
चौदह कार्यों की प्रगति धीमी पर डीएम ने जताई नाराजगी
पचास लाख से अधिक लागत की 18 सड़क परियोजना की हुई समीक्षा
झांसी। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने विकास भवन सभागार में पचास लाख एवं उससे अधिक लागत की परियोजनाओं का सत्यापन एवं प्रगति की समीक्षा बैठक अध्यक्षता करते हुए कहा कि सभी कार्यदायी संस्थाएं अपने पूर्ण निर्माण कार्यों को हैंडओवर करना सुनिश्चित करें।
बैठक में 50 लाख से अधिक लागत की परियोजनाएं (सड़कों को छोड़कर) एवं 50 लाख से अधिक लागत की सड़क परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए डीएम ने नोडल अधिकारी एवं टेक्निकल अधिकारियों से कहा कि निर्माण कार्यों का निरीक्षण संवेदनशील और सावधानीपूर्वक करना सुनिश्चित करें, यदि निर्माण कार्यो के निरीक्षण में कार्य गुणवत्ता विहीन पाया जाता है तो संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई करें। उन्होंने समीक्षा के दौरान पूर्ण परियोजनाओ को हैंडओवर के लिए शासनादेशानुसार 05 सदस्यीय समिति द्वारा टेक्निकल वेरिफिकेशन के बाद ही बिल्डिंग अथवा अन्य निर्माण कार्य हैंडओवर किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
परियोजनाओं की प्रगति एवं सत्यापन कार्य की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बैठक में अनुपस्थित टेक्निकल अधिकारियों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया और सत्य प्रकाश दुबे सहायक अभियंता सिंचाई निर्माण खण्ड पंचम, अनूप कुमार सहायक अभियंता सिंचाईं निर्माण खण्ड पंचम, संजय गौतम सहायक अभियंता सिंचाई निर्माण खण्ड पंचम सहित राकेश कुमार सहायक अभियंता प्रखंड बेतवा नहर का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए।
बैठक में उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद द्वारा प्रोजेक्ट अलंकार के अंतर्गत बनाए जा रही 28 राजकीय हाई स्कूल की समीक्षा करते हुए सभी कार्य अप्रैल माह तक पूर्ण करते हुए हस्तांतरण किए जाने के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने सभी विद्यालयों में नामित नोडल अधिकारियों से एक-एक विद्यालय के कार्य की गुणवत्ता एवं प्रगति की जानकारी ली। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के 14 कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्य में धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने पारीछा तापीय विद्युत गृह में बुद्ध बिहार विपश्यना केंद्र के विकास कार्य की समीक्षा करते हुए कार्य को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने यूपीपीसीएल के कार्यों की समीक्षा करते हुए एक-एक निर्माण कार्य के सत्यापन हेतु लगाए गए नोडल अधिकारियों से जानकारी ली और निर्देश दिए की गुणवत्ता के साथ किसी भी तरह का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि गुणवत्ता दोयम दर्जे की पाई जाती है तो उसे तत्काल ठीक कराया जाए अन्यथा कार्यवाही होगी। बैठक में इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी(भवन) दीपांकर चौधरी, पीडी डीआरडीए राजेश कुमार सहित विद्युत विभाग,पर्यटन विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे।