
दो गांजा तस्कर गिरफ्तार, एक कुंतल 12 किलो गांजा बरामद
यह गांजा उड़ीसा से ले जा रहे थे
वह काफी दिनों से कर रहे थे गांजा की तस्करी
झांसी। स्वॉट टीम और बड़ागांव थाना पुलिस ने दो गांजा तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से एक कुंतल बारह किलो गांजा बरामद किया गया। यह गांजा ट्रक की चेसिस में छिपाकर पंजाब ले जाया जा रहा था। बरामद किए गए गांजा की कीमत पच्चीस लाख से अधिक बताई गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/ पुलिस उपमहानिरीक्षक सुधा सिंह, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह के निर्देशन में स्वॉट टीम प्रभारी जितेन्द्र तक्खर और बड़ागांव थाना प्रभारी प्रकाश सिंह मय स्टॉफ के साथ शातिर अपराधियों की तलाश में लगे थे, तभी सूचना मिली कि उड़ीसा से पंजाब के लिए गांजा ले जाया जा रहा है। यह गांजा ट्रक की चेसिस के पास छिपा हुआ है। इस सूचना पर स्थानीय पुलिस सक्रिय हो गई। जैसे ही ट्रक पारीछा के पास से गुजर रहा था, तभी टीम ने चालक को हाथ देकर ट्रक को रोकने को प्रयास किया तो चालक ने गति की रफ्तार बढ़ा दी। बाद में पुलिस टीम ने घेराबंदी कर चालक को मय वाहन समेत पकड़ लिया। चालक और मिनी ट्रक को थाना लाया गया। यहां मिनी ट्रक की तलाशी ली गई तो चेसिस के अंदर से पैकेट छिपे हुए थे। इन पैकेटों में गांजा भरा हुआ था।
पुलिस के मुताबिक पंजाब के लुधियाना निवासी कृष्ण कुमार और रणवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से एक कुंतल 12 किलो गांजा बरामद किया गया। अभियुक्तों ने बताया कि यह गांजा उड़ीसा से लाकर पंजाब ले जा रहे थे। वह काफी दिनों से गांजा की तस्करी कर रहे थे। इसके पहले वह झांसी से कइयों बार गुजर चुके हैं। इसमें झांसी पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है। बरामद किए गए गांजा की कीमत 25 लाख से अधिक बताई गई है। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में बड़ागांव थानाध्यक्ष प्रकाश सिंह, उपनिरीक्षक दामोदर सिंह, स्वॉट टीम प्रभारी जितेन्द्र सिंह तक्खर, हेड कांस्टेबल सदानंद यादव, हेड कांस्टेबल शैलेन्द्र चौहान, कांस्टेबल हर्षित चौहान, कांस्टेबल सुरजीत सिंह, कांस्टेबल ठाकुर प्रसाद शामिल थे।
कइयों बार पकड़ा गया गांजा
स्वॉट टीम और स्थानीय पुलिस टीम ने कइयों बार गांजा बरामद कर चुकी हैं। यह भी पता है कि यह गांजा कहां से लाया जा रहा हैं, किसको देने जा रहे हैं। इसके बावजूद अभी तक स्थानीय पुलिस गांजा तस्करी की तह तक नहीं पहुंच चुकी हैं। वर्ष 2024 में झांसी पुलिस आठ बार गांजा बरामद कर चुकी हैँ। इसकी कीमत करोड़ों रुपया हैं।
गांजा तस्करों का मास्टर माइंड पुलिस शिकंजे से है कोसों दूर
गांजा तस्करी के मामले में पुलिस एजेंट तो हर बार पकड़ कर लाखों का गांजा बरामद कर चुकी हैं, लेकिन यह गांजा कहां से लाकर कहां ले जाया जा रहा हैं। इस बारे में बुरी तरह से पुलिस अनभिज्ञ नजर आ रही हैं। केवल अपनी वाहवाही लूटने के उद्देश्य से मात्र एजेंटों को गिरफ्तार कर अपनी खाना पूर्ति कर रही हैं। गांजा की तस्करी कौन करवा रहा हैं। यह आरोपी अभी तक पकड़ से दूर हैं। इस तरह की कार्रवाई को लेकर पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़ा हो रहा है।