हर्षोल्लास से मनाई गई ईद उल फितर, नमाज अदा कर मांगी अमन चैन की दुआएं
झांसी। ईदुलफितर का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम व हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। बाहर दतिया गेट स्थित मुख्य ईदगाह में प्रातः काल से ही लोगों का ईदगाह की ओर जाना प्रारम्भ हो गया। मुख्य ईदगाह में शहर काजी व पेश इमाम ईदगाह मुफ्ती साबिर कासमी द्वारा ईद की नमाज अदा कराई गयी। नमाज के पूर्व शहर काजी व पेश इमाम ईदगाह मुफ्ती साबिर कासमी द्वारा ईद के मनाये जाने के बारे में विस्तार से बताया तत्पश्चात नमाज का तरीका बताने के बाद ईद की नमाज अदा कराई गयी। नमाज के बाद मुल्क में शान्ति व अमन एवं भाईचारा कायम रखने के लिए अल्लाह से दुआ मांगी। वक्फ संशोधन बिल की मजम्मत की। पुरानी ईदगाह में हाफिज मोहम्मद कासिफ ने ईद की नमाज अदा कराई। ईदगाह में प्रमुख रूप से ईदगाह कमेटी के अध्यक्ष कारीहसीब अहमद, महामंत्री याकूब अहमद मंसूरी ईदगाह तहफ्फुज कमेटी के अध्यक्ष नूर अहमद मंसूरी एडवोकेट, असफान सिद्दकी, मुकेश अग्रवाल, न०पा० सभासद सुलेमान अहमद मंसूरी, देबी सिंह कुशवाहा, शकील खान, अतुल किलपन, मुहम्मद आरिफ खान एडवोकेट, तवरेज खान एडवोकेट, अफजाल अहमद एडवोकेट, चौधरी ताहिर हुसैन, इदरीस खान, राहुल रिछारिया, सुदेश गौर, सलीम रहबर, सददाम हुसैन, सलीम खान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इसके अलावा जिलाधिकारी अविनाश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह, एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट प्रमोद झाँ, सीओ सिटी स्नेहा तिवारी, कोतवाल राजेश सिंह, एलआईयू इंस्पेक्टर नीरज दीक्षित आदि ने ईदगाह में उपस्थित लोगों को ईद की मुबारकबाद दी। आभार ईदगाह कमेटी के महामंत्री याकूब अहमद मंसूरी एडवोकेट द्वारा व्यक्त किया गया।
गले मिलकर दी ईद की मुबारकबाद
आज ईदु -उल -फितर के मौके पर ईदगाह जाकर कांग्रेस के नेताओं मे पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, पूर्व जिलाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह पारीछा, राहुल रिछारिया, सपा से पूर्व सांसद चंद्रपाल सिंह यादव, वरिष्ठ नेता अरविंद वशिष्ठ, सीताराम कुशवाहा ,असफान सिद्दीकी, पूर्व मंत्री अजय सूद, पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेश पटेल, मुकेश अग्रवाल, बलवान सिंह यादव, वैभव भारत बट्टा, शंभू सेन, मानव श्रीवास्तव, शैलेंद्र वर्मा शीलू, अमीर चंद आर्य, कार्तिक पटैरिया आदि ने मुस्लिम भाईयों को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। सभी ने देश में अमन और आपसी भाईचारे की दुआ मांगी।
सूरत से आने वाली दो डबल डेकर बसों पर परिवहन विभाग ने की कार्यवाही
बैठायी जा रही थी फुटकर सवारियां
बांदा। मुख्यमंत्री के आदेशों के क्रम में परिवहन विभाग बांदा द्वारा आज पीटीओ रामसुमेर यादव के ने बसों के विरुद्ध विशेष चैंकिंग अभियान चलाया गया। विशेष अभियान के अंतर्गत आज डबल डेकर बस सूरत से आ रही थीं जिसे फुटकर सवारी,यात्री लिस्ट न होने के अभियोग में पपरेदा चौकी में निरूद्ध किया तथा सूरत से आ रही बस डबल डेकर बस का ड्राइवर शराब पीकर गाडी चला रहा था और एक कर को टक्कर मार क्षतिग्रस्त भी किया था जिसको व्रीथ एनालाइजर मशीन से नापने पर 230 एल्कोहोल पाया गया। बस को कोतवाली देहात में सीज करते हुये ड्राईवर के विरुद्ध तहरीर दी गई। परिवहन विभाग बांदा एआरटीओ शंकरजी सिंह एवं पीटीओ रामसुमेर यादव के द्वारा ऐसे सभी वाहन चलको एवं स्वामियों को हिदायत दी जाती है कि बिना उचित पेपर रजिस्ट्रेशन,मानक विहीन वाहनों का संचालन ना करें और यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ ना करें शराब पीकर वाहन ना चलने की हिदायत दी अन्यथा चेकिंग के दौरान पकड़े जाने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
आक्रोशित हिंदू समुदाय ने सदर कोतवाली का किया घेराव
चैत्र नवरात्रि पर्व पर हिंदू आस्था पर हुआ प्रहार
जिला अस्पताल के पास बने हुए पुराने शिव मंदिर को पुलिस ने हटाया
दोषी चौकी इंचार्ज विवेक निलंबित , एस पी ने दिए जांच के आदेश
ललितपुर। चैत्र माह में शुरू हुए हिंदू आस्था का प्रतीक नवदुर्गा महोत्सव के पहले दिन ही हिंदुओं की आस्था पर पुलिस द्वारा उस समय प्रहार किया गया, जब शहर के जिला अस्पताल परिसर की जमीन में स्थापित पुराने मंदिर की मूर्ति को चौकी इंचार्ज द्वारा तथाकथित के बहकावे में आकर फेंक दिया गया। इस बात की जानकारी जैसे ही हिंदूवादी संगठनों के अलावा आसपास के हिंदुओं को हुई, तो उन्होंने इस पर कड़ा आक्रोश जताया और देर शाम एकत्रित हो कर सदर कोतवाली पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस का घेराव करते हुए दोषी चौकी इंचार्ज को हटाने की मांग उठाई और जमकर धरना प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की। हालांकि घटना की सूचना पाकर अपर पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी सदर कोतवाली पहुंच गए और हिंदुओं को चौकी इंचार्ज पर कार्यवाही करने का आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन शांत कराया। थोड़ी ही देर बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक को उक्त मामले की जांच सौंप दी। जब चौकी इंचार्ज की निलंबित होने की सूचना मिली तब हिंदूवादी नेताओं संगठनों और हिंदुओं में पनपता आक्रोश शांत हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार शहर के जिला चिकित्सालय परिसर के बाहर जिला चिकित्सालय की ही जमीन में एक छोटे से चबूतरे पर शंकर जी का मंदिर बना हुआ था, जहां मूर्ति स्थापित थी और लोग श्रद्धा के साथ पूजन अर्चन भी करते थे। लेकिन चैत्र माह की नवदुर्गा के पहले दिन ही अस्पताल परिसर में संचालित सिविल लाइन चौकी इंचार्ज विवेक धामा द्वारा कुछ तथा कथित लोगों के बहकावे में आकर वहां से शंकर जी की मूर्ति को हटा दिया और पूजा नार्कन की सामग्री को भी चित्र बेहतर करते हुए चबूतरे को हटाने का प्रयास किया। चौकी इंचार्ज का यह कृत जब आसपास के लोगों ने देखा तो तत्काल इसकी सूचना हिंदूवादी संगठनों को दी। घटना की सूचना पर तत्काल हिंदूवादी संगठनों के साथ-साथ आसपास के हिंदू एकत्रित हुए और तत्काल चौकी इंचार्ज के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सदर कोतवाली पहुंचे जहां सभी ने जमकर धरना प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। उक्त घटना की सूचना जैसे ही अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार को मिली वैसे ही अपर पुलिस अधीक्षक क्षेत्र अधिकारी सदर अजय कुमार के साथ सदर कोतवाली जा पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर मामला शांत करने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी चौकी इंचार्ज के निलंबन की मांग कर रहे थे। इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक ने निलंबन का श्वसन भी दिया लेकिन हिंदूवादी संगठन और हिंदू वहां से हटने को तैयार नहीं थे इस मामले की जानकारी जैसे ही पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुस्ताक को मिली उन्होंने तत्काल प्रथम दृष्टवा टॉकिंग चार्ज को दोषी मानते हुए उन पर निलंबन की कार्यवाही की और पुलिस महिकमें को उक्त निलंबन से अवगत कराया। जब चौकी इंचार्ज की निलंबन की सूचना हिंदूवादी संगठनों को मिली तब उनका आक्रोश थमा।
चौकी इंचार्ज क्या हिन्दुओं का विरोधी है ?
इस मामले में हिंदूवादी नेता शुभम कौसिक के साथ अन्य हिन्दुओं का कहना है कि जिस तरह सिविल लाइन चौकी इंचार्ज विवेक धामा द्वारा जिला चिकित्सालय में ही तैनात एक डॉक्टर द्वारा दिए गए शिकायती पत्र पर हिंदुओं की आस्था पर प्रहार करते हुए मंदिर से मूर्ति को हटा दिया और चबूतरा ध्वस्त करने का प्रयास किया, उससे ऐसा लगता है कि उक्त चौकी इंचार्ज सेकुलर है और वह हिंदुओं का विरोधी है। चौकी इंचार्ज के इस कृत्य पर उसे कभी क्षमादान नहीं मिलना चाहिए। चौकी इंचार्ज ने जो कृत्य किया है उसे पर तो निलंबन नहीं उसकी बर्खास्तगी होनी चाहिए थी। इस मामले को लेकर वह मुख्यमंत्री स्तर तक भी जाएंगे।
अब सिविल लाइन चौकी इंचार्ज होंगे संजय कुमार
सिविल लाइन चौकी इंचार्ज विवेक धामा के निलंबन की कार्यवाही के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थाना बानपुर में तैनात संजय कुमार दुबे को सिविल लाइन चौकी इंचार्ज के पद पर तैनात किया गया है। अब सिविल लाइन चौकी इंचार्ज के रूप में विवेक धाम के स्थान पर संजय कुमार पदभार ग्रहण करेंगे।
कलयुगी भाई ने भाई को ही पत्थर से कुचलकर मार डाला
शराब के नशे में धुत थे दोनों सगे भाई , चल रहा था आपसी विवाद
पुलिस ने हत्यारे कोकिया गिरफ्तार , मामला दर्ज
प्रदेश समाचार / ललितपुर। थाना जखौरा क्षेत्र के अंतर्गत स्थानीय कस्बे के नदी मुहल्ला में नशे में धुत दो भाइयों के बीच उत्पन्न हुए आपसी पारिवारिक विवाद के चलते नशेलची दोनों भाइयों के बीच जमकर गाली गलौज कर मारपीट हुई। इस दौरान एक आक्रोशित भाई ने अपने ही दूसरे सगे भाई की पत्थरों से कुचल कर हत्या कर दी और फरार हो गया। मृतक के एक अन्य भाई का आरोप है कि कई बार पुलिस और एंबुलेंस को फोन लगाने के बाद भी वह मौके पर नहीं पहुंचे। इसके बाद उन्होंने सुबह करीब 5:00 बजे थाने जाकर पुलिस को हत्या की सूचना दी। हत्या की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तथा हत्यारे भाई को फरार होते समय गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस ने मृतक के भाई द्वारा दिए गए शिकायती पत्र पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
विवरण के मुताविक जखौरा कस्बा के नदी मुहल्ला निवासी सरमन राजपूत के दो बेटों में रविवार की देर रात्रि किसी बात को लेकर आपसी पारिवारिक विवाद हो गया था। जिसके चलते 30 वर्षीय रतन पुत्र सरमन ने अपने बड़े भाई 34 बर्षीय पुरन के साथ शराब के नशे में रात में करीब 11 बजे छत पर चढ़कर गाली गलौज करने लगा। इस दौरान बड़े भाई पूरन ने ज़ब छोटे भाई को गाली देने से मना किया, तो दोनों में जमकर गाली गलौज होने लगी। इस दौरान नशे में धुत रतन छत से नीचे कुंद गया और दोनों में जमकर मारपीट हुई। मारपीट के दौरान पूरन ने गुस्से में आकर पास में ही पड़े ईंट गुममें और पत्थरों को उठाकर अपने भाई पर अचानक हमला कर दिया। जब रतन जमीन पर गिर पड़ा, तब उसके भाई ने पत्थरों से कुचल कर उसकी निर्मम हत्या कर दी। बताया गया है कि पुरन ने अपने भाई रतन के पैरों को पत्थरों से कुचल दिया और शिर पर भी कई प्रहार किये, जिससे लहू-लुहान होकर मौके पर ही धराशाई हो गया। इस दौरान रतन की जैसे ही मौके पर मौत हुई तो विपक्षी भाई वहां से रफू चक्कर हो गया। जिसके बाद मृतक का शब मौके पर ही करीब 5 घंटे पड़ा रहा और परिवार वाले बैठे रहे, क्योंकि रात्रि में करीब 12 बज चुके थे और थाने तक जाने के लिए उनके पास कोई साधन नहीं था। इस दौरान जब सुबह के 5:00 तब परिवार वाले घर से रवाना हुए और थाने जाकर घटना के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के सब को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी को फरार होते समय उसके घर से करीब 4 किलोमीटर की दूर ग्राम जमोरा के पास से गिरफ्तार कर लिया। मृतक के परिजनों का आरोप है कि ज़ब रात्रि करीब 10 बजे दोनों के बीच जमकर झगड़ा हो रहा था, तब उन्होंने डायल 112 पुलिस को कई बार फोन लगाया, लेकिन वहां का फोन उठा ही नहीं। यदि पुलिस फोन उठा लेती और समय पर आ जाती, तो शायद रतन जान बच सकती थी। ज़ब रतन लहु-लुहान अवस्था में पड़ा था, तब भी उन्होंने 108 एंबुलेंस को कई बार फोन लगाया, लेकिन एंबुलेंस भी नहीं आई, जिस कारण उसके भाई की मौके पर ही मौत हो गई। यदि एंबुलेंस ही समय पर आ जाती, तो शायद उसके परिवार के बेटे की जान बच जाती। बताया गया है कि मृतक कर भाई और चार बहन में तीसरे नंबर का था और उसके दो पुत्र और दो पुत्रोंयां भी हैं। यह भी बताया गया है कि आरोपी पुराण ने अपने अपने बड़े भाई गणेश के साथ भी करीब 15 दिन पहले गाली गलौज कर मारपीट की थी जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हुआ था पर इलाज के लिए अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। थाना जखौरा पुलिस में मृतक के भाई प्रताप पुत्र सरमन लोधी द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला पंजीकृत किया है।
क्या कहता है मृतक का भाई ?
इस मामले में मृतक के भाई प्रताप का कहना है कि उसके दोनों छोटे भाइयों के बीच शराब के नशे में पारिवारिक विवाद उत्पन्न हुआ था जो कहा सुनी से शुरू हुआ और गाली गलौज के साथ मारपीट पर जा पहुंचा इस दौरान दोनों के बीच मारपीट हुई जिससे आक्रोशित होकर पुराण ने रतन पर पास में ही पड़े ईंट – पत्थरों से हमला कर दिया। जिसमें वह लहू लहान होकर मौके पर धराशाई हो गया था। उसने कई बार डायल 112 पुलिस को फोन किया लेकिन पुलिस नहीं आई। क्योंकि देर रात्रि होने के कारण वह थाने तक नहीं जा सका, और मौके पर पड़े उसका लहू-लुहान भाई की मौत हो गई। उसने 108 एंबुलेंस को भी फोन लगाया था लेकिन एंबुलेंस नहीं आई यदि दोनों में से एक कोई घटना स्थल पर समय पर आ जाता तो शायद उसके भाई की जान बच सकती थी।
ऐसा क्या हुआ कि पिता ने कर ली आत्महत्या ?
गांव के बाहर बबूल के पेड़ से लटकती मिली लाश
झांसी। टोड़ीफतेहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बुढ़ाई में एक व्यक्ति का शव बबूल के पेड़ से लटका मिला है। मृतक ने अपनी बेटी की शादी बड़े धूमधाम से शुक्रवार को की थी और विदाई के बाद वह शनिवार की रात सो अचानक गायब हो गया था। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
टोड़ी फतेहपुर थाना क्षेत्र के बुढ़ाई में बृजकिशोर कुशवाहा परिवार समेत रहता था। शुक्रवार को बृजकिशोर की बेटी की शादी थी। शनिवार को विदाई के बाद वह रहस्यमय ढंग से गायब हो गया। इसकी जानकारी परिजनों को हुई तो परिजनों ने तलाश की मगर पता नहीं चला। रविवार की सुबह गांव के लोग घूमने निकले थे, तभी उनकी नजर गांव के बाहर लगे एक बबूल के पेड़ पर गई। पेड़ पर बृजकिशोर का शव लटक रहा था। इसकी जानकारी परिजनों को हुई तो परिजन मौके पर पहुंच गए। मृतक के बड़े भाई मथुरा प्रसाद ने आरोप लगाया है। मृतक के भाई ने कहा कि उसके भाई की हत्या की गई है और इसके लिए गांव के ही एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि “भाई ने अपनी बेटी की शादी पूरी की और उसके अगले ही दिन उसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटका मिला। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में टोड़ी फतेहपुर थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि “फांसी लगाने की सूचना पर शव को कब्जे में लिया, फॉरेंसिक जांच के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। लगाए गए आरोपों के संबंध में जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में फांसी लगाने की बात सामने आई है।
इकतरफा प्यार में किया हमला, घटना सीसीटीवी में कैद
झांसी। बीती शाम एकतरफा प्यार में पागल युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
विवरण के मुताविक यह घटना मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम चुरारी की है, जहां पंकज श्रीवास सूखनई नदी किनारे स्थित चाट की दुकान पर खाना खा रहा था। तभी एक बाइक पर सवार तीन नकाबपोश युवक वहां पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए लोहे की रॉड से उसके सिर पर हमला कर दिया। हमलावरों ने लात-घूंसों से भी उसकी जमकर पिटाई की। हमले के दौरान वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने एक हमलावर को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया, जबकि दो हमलावर मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, घायल पंकज को इलाज के लिए मऊरानीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। घायल युवक पंकज श्रीवास ने बताया कि हमलावर एक लड़की से बातचीत करता था, लेकिन लड़की उनसे बात नहीं करती थी। इसी बात को लेकर वस उसे धमकाने आया था और अचानक हमला कर दिया। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरु कर दी। आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं, इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी जांच का अहम हिस्सा बनाया गया है।
लापरवाही : मैक्सकेयर स्पर्श हॉस्पिटल में परिजनों ने काटा हंगामा
निजी अस्पताल में बच्चे की मौत पर जमकर हुआ बवाल
परिजनों ने कहा- डॉक्टरों की लापरवाही से हुई बच्चे की मौत
पुलिस पहुंची मौके पर , शांत कराया मामला
झांसी। नवाबाद थाना क्षेत्र के मेडिकल रोड स्थित मैक्सकेयर स्पर्श हॉस्पिटल में बीती रात को एक बच्चे की मौत हो गई। इसी बात से गुस्साएं परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मासूम की जान चली गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के परिजनों से वार्तालाप कर मामले को शांत करवाया। विवरण के मुताविक बड़ागांव थाना क्षेत्र में रहने वाली मृतक मासूम की मां पूनम ने कहा, “मेरा बेटा पूरी तरह स्वस्थ था। उसे सिर्फ जुकाम हुआ था, लेकिन सही तरीके से इलाज न मिलने के कारण हमने उसे खो दिया।” परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने पहले बच्चे की हालत में सुधार होने की बात कही थी, लेकिन अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और कोई डॉक्टर वहां मौजूद नहीं था। बच्चे के पिता अजीत अहिरवार ने बताया कि उनका बेटा ढाई माह का था और पूरी तरह स्वस्थ था। चार दिन पहले उसे जुकाम हुआ, जिसके कारण सांस लेने में तकलीफ होने लगी। 27 मार्च को वे उसे डॉक्टर सुनील के पास ले गए, जिन्होंने बच्चे को मैक्सकेयर स्पर्श हॉस्पिटल में भर्ती कराने की सलाह दी। शनिवार सुबह डॉक्टरों ने बताया कि स्थिति में सुधार है और रविवार तक छुट्टी मिल सकती है। लेकिन दोपहर में अचानक बच्चे की तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टरों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वे उपलब्ध नहीं थे। जब डॉक्टर पहुंचे, तो उन्होंने कहा कि बच्चे की बचने की उम्मीद सिर्फ एक प्रतिशत है, और कुछ देर बाद उसकी मौत की सूचना दे दी।
डॉक्टर ने दी सफाई
इस मामले में डॉ. अभिषेक जैन ने कहा, “बच्चे की हालत बेहद गंभीर थी। उसकी सांसें बहुत धीमी चल रही थीं, इसलिए उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। हमने पूरी कोशिश की, लेकिन फेफड़े फट जाने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका। मैंने खुद परिजनों को स्थिति समझाई थी। अगर परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं, तो मामले की जांच और पोस्टमार्टम होना चाहिए।”
पुलिस ने मामला किया शांत, जांच के दिए आदेश
बच्चे की मौत के बाद हंगामे की सूचना मिलते ही नवाबाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची। हालात को देखते हुए सदर थाना और महिला थाना की पुलिस भी मौके पर बुला ली गई। पुलिस ने परिजनों को जांच का भरोसा देकर किसी तरह मामला शांत कराया। पुलिस ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
लापरवाही : मैक्सकेयर स्पर्श हॉस्पिटल में परिजनों ने काटा हंगामा
निजी अस्पताल में बच्चे की मौत पर जमकर हुआ बवाल
परिजनों ने कहा- डॉक्टरों की लापरवाही से हुई बच्चे की मौत
पुलिस पहुंची मौके पर , शांत कराया मामला
झांसी। नवाबाद थाना क्षेत्र के मेडिकल रोड स्थित मैक्सकेयर स्पर्श हॉस्पिटल में बीती रात को एक बच्चे की मौत हो गई। इसी बात से गुस्साएं परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मासूम की जान चली गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के परिजनों से वार्तालाप कर मामले को शांत करवाया। विवरण के मुताविक बड़ागांव थाना क्षेत्र में रहने वाली मृतक मासूम की मां पूनम ने कहा, “मेरा बेटा पूरी तरह स्वस्थ था। उसे सिर्फ जुकाम हुआ था, लेकिन सही तरीके से इलाज न मिलने के कारण हमने उसे खो दिया।” परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने पहले बच्चे की हालत में सुधार होने की बात कही थी, लेकिन अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और कोई डॉक्टर वहां मौजूद नहीं था। बच्चे के पिता अजीत अहिरवार ने बताया कि उनका बेटा ढाई माह का था और पूरी तरह स्वस्थ था। चार दिन पहले उसे जुकाम हुआ, जिसके कारण सांस लेने में तकलीफ होने लगी। 27 मार्च को वे उसे डॉक्टर सुनील के पास ले गए, जिन्होंने बच्चे को मैक्सकेयर स्पर्श हॉस्पिटल में भर्ती कराने की सलाह दी। शनिवार सुबह डॉक्टरों ने बताया कि स्थिति में सुधार है और रविवार तक छुट्टी मिल सकती है। लेकिन दोपहर में अचानक बच्चे की तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टरों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वे उपलब्ध नहीं थे। जब डॉक्टर पहुंचे, तो उन्होंने कहा कि बच्चे की बचने की उम्मीद सिर्फ एक प्रतिशत है, और कुछ देर बाद उसकी मौत की सूचना दे दी।
डॉक्टर ने दी सफाई
इस मामले में डॉ. अभिषेक जैन ने कहा, “बच्चे की हालत बेहद गंभीर थी। उसकी सांसें बहुत धीमी चल रही थीं, इसलिए उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। हमने पूरी कोशिश की, लेकिन फेफड़े फट जाने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका। मैंने खुद परिजनों को स्थिति समझाई थी। अगर परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं, तो मामले की जांच और पोस्टमार्टम होना चाहिए।”
पुलिस ने मामला किया शांत, जांच के दिए आदेश
बच्चे की मौत के बाद हंगामे की सूचना मिलते ही नवाबाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची। हालात को देखते हुए सदर थाना और महिला थाना की पुलिस भी मौके पर बुला ली गई। पुलिस ने परिजनों को जांच का भरोसा देकर किसी तरह मामला शांत कराया। पुलिस ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
अदालत का फरमान जारी : रेप पीड़िता को भगाने के मामले में दारोगा व महिला आरक्षी पर मुकदमा दर्ज
अब रेप पीड़ितों के झांसी के थानों में दर्ज नहीं हो रहे है मुकदमें
अदालत की शरण लेने पर मजबूर हो रहे हैं पीड़ित
मामला टहरौली थाना क्षेत्र का , चल रही अंधेरगर्दी
प्रदेश समाचार / झांसी। अब बलात्कार हो या अन्य वारदातों से पीड़ितों के झांसी के थानों में मुकदमा दर्ज नहीं किए जा रहे हैं। एेसा ही एक ओर मामला प्रकाश में आया है। पीड़ितों को अदालत की शरण लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है। हालही में विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट की अदालत के आदेश पर टहरौली थाने की पुलिस ने दरोगा, महिला आरक्षी आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में अभी तक पुलिस अफसरों ने नामजद दरोगा व महिला आरक्षी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
विवरण के मुताविक टहरौली थाना क्षेत्र में एक 19 बर्षीय छात्रा के अपहरण और दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, 21 जनवरी 2025 को जब वह स्कूल गई थी, तभी आरोपी सुमित परिहार ने उसे चाकू के बल पर अगवा कर ले गया। पीड़िता का आरोप है कि उसे नशे की दवा मिलाकर पानी पिलाया गया, जिससे वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया, तो उसने खुद को दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में पाया। वहां आरोपी ने उसे धमकाते हुए बताया कि वह उसे बेचने के इरादे से यहां लाया है। लेकिन जब पीड़िता शोर मचाने लगी, तो आरोपी उसे छोड़कर भाग गया। पीड़िता किसी तरह 22 जनवरी को श्रीधाम एक्सप्रेस से झांसी लौट आई और रेलवे प्रशासन को आपबीती बताई। इसके बाद रेलवे पुलिस ने उसके माता-पिता को सूचित किया और उसे न्याय किशोर बोर्ड झांसी को सुपुर्द कर दिया। पीड़िता के पिता ने 21 जनवरी को ही टहरौली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि जब उसके माता-पिता दिल्ली मजदूरी करने गए थे, तब 8 मार्च 2024 को सुमित परिहार, तिलक सिंह और चंदन ने उसके घर में घुसकर तमंचे के बल पर धमकी दी और सुमित ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया गया। पीड़िता का आरोप है कि 23 जनवरी को जब वह टहरौली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने गई, तो वहां तैनात उपनिरीक्षक रामशंकर कटियार और महिला कांस्टेबल सविता पटेल ने उस पर दबाव बनाकर जबरन कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए। पीड़िता के अनुसार, पुलिस ने अभियुक्तों से साठगांठ कर उसे और उसके परिवार को धमकाया और झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी।
समझौता नहीं करेगी तो परिजनों को फंसा देंगे झूठे मुकदमों में
आरोपियों और कुछ अज्ञात लोगों ने 4 फरवरी को पीड़िता के घर पहुंचकर उसे जबरन राजीनामा करने का दबाव डाला और धमकाया कि यदि वह समझौता नहीं करेगी, तो उसके पूरे परिवार को झूठे मामलों में फंसा दिया जाएगा। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस और आरोपियों की मिलीभगत से उसे और उसके परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है।
एसएसपी और डीआईजी से भी मांगा था न्याय
जब टहरौली थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो पीड़िता ने 25 जनवरी को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और डीआईजी को लिखित प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। इसके अलावा, उसने जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन फिर भी पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
अदालत की लेना पड़ी शरण
जब रेप पीड़िता छात्रा को पुलिस अफसरों से न्याय नहीं मिला तो उसे अदालत की शरण लेना पड़ी है। पीड़िता ने विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट अदालत में प्रार्थना पत्र देकर मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। इस मामले को अदालत ने गंभीरता से लिया और टहरौली थाना प्रभारी को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
दरोगा और महिला सिपाही के खिलाफ मुकदमा
अदालत के आदेश पर टहरौली थाना पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने टहरौली थाने में तैनात उप निरीक्षक रामशंकर कटियार, महिला सिपाही सविता पटेल तथा रेप का आरोपी सुमित परिहार, मनोहर परिहार, चंदन तथा तिलक सिंह के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ। भारतीय न्याय संहिता की धारा 87, 64(2)(m), 123, 351(3), 352 तथा एससी एसटी एक्ट की धारा 3(1)(द), 3(1)(ध), 3(2)(v) के चार्ज लगाए गए हैं।
सीओ करेंगे जांच
उक्त मुकदमे की जांच टहरौली पुलिस क्षेत्राधिकारी अजय कुमार श्रोत्रिय को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि “टहरौली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले की जांच की जाएगी। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कलयुगी पुत्र ने पिता को पीट पीटकर मार डाला
कुछ समय पूर्व ही जमानत पर रिहा हुआ था जेल से पुत्र , पुलिस तलाश में जुटी
महोबा। जिले के मंगरौल कला गांव में काम करने के लिए कहने पर कलयुगी पुत्र ने अपने ही पिता को लाठी डंडो से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पुत्र मौक़े से फरार हो गया। सुबह हुई इस घटना से इलाके में हड़कम्प मचा हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक पिता के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेज दिया है वही पुलिस आरोपी पुत्र की गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई है।
कोतवाली थाना क्षेत्र के मंगरौल कला गाव में कलयुगी पुत्र रमाशंकर ने अपने पिता रामपाल पुत्र श्रीपत उम्र 46 वर्ष को लाठी डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया है और वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी पुत्र मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज आरोपी पुत्र की तलाश में पुलिस जुट गई है। बताया जाता है कि मृतक पिता रामपाल ने अपने पुत्र रमाशंकर से काम करने के लिए कहा जिससे वह आक्रोशित हो गया और लाठी डंडों से पिटाई कर अपने ही पिता को मौत की नींद सुला दिया। बताया जाता है कि आरोपी रमाशंकर वर्ष 2016 से किसी मामले में सजा भुगत रहा था और कुछ समय पूर्व ही जमानत पर जेल से बाहर आया था। आरोपी की पत्नी पति के जेल जाने के बाद ससुराल से मायके चली गई थी l आरोपी नशे का लती बताया जा रहा है जिसके चलते आज उसने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गया है फिलहाल पुलिस मृतक पिता के शव को पोस्टमार्टम को भेज आरोपी पुत्र की तलाश में जुटी हुई है। मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के मंगरौल कला गाँव में पुत्र द्वारा अपने ही पिता की सोते समय लाठी डंडो से पीटकर हत्या करने की सूचना प्राप्त हुई थी तत्काल मौक़े पर पुलिस फ़ोर्स ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज आरोपी पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर अन्य विधिक कार्यवाही की जाएगी। जाँच करने पर पता चला है कि आरोपी पुत्र मानसिक रूप से विक्षिप्त है।