मऊरानीपुर : सुखनई नदी बहा रही है अपनी दुर्दशा पर आंसू 

झांसी। मऊरानीपुर में वर्षों से निर्मल धारा के साथ कल कल बहने एवं कभी न सूखने वाली पवित्र सुखनई नदी के लिए मौजा ढिमलौनी में स्थित बरसों पूर्व ब.स.पा शासन में बनाया गया चेक डैम अभिशाप बन गया है। जिसके कारण नदी की ऐसी दुर्दशा हो गई है कि नदी का पानी वासिल व दुर्गंध युक्त हो गया है एवं नालों के पानी, जलकुंभी ,शौच सहित लगातार फैल रही गंदगी के कारण सुन्दर नदी बड़े नाले के रूप में नजर आने लगी है क्योंकि उक्त चेक डैम में फाटक ना होने से गंदगी का प्रतिशत लगतार बढ़ रहा है लेकिन पूरी स्थिति जानने के बाद प्रशासन अभी तक कदम नहीं उठा रही है इस संबंध में सामाजिक संगठनों व वरिष्ठ नागरिकों ने चेक डैम में फाटक लगाने की मांग की है लेकिन अब तक प्रशासन एवं राजनीतिक दलों के लोगों ने भी किसी प्रकार का प्रयास नहीं किया जिसमें नगर के मध्य बहने वाली सुखनई नदी बदरंग नजर आने लगी है और पूर्व में पालिका द्वारा सुखनई नदी की सफाई करने के लिए लाखों रुपए का ठेका दिया था लेकिन लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी सुखनई नदी की दुर्दशा ज्यों की त्यों बनी हुई है जलकुंभी से पूरी तरह पटी पड़ी हुई है।

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बबीना : स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है – ब्रिगेडियर सुमित रावत

आर्मी पब्लिक स्कूल में वार्षिक खेल दिवस का आयोजन
श्रीमती दीप्ति रावत एवं ब्रिगेडियर सुमित रावत ने विजयी खिलाड़ियों को वितरित किये पुरस्कार
झांसी। बबीना आर्मी पब्लिक स्कूल में वार्षिक खेल दिवस का आयोजन विद्यालय अध्यक्ष ब्रिगेडियर सुमित रावत के मुख्यआतिथ्य एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती दीप्ति रावत अध्यक्षा F W O हैडक्वार्टर 27 आर्म्ड ब्रिगेड की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम स्थल पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि का स्वागत एन सी सी के कैडेट्स ने जोरदार सैल्यूट के साथ किया। प्राचार्या डिम्पल शेखावत ने अतिथियों की अगवानी की एवं नन्हीं मुन्नीं बच्चियों ने पुष्प गुच्छ भेंट किए। कार्यक्रम स्थल पर मुख्य अतिथि ने प्रज्वलित मशाल मशाल क्रीड़ा कप्तान को सौंपी। क्रीड़ा कप्तान आर्यन ने क्रीडांगन की प्रदक्षिणा करके मशाल को क्रीडांगन में स्थापित कर दिया। मुख्यअतिथि ने कार्यक्रम शुभारंभ की अनुमति प्रदान की तत्पश्चात विद्यालय घोष की धमक के साथ परेड का शुभारंभ हुआ। परेड को अग्रगति प्रदान कर रहे थे छात्र परिषद के प्रमुख राज गौतम तथा मुख्य छात्रा अंजलि सहलोत, बालक एन सी सी की कमान अंशुल यादव तथा बालिका एन सी की कमान तनीषा ने संभाली। विद्यालय घोष का नेतृत्व विश्वजीत कर रहे थे। देश के महान सैन्य योद्धाओं को समर्पित सदनों का नेतृत्व विश्वजीत कर रहे थे खेत्रपाल सदन की ध्वज वाहिका सौम्या पाण्डे उपकप्तान आयुष, तारापुर सदन ध्वज वाहक सुमित उपकप्तान सुमित उप कप्तान ऐश्वर्या रावत, सोमनाथ सदन ध्वज वाहिका अंशिका उपकप्तान साहिल, होशियार सदन ध्वज वाहक मारूफ तथा उपकप्तान अर्पिता थीं। खेलो इंडिया खेलो की झलक से सम्पूर्ण क्रीडांगन खेलमय हो गया, स्टार्स आफ इंडिया, लाइटिंग टोज, सन फ्लावर्स डांस, पांम्प पांम्प डांस, अब्रेला डांस, मलखंभ, ऐरोविक्स और जैज बैंड ने खेल दिवस की थीम कलर्स आफ इंडिया को साकार कर दिया। मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि ने शीर्ष स्थान प्राप्त करने खेल प्रतिभागियों को स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक प्रमाण सहित प्रदान किए।
बालिका रेस में झलक, साक्षी, एंजल (100 मीटर रेस) बालक /बालिका रेस में अभिजीत, आर्यन तथा झलक, ऐश्वर्या रावत व साक्षी रहे। प्राथमिक विद्यालय बबीना बाजार जिसे आर्मी पब्लिक स्कूल ने विद्यांजलि कार्यक्रम के अंतर्गत गोद लिया है तथा आधुनिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित किया है इसी कड़ी में आज के कार्यक्रम में एक बार फिर बबीना बाजार की प्रधानाध्यापिका को दो कूलर तथा तीन लाइब्रेरी बुक शेल्फ मुख्य अतिथि ने अपने कर कमलों से तालियों के बीच सौंपे। मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस अनूठे कार्यक्रम के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं आप देश का भविष्य हो, खेल न केवल शारीरिक सुदृढ़ता प्रदान करता है बल्कि मानसिक बौद्धिकता को बढ़ाता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है आपको बहुत-बहुत बधाई और विजयी भवः का आशीर्वाद। मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम को भव्य और दिव्य रूप देने के लिए प्राचार्या डिम्पल शेखावत और शिक्षकों की सराहना की। प्राचार्या डिम्पल शेखावत ने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपकी अनूठी बौद्धिक क्षमता, नवनीत विचार और दूर दृष्टि ने विद्यालय को सुसज्जित रूप प्रदान किया। आपका आभार हमारी शक्ति है। आभार की वेला में प्यारे बच्चों को अनंत आशीर्वाद दिये तथा अभिभावकों का ह्रदय से आभार व्यक्त किया तथा शिक्षकों और कर्मचारियों की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन सोनिका सिंह एवं हरीमोहन पुरोहित ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में नेहा शर्मा (व्यवस्थापिका बाल वाटिका) अरुण दीक्षित, देवेन्द्र दीक्षित, जितेंद्र जैन, दीपक यादव, मनोज मिश्रा, लाजर बरारा, राममोहन मिश्रा, हेमलता, सचिन, सुधीर झा, आरती शर्मा, मेघा सिंह, प्रिया समेत सभी शिक्षकों ने सराहनीय सहयोग दिया। खेत्रपाल सदन प्रमुख राहुल यादव, सोमनाथ सदन शैलेन्द्र शर्मा, अरविंद जैन तारापुर सदन तथा होशियार सदन प्रमुख ब्रिजेश यादव थे।

झांसी : ऐसे महोत्सव से बुंदेली कला संस्कृति का मान बढ़ेगाः कुलपति

बीकेडी में तीन दिवसीय बुन्देली महोत्सव एवं राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन समापन
झांसी। क्रान्तिवीर तात्याटोपे विश्वविद्यालय, गुना (म.प्र.) के कुलपति प्रो. किशन यादव ने कहा कि ऐसे महोत्सव के द्वारा बुंदेली कला संस्कृति का मान बढ़ेगा एवं सम्पूर्ण भारत बुन्देलखण्ड एवं बुंदेली वीरों, कवियों, खिलाड़ियों तथा यहां की प्रतिभाओं से परिचित हो पायेगा। यह बात उन्होंने बुन्देलखण्ड के सर्वाधिक प्राचीन, गौरवशाली, समृद्ध उच्च शिक्षा के संस्थान बुन्देलखण्ड कॉलेज में आयोजित तीन दिवसीय बुंदेली महोत्सव एवं राष्ट्रीय पुस्तक मेले के समापन समारोह पर कही है।
उन्होंने तीन दिवसीय बुंदेली महोत्सव को भव्यता से मनाने के लिए बुन्देलखण्ड कॉलेज के समस्त सम्मानित शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी।बुन्देलखण्ड कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एस.के. राय के नेतृत्व में आयोजित समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में क्रान्तिवीर तात्याटोपे विश्वविद्यालय, गुना (म.प्र.) के कुलपति प्रो. किशन यादव उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में प्रदीप सरावगी (दुग्ध डेयरी संघ डायरेक्टर), शैलेन्द्र प्रातप सिंह (भा.ज.पा. जिला उपाध्यक्ष), मनोहर लाल वाजपेयी (प्रबन्धक, बुन्देलखण्ड कॉलेज), डॉ. नीति शास्त्री (वरिष्ठ समाज सेवी), सन्तराम चौधरी (समाज कल्याण विभाग, उ.प्र. सरकार), डॉ. मिथलेश राठौर (मेडीकल ऑफीसर) एवं बुन्देलखण्ड कॉलेज के पुरातन छात्र डॉ. सुदर्शन शिवहरे, डॉ. मनमोहन मनु, उपस्थित रहे।

बुंदेलखंड के लोक देवता लाला हरदौल की कथा का किया मंचन
अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात बुन्देलखण्ड कॉलेज के नव कुलगीत का सामुहिक गान किया गया। समापन समारोह कार्यक्रम का आकर्षण तरकश लोक कला नाटक केन्द्र झाँसी के कलाकारों द्वारा भावपूर्ण, मार्मिक प्रस्तुति के माध्यम से बुन्देलखण्ड के लोक देवता लाला हरदौल की कथा का मंचन किया गया। जिसने सभी दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। नाटक के लेखक एवं निर्देशक महेन्द्र वर्मा एवं अन्य कलाकार संजय राष्ट्रवादी, राघवेन्द्र सिंह, मंजू वर्मा, अंकुर चाचरा के शानदार अभिनय के लिए कॉलेज के प्राचार्य एवं अतिथियों द्वारा पुष्प एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इसके पश्चात बुन्देली समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली मातृ शक्तियों को बुन्देलखण्ड कॉलेज द्वारा नारी शक्ति वन्दन कार्यक्रम के माध्यम से सम्मानित किया गया।

इनको किया सम्मानित
मुख्य रूप से डॉ. केश गुप्ता (चिकित्सक), डॉ. मोनिका गोस्वामी (चिकित्सक), डॉ. प्रियंका साहू (नगर निगम), डॉ. गीता सहरिया (काउंसलर), कु. राधिका अग्रवाल (शोधकर्ता), डॉ. स्वप्निल मोदी (चिकित्सक), वैष्णवी दीक्षित (ट्रैक मैनेजर), श्रीमती अरूणा गुप्ता (शिक्षिका), प्रगति सिंह (ट्रैक मैनेजर), दिव्यांशी कश्यप (रेलवे) आदि को सम्मानित किया गया।

विभिन्न प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को दिया इनाम
बुन्देली भित्तिचित्र एवं अन्य पारम्परिक कला प्रदर्शनी प्रतियोगिता में निकिता राजपूत प्रथम, अंशिका सिंह द्वितीय एवं महक यादव को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुन्देलखण्ड के पारम्परिक व्यंजन प्रतियोगिता में मेघा एवं मिथलेश सिंह को प्रथम, धीरेन्द्र के समूह को द्वितीय एवं मोहिता कौशल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुन्देलखण्ड की झाँकी प्रतियोगिता में प्रियंका, पायल, साधना, चंचल, काजल, अमन, सत्यम एवं स्नेहा की टीम को प्रथम पुरस्कार, कुदरत यादव, आकाश, मुस्कान की टीम को द्वितीय पुरस्कार एवं सोनम, सत्येन्द्र, जीतेन्द्र, तुषार, संध्या, सुरेन्द्र, अनुराधा की टीम को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुंदेली लोककथा वाचन प्रतियोगिता में रवीना, रामरती को प्रथम, आयुषी श्रीवास्तव को द्वितीय, मोहिता साहू एवं भरत लाल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुन्देली लोक नृत्य प्रतियोगिता में राई नृत्य के लिए रेंजर्स की टीम को प्रथम, ढिमरियाई नृत्य के लिए रोवर्स की टीम को द्वितीय एवं राई नृत्य के लिए बी.एड. विभाग से प्रियदर्शिनी, प्रियांषी की टीम को तृतीय तथा दीवारी नृत्य के लिए एन.सी.सी. की टीम को भी तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। लोक गीत गायन प्रतियोगिता में एकता को प्रथम, भरत लाल को द्वितीय एवं शिवम हरी को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मयंक त्रिवेदी द्वारा किया गया।

यह लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रो. संजय सक्सेना, प्रो. उमारतन यादव, प्रो. एल.सी. साहू, प्रो. स्मिता जायसवाल, प्रो. नवेन्द्र सिंह, प्रो. नीलम सिंह, प्रो. अश्वनी कुमार, प्रो. अजीत सिंह, प्रो. प्रतिमा सिंह परमार, डॉ. रोबिन कुमार सिंह, डॉ. संतोष रानी, डॉ. हिमानी, डॉ. चंचल कुमारी, डॉ. शिव प्रकाश त्रिपाठी, डॉ. श्याम मोहन पटेल, डॉ. उमेशचन्द्र यादव, डॉ. नरेन्द्र गुप्ता, डॉ. राकेश यादव, डॉ. कमलेश सिंह, डॉ. सुरेन्द्र नारायण, डॉ. रहीस अली, डॉ. चन्दन कुमार सिंह, डॉ. शशि तिवारी, डॉ. वन्दना कुशवाहा, डॉ. रामानन्द जायसवाल, डॉ. ए.एस. परमार आदि शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रमों के सफल संचालन में रत्नेश श्रीवास्तव, भानु प्रताप सिंह, अंकित राज, धनीराम, संजीव कुमार, संजय गुर्जर, ललित वर्मा एवं कल्याण सिंह कुशवाहा, कपिल कुमार सविता का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। समस्त कार्यक्रम में समस्त शिक्षकगण, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उत्साह पूर्वक उपस्थित रहे।

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