डीएम ने किया इण्टर कॉलेज तिन्दवारी का निरीक्षण

विद्यालय में साफ-सफाई रखने दिए निर्देश

बांदा। जिलाधिकारी बांदा श्रीमती जे0रीभा ने पं.दीनदयाल उपाध्याय राजकीय माडल इण्टर कालेज पचनेही, राजकीय बालिका इ.का. तिन्दवारी एवं राजकीय हाईस्कूल अमलीकौर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान प्रोजेक्ट अलंकार योजनान्तर्गत बन रहे मल्टीपरपज हाल, शौचालय तथा समग्र शिक्षा योजनान्तर्गत बन रहे कम्प्यूटर लैब एवं इण्टरकालेज अमलीकौर के भवन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा निर्माण में प्रयुक्त की जा रही सामग्री का परीक्षण करते हुये निर्माण की गुणवत्ता मानक के अनुसार रखने तथा निर्धारित समयान्तर्गत कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये। विद्यालयों में साफ-सफाई रखने, अधिक से अधिक नामांकन करने, निर्धारित समय से पठन-पाठन करने तथा शैक्षणिक गुणवत्ता बनाये रखने के निर्देश प्रदान किये गये। निरीक्षण के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक दिनेश कुमार, सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के अवर अभियन्ता उपस्थित रहे।

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दीक्षांत समारोह में 350 छात्र-छात्राओं को मिली उपाधियां
 स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक भी राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को दिए
आर्ट गैलरी और म्यूजियम का भी राज्यपाल ने किया उद्घाटन
 
बांदा। महामहिम राज्यपाल व कुलाधिपति कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय आनंदी बेन पटेल ने गुरुवार को विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ किया। दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों में स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक छात्र-छात्राओं को पदक प्रदान किये। 350 छात्र/छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गयी। इससे पूर्व उन्होंने बॉदा कृषि विश्वविद्यालय में आर्ट गैलरी वं म्यूजियम का उद्घाटन भी किया।
दीक्षान्त समारोह में राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य हेतु निरन्तर कार्य करने की प्रेरणा दी। उन्होंने 12 छात्रों एवं 7 छात्राओं को विभिन्न संकायों के मेडल प्रदान किये। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की शिक्षा में छात्राओं की भागीदारी बढ रही है। कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान में छात्राओं को आगे बढाया जाए। कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है, यह योगदान शिक्षा एवं अनुसंधान में भी हो। उन्होंने कहा कि जहां नारी है, वहीं सृजन है, महिलायें ही सृष्टि की रचना और पोषण करती हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  द्वारा 24 हजार करोड़ की धन धान्य कृषि योजना का शुभारम्भ किया गया है तथा उन्होंने दलहन के क्षेत्र में भी कार्य करने पर जोर दिया है। धन धान्य योजना प्रदेश में 12 जनपदों में संचालित की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री  की कृषि क्षेत्र की योजनाओं को कृषि विश्वविद्यालय छात्र/छात्राओं हेतु श्रोत तथा प्रोजेक्ट तैयार करें। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय किसानों को इस योजना के बारे में बतायें और छात्र-छात्राओं को भी इसके अध्ययन के लिए प्रेरित करें।

तीन वर्षीय मासूम से दरिंदगी करने वाले दोषी को सजा-ए-मौत

विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट ने सोमवार की शाम सुनाया फैसला
कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय से जेल ले जाया गया दोषी
बांदा। मासूम बच्ची का अपहरण करके उसके साथ दुष्कर्म करके उसे छिपा देने व इलाज के दौरान उसकी मृत्यु होने पर दोषी को विशेष न्यायाधीश पाक्सो प्रदीप कुमार मिश्रा की अदालत ने मृत्यु होने ते फांसी में लटकाए जाने का आदेश किया। साथ ही अन्य धाराओं में सजा सहित 65 हजार का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना अदा न करने पर एक-एक साल की सजा भुगतनी होगी। दोषी घटना के समय से ही जेल में निरुद्ध है। आज फैसला होने के बाद उसका पुनः सजायावी वारंट बनाकर जेल भेज दिया।
जिला शासकीय अधिवक्ता विजय बहादुर सिंह परिहार व विशेष लोक अभियोजक कमल सिंह गौतम व शिवपूजन सिंह पटेल ने बताया कि चिल्ला थाना के एक गांव निवासी पीड़िता के पिता ने 3 जून 2025 को रात्रि 11 बजे प्राथमिकी दर्ज करायी कि आज 3 जून 2025 को समय करीब 4 बजे उसकी तीन वर्षीय पुत्री को पड़ोसी सुनील कुमार पुत्र लोटन प्रसाद ने उसे बहलाफुसलाकर घर ले गया था। इसके बाद उससे दुकान से गुटखा मंगाया था। तब से उसकी पुत्री लापता है। सभी गांववासियों के साथ उसने खोजबीन की लेकिन पुत्री नहीं मिली। उसे शंका है कि सुनील कुमार ने उसकी पुत्री को गायब कर दिया है। प्रार्थनापत्र देकर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने दोषी को घटना के दिन सुनील कुमार को गिरफ्तार करके उसकी निशानदेही पर पीड़िता के पहने हुए कपड़े बरामद करने के लिए घटनास्थल पर ले गया था। वहीं पर वह एक तमंचा छिपा रखा था। तमंचा लेकर उसने पुलिस पर फायरिंग कर दिया। तब पुलिस ने फायरिंग किया तो उसके पैर में गोली लगी और उसको ले जाकर उसके कपड़े व तमंचा सहित दूसरे दिन उसकी साइकिल व पेटी व साइकिल में रबर बंधी थी। गवाहान बाबूलाल के समक्ष बरामद किया। पीड़िता को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से उसे मेडिकल कालेज ले जाकर मेडिकोलीगल इको नामिनेशन कराया गया। जिससे उसके सात जाहिरा चोटें पायी गयी। 4 जून 2025 को पीड़िता के पिता, मां, दादी तथा दुकानदार सुरजिया के बयान लिए गए। विवेचक ने 6 जून 2025 को बाबूलाल का बयान कराया। 14 जून 2025 को विवेचक द्वारा आरोप पत्र न्यायालय में पेश किया गया। दोषी के विरुद्ध 9 जुलाई 2025 को आरोप बनाया गया। आरोप बनने के बाद 14 जुलाई से लेकर 30 जुलाई तक 11 गवाहानों के बयान कराए गए। 4 अगस्त 2025 को अभियुक्त सुनील कुमार के बयान सफाई के रूप में लिए गए। 8 अगस्त 2025 को बहस की गयी। दोनो पक्षों के अधिवक्ताओं के दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश ने सुनील कुमार को मासूम के साथ बलात्कार करने, उसकी हत्या का रूप देने के मामले में उसे फांसी की सजा सुनायी गयी। आदेश में न्यायाधीश ने यह लिखा कि मृत होने तक उसे फांसी पर लटकाया जाएगा। फैसला के समय दोषी के माता-पिता अदालत में मौजूद थे। फांसी की सजा सुनने के बाद उनकी आंखों में आंसू छलक रहे थे। इस दौरान कोर्ट परिसर में भारी पुलिस फोर्स मौजूद रही।

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