा निवासी शातिर अपराधी धीरेंद्र राजपूत पर दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज है। उस पर अभी हाल ही में चिरगांव में एक सराफा व्यापारी से पंद्रह लाख की रंगदारी न देने पर हत्या करने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। इधर व्यापारी से रंगदारी मांगने का मामला एसएसपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने स्वाट ओर संबंधित थाना पुलिस को अपराधी के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने ओर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। आज दोपहर एसएसपी के निर्देशन पर स्वाट टीम ओर मोठ थाना पुलिस अपराधी की धर पकड़ में लगी थी तभी मोठ के जंगलों में फरार चल रहे अपराधी वीरेंद्र राजपूत से पुलिस टीम का आमना सामना हो गया। अपराधी ने पुलिस को देख तमंचे से फायर झोंक दिया और भागने लगा। पुलिस ने उसका पीछा करते हुए जबाव में फायरिंग की तो उसके पैर में गोली जा लगी और वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया। वही उसके कब्जे से एक तमंचा कारतूस सहित बिना नंबर की अपाचे बाइक बरामद कर ली है। पुलिस टीम उससे पूछताछ कर रही है।

 

झाँसी : फिर सजने लगी मेडिकल तिराहे पर अवैध बालू की मण्डी , शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं

हाइवे पर ईट से भरे ट्रक और सर्विस रोड पर बालू से भरे डम्फरों का कब्जा

ट्रैफिक पुलिस चौराहे पर पुरे दिन देखती है तमाशा

बालू के डम्फरों में नम्बर प्लेट न होने बावजूद भी नहीं करते चालान

बालेन्द्र गुप्ता / झाँसी। शहर के बगल में मेडिकल तिराहे के पास हाईवे पर सुबह-सुबह ईट-बालू की अवैध मंडी सजती है। ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतारें हाईवे की एक साइड को कब्जे में कर लेती हैं। लिंक रोड से तो लोग गुजरना ही भूल गये हैं क्योकि लिंक रोड पर बालू से भरे डम्फर खड़े हो जाते है। आश्चर्य ये है कि इस अवैध मंडी पर जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों की नजर या तो पड़ती नहीं, या फिर नजरें फेर ली जाती हैं।
मालुम हो कि अगर आप नेशनल हाईवे पर कानपुर से ग्वालियर या शिवपुरी जा रहे है और जो लोग मेडिकल से पैरामेडिकल जा रहे है तो कम से कम तीन स्थानों पर तो सावधानी बरतनी ही पड़ेगी। क्योकि मेडिकल तिराहे पर और पैरामेडिकल लिंक रोड तथा हाइवे की दूसरी तरफ वाहन ऐसे खड़े रहते है कि दुर्घटनाएं होती ही रहती है ।
यहां पर जनपद के सभी बालू घाटों से बालू के डम्फर आते है और कानपुर देहात व कानपुर से ईट से भरे ट्रक रात बारह बजे के बाद लिंक रोड और हाईवे पर ट्रक खड़े हो जाते हैं, जबकि दूसरी दिशा में लिंक रोड पर बालू से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का कब्जा रहता है। सुबह पांच बजे से इनकी बोली शुरू हो जाती है, जो करीब नौ बजे तक लगती है।

धड़ल्ले से चल रहा अवैध गिट्टी और बालू का कारोबार
शहर में खुलेआम सड़क पर अवैध बालू व गिट्टी का कारोबार किया जा रहा है, इसके कारण सड़कों पर जाम लगा रहता है। लेकिन प्रशासन इसको अनदेखा कर रहा है। कुछ लोग बिना पंजीयन कराए ही अवैध बालू और खनन के कारोबार को खुलेआम संचालित कर रहे हैं। इससे खनिज के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
इससे आम लोगों केे धूल खाकर परेशान होना पड़ रहा है। विभाग को राजस्व की हानि हो रही है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इसे अनदेखा कर रहे हैं। आलम यह है कि शहर में दर्जनों लोग अवैध बालू और गिट्टी का कारोबार खुलेआम कर रहे हैं। यह कारोबार शहर में सड़क किनारे व विभिन्न मोहल्लों में दीवारों की आड़ में चल रहा है। कई स्थानों पर सड़क किनारे संचालित होने से यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है। सड़क किनारे टाल खुलने से बालू और गिट्टी ट्रैक्टर में लोड होने से यह ट्रैक्टर सड़क पर खड़े हो रहे हैं, जिससे वाहनों को ओवरटेक करने में परेशानी हो रही है। वहीं, मोहल्लों में बालू और गिट्टी लोडिंग और अनलोडिंग होने से धूल उड़ती है, जो मकानों में जाती है। इससे बीमारी होने का खतरा बना रहता है। विभिन्न मोहल्लों में बालू और गिट्टी से लदे भारी वाहनों के प्रवेश से आवाजाही में लोगों को परेशानी हो रही है। इन कारोबारियों के पास यह कारोबार करने का कोई रजिस्टेशन नहीं है।

शहर में वाहनों की एन्ट्री है नो एन्ट्री किसी को पता नहीं
शहर में नो इंट्री का कोई इंतजाम नहीं है। ट्रैफिक पुलिस को बाय-बाय बोलते हुए बड़े वाहन धड़ल्ले से प्रवेश कर रहे हैं। इससे शहर में रोज जाम लग रहा है। जाम इस कदर कि बसस्टैंड राहगीरों को इतनी समस्या होती है राहगीर वहां से आधा घंटा से अधिक समय में निकल पाते है। रोडवेज के अलावा प्राइवेट बसें, ट्रक, ट्राला आदि बड़े वाहनों की आवाजाही दिन भर चलती है। हालांकि यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगती है, पर वाहनों की आवाजाही पुलिसकर्मियों के आंखों के सामने से होती रहती है। शहर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर चालक वाहनों को रोककर सवारियां भरते नजर आते हैं। चालक जहां चाहते हैं, वही स्थल स्टैंड बन जाता है।

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