बुन्देलखण्ड यूनिवर्सिटी : बढ़ती ही जा रही है कैम्पस में छात्रों की गुण्डा गर्दी
छात्रों में जमकर चले लाठी – डंडे , वीडियो हुआ वायरल
विश्वविद्यालय प्रशासन की कमान है ढीली , सुरक्षा गार्डों की शह होती है गुण्डई
विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्डों को नहीं पता कोई नियम क़ानून
झाँसी। बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के कैंपस में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते मामूली कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया और दोनों ओर से लात-घूंसे और डंडे चलने लगे। कैंपस के बीचोंबीच हुई इस झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें छात्रों की हिंसा साफ तौर पर देखी जा सकती है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विवाद की वजह यूनिवर्सिटी में दबदबा कायम करने को लेकर पुरानी रंजिश बताई जा रही है। दोनों गुटों के बीच पहले बहस हुई और फिर मामला मारपीट तक पहुँच गया। इस झगड़े से वहां मौजूद अन्य छात्र-छात्राएं सहम गए और इधर-उधर भागने लगे। हालात बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन और सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे और किसी तरह छात्रों को शांत कराया। हालांकि, घटना के वक्त परिसर में पुलिस की मौजूदगी नहीं थी। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है और दोषियों की पहचान कर उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रत्यादर्शियो के मुताविक छात्रों की ताकत इतनी देखि जा रही थी कि उपद्रवी छात्र सुरक्षा गार्डों को धक्का देकर आवासीय कैम्पस में तक घुस गए थे।
छात्रों में दहशत का माहौल
घटना के बाद यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों में डर का माहौल है। कई छात्र-छात्राओं ने इसे सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी चूक बताया है। उनका कहना है कि कैंपस में इस तरह की घटनाएं छात्र हित और शिक्षा के माहौल के लिए बेहद नुकसानदेह हैं। पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि इससे पहले भी बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्रों के बीच झगड़े की घटनाएं सामने आती रही हैं। इस ताज़ा मामले ने एक बार फिर यूनिवर्सिटी प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
झांसी में माफियागिरी : विकलांग दलित की भूमाफियाओं ने हड़प ली बेशकीमती जमीन
माफिया पर लाखों की जमीन हड़पने, फर्जी बैनामा कराने और रंगदारी मांगने का आरोप
न्याय के लिये विकलांग ने दरवाजा खटखटाया पुलिस कप्तान का
झाँसी। झांसी के एक चर्चित जमीन माफिया पर एक विकलांग दलित व्यक्ति ने अपनी लाखों रुपये की जमीन का फर्जी बैनामा कराकर हड़पने और विरोध करने पर बंदूक की दम पर धमकाने के साथ-साथ अवैध रूप से रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। इस मामले की शिकायत विकलांग दलित ने न्याय के लिए पुलिस कप्तान का दरवाजा खटखटाया है और उसने अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
विवरण के मुताविक प्रेमनगर थाना क्षेत्र के नैनागढ़ निवासी महेंद्र अहिरवार ने अपने परिजनों के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्यालय पहुँचकर एक शिकायती पत्र सौंपा। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि माफिया गैंग से जुड़े के एक सदस्य ने उनके एक रिश्तेदार के साथ मिलकर उनकी लाखों रुपये कीमत की जमीन का फर्जी बैनामा करा लिया। पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने उनके बैंक खाते से अपने रिश्तेदार के खाते में पैसे डलवाकर उनकी जमीन धोखे से हड़प ली। उसने शिकायती पत्र में यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस और अन्य अधिकारियों से की, तो उक्त दबंग व्यक्ति अपने गुर्गों के साथ उनके घर पहुंचा। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी ने उन्हें बंदूक की नोक पर धमकाया और उनके साथ मारपीट की, साथ ही दस लाख रुपये की रंगदारी की भी मांग की और कहा की अगर तुमने दोबारा कोई शिकायत की तो जान से मार दिए जाओगे।
मालुम हो कि जिस जमीन माफिया पर विकलांग दलित ने आरोप लगाया है उसके खिलाफ कि कुछ दिनों पहले भी शहर के एक धनाढ्य व्यक्ति ने इसी प्रकार उस माफिया गैंग के एक दबंग गुर्गे पर उसकी जमीन कब्जाने और धमकाने का आरोप लगाते हुए अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानपुर जोन के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया था। इस नए मामले के सामने आने से बाहरी माफिया गैंग के गुर्गों द्वारा झाँसी में भी सक्रिय होकर लोगों को परेशान करने और उनकी संपत्तियों पर कब्जा करने की आशंका बढ़ गई है। पुलिस अब इस मामले की जांच में जुट गई है और पीड़ित महेंद्र अहिरवार द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाती है और पीड़ित को न्याय दिला पाती है या नहीं। इस घटना ने एक बार फिर संगठित अपराध और माफिया तत्वों के प्रभाव को उजागर किया है, जो कमजोर और असहाय लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। पीड़ित पुलिस कप्तान से न्याय की गुहार लगायी है।
झांसी:शिकायतों के निस्तारण में समयबद्धता और गुणवत्ता पर हो अधिक फोकस: डीएम
22 शिकायतों का हुआ मौके पर निस्तारण
झांसी। जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समय सीमा और गुणवत्ता परक किया जाना सुनिश्चित किया जाए। आज प्राप्त शिकायतों को स्वयं संज्ञान में लेते हुए निस्तारित शिकायतों का मौके पर स्वयं परीक्षण करें । उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत के निस्तारण से संतुष्ट होना भी सुनिश्चित किया जाए।
आज संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर लगभग 170 को शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें 22 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया,शेष शिकायतों को 15 दिवस में निस्तारित करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस मोंठ में भूमि संबंधित विवाद अथवा सरकारी एवं निजी भूमि/चक रोड पर अवैध कब्जों की शिकायतें प्राप्त होने पर उपस्थित लेखपालों को कार्यशैली में सुधार लाए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने अवैध कब्जों की शिकायत के संदर्भ में टीम गठित करते हुए मौके पर जाकर चकरोड, निजी एवं सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराए जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस मौके पर गरौठा विधायक जवाहर सिंह राजपूत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ती, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जी अक्षय दीपक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय, डीएफओ जे बी शेंडे, एसडीएम प्रदीप कुमार ,क्षेत्राधिकारी पुलिस सहित समस्त विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी अधिकारी उपस्थित रहे।
साहब, नाजायज तरीके से लगा ली है फसल
सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर मोहन सिंह निवासी ग्राम पथर्रा मोंठ ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि ग्राम पथर्रा की में भूमि संख्या 277 नाला व 279 खाद के गड्ढे को गाँव के दबंग व्यक्ति ने नाजायज तरीके से उपरोक्त भूमि में प्याज व वरसीम की फसल लगा ली है। पूर्व में शिकायत करने के बाद क़ब्ज़ा हटा दिया गया था किंतु विपक्षी द्वारा पुन। उक्त भूमि पर फसल लगा ली गई हैं। जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने उपजिलाधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी पुलिस को मौके पर भ्रमण कर कब्जा हटाए जाने की नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सम्पूर्ण समाधान दिवस पर विद्युत विभाग, समाज कल्याण विभाग, दिव्यांग विभाग की शिकायतों निस्तारण हेतु जिलाधिकारी ने तत्काल कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
झांसी : शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक लाभार्थी तक पहुंचाना सर्वोच्च प्राथमिकता – मृदुल चौधरी
नवागंतुक जिलाधिकारी ने जनपद झांसी का ग्रहण किया पदभार
जनपद में हो रहे विभिन्न विकास कार्यों को गति के साथ पूर्ण कराया जाना प्राथमिकता रहेगी
जनपद में पेयजल आपूर्ति पर दिया जाएगा विशेष ध्यान
झांसी। नवागंतुक जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने आज सांय 07 बजे कलेक्ट्रेट स्थित जिला कोषागार पहुंचकर अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया। 2014 बैच के आईएएस अधिकारी नवागत जिलाधिकारी इससे पूर्व जनपद महोबा में जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत रह चुके है। जिला कोषागार में कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त उन्होंने जरूरी अभिलेखों पर हस्ताक्षर किया।
नवागत जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त अधिकारियों से कहा कि शासन के निर्देशों का पालन करते हुए आम जनमानस को दी जा रही सुविधाएं, लाभार्थियों तक शत प्रतिशत पहुंचाना प्राथमिकता रहेगी, इसके साथ ही जनपद में हो रहे विकास कार्यों को गति के साथ पूर्ण कराया जाएगा। जनपद में शत-प्रतिशत पेयजल आपूर्ति हेतु विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में जनपद में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों को गति के साथ पूर्ण कराया जाना और जनपद के सभी लोगों के समन्वय से शासन की नीतियों का धरातल पर क्रियान्वित करने का कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरुण कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी न्याय श्रीमती श्यामलता आनंद, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वरुण कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे योगेंद्र कुमार, नगर मजिस्ट्रेट प्रमोद कुमार झा, उपजिलाधिकारी झांसी सुश्री देवयानी, वरिष्ठ कोषाधिकारी अनिल कुमार मिश्रा, पुलिस अधीक्षक नगर ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर श्रीमती स्नेहा तिवारी सहित सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।
उरई : जल शक्ति मंत्री ने नलकूप आधारित पेयजल योजना का किया लोकार्पण
प्रधानमंत्री के हर घर जल संकल्प को पूरा करने की दिशा में यह योजना एक मजबूत कदम है
उरई। विकासखंड नदीगांव के महतवानी में रविवार को जल जीवन मिशन ‘हर घर जल’ कार्यक्रम के अंतर्गत नलकूप आधारित पेयजल योजना का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, माधौगढ़ विधायक मूलचंद निरंजन, सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने गांव में पहुंचकर स्वयं शुद्ध पेयजल का पानी पीकर गुणवत्ता की जांच की और ग्रामीणों से संवाद कर योजना की उपयोगिता के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस योजना के माध्यम से ग्राम महतवानी की 1500 से अधिक आबादी को अब घर-घर शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलने लगी है। पेयजल योजना का लाभ केवल महतवानी गांव तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके अंतर्गत विकासखंड नदीगांव के कई अन्य दूरस्थ ग्रामों, जैसे कैलारी, धंजा, बंगरा, माधौगढ़, रूरा सिरसा, रवा, डीहा, अर्जुनपुरा, भकरोल, कुर्रा, गीधवासा, बओली, परासानी और खजुरी के सभी घरों में क्लोरीनेशन के साथ सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति प्रारंभ कर दी गई है। मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री के हर घर जल संकल्प को पूरा करने की दिशा में यह योजना एक मजबूत कदम है। हमारा उद्देश्य है कि प्रदेश का कोई भी घर स्वच्छ पेयजल से वंचित न रहे।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध और गुणवत्ता युक्त ढंग से सुनिश्चित किया जाए। इस पहल से न केवल ग्रामीणों को स्वास्थ्यवर्धक जल उपलब्ध होगा, बल्कि जल जनित बीमारियों पर भी अंकुश लगेगा। ग्रामीणों ने योजना के प्रति आभार जताते हुए इसे अपने जीवन की एक बड़ी सुविधा बताया।
महोबा : प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री ने दी थी चरखारी नगर को बुन्देलखण्ड के कश्मीर की संज्ञा
स्वामी गोवर्धन नाथ को जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयास से ही मिलेगा राजकीय मेले का दर्जा
इस मेले का ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है
महोबा। बुन्देलखण्ड के महोबा जिले में चरखारी ऐसा नगर है जो अपने उद्भव काल से ही बेहद समृद्धशाली रहा है l यहाँ कि नैसर्गिक प्राकृतिक सुंदरता हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है यहाँ के हरियाली से आच्छादित पहाड़, यहाँ का मंगलगढ़ दुर्ग, यहाँ कमल के पुष्पों से आच्छादित सरोवरों को देखकर ही प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पं. गोविन्द वल्लभ पंत द्वारा नगर को बुन्देलखण्ड के कश्मीर की संज्ञा दी गई थी इसी के साथ चरखारी स्टेट के राजाओं द्वारा नगर को धार्मिक, व्यापारिक, और सांस्कृतिक रूप से भी बेहद समृद्वशाली बनाया गया था, 108 कृष्ण मंदिरों के एक साथ नगर के गौवर्धन नाथ मेला परिसर में विराजने के साथ कार्तिक मास में होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, एक माह तक लगने वाले गौवर्धन मेला जिसका आज भी जीता जागता प्रमाण है, जिसमें क्षेत्रीय आम लोगों की अत्यधिक सहभागिता रहती है मेले का ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है लेकिन अफसोस सरकार और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के चलते स्वतन्त्रता के बाद से चरखारी समृद्ध होने की बजाए अवनति की ओर ज्यादा गया है, यहाँ की उपेक्षा का आलम यह है जहाँ छोटे छोटे कस्बों में भी आदर्श बस स्टैन्ड नजर आ जाते हैं वहीं तहसील मुख्यालय और विधानसभा का दर्जा प्राप्त चरखारी में अभी तक एक बस स्टैन्ड नहीं बन पा रहा है, जनता को लालीपॉप दिखाने के लिए कई बार बस स्टैन्ड का शिलान्यास किया गया जो अभी तक असितत्व विहीन है इसी प्रकार मेडीकल कालेज के बनने के लिए भी करहरा कला के पास बेहद प्रचारित करते हुए लोगों को मेडीकल कॉलेज मिलने का सपना दिखाया गया लेकिन हुआ कुछ नहीं, 1883 से निरन्तर चले आ रहे मेला सहस्त्र गोवर्धन नाथ जू एक धार्मिक एवं ऐतिहासिक मेला है लेकिन जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण समुचित प्रयास न किए जाने से आज तक इस मेला को राजकीय मेला का दर्जा नहीं मिल पाया, जनप्रतिनिधियों के मेले के प्रति निष्क्रियता को दर्शाता है तथा बुन्देलखण्ड के महत्वूर्ण मेला को राजकीय मेला का दर्जा नहीं मिल पा रहा है। उदासीनता की वजह से ही
स्वतन्त्रता के पूर्व मंदिर श्री बटुक भैरव नाथ जी का 8 दिन लगने वाला मेला और गणगौर मंदिर का मेला अब पूर्णरूप से बन्द हो चुके हैं l मेला सहस्त्र श्री स्वामी गोवर्धन्नाथ जू महाराज को लगते हुए 141 वर्ष पूर्ण हो चुके है जिसे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के गौरव के रूप में जाना जाता है तथा ख्याति प्राप्त मेला है लेकिन जनप्रतिनिधियों द्वारा जिस तरह से इस मेला की उपेक्षा की जाती है वह निन्दनीय है तथा मेले के गौरवशाली इतिहास की उपेक्षा है। हालांकि विधान परिषद सदस्य एमएलसी जितेन्द्र सिंह सेंगर के आम लोगों की भावनाओं को सदन में पुरजोर तरीके से रखने की वजह से लोगों में आशा का संचार हुआ है क्योंकि एमएलसी जितेन्द्र सिंह सैंगर द्वारा चरखारी मेला और कजली मेला महोबा को लेकर राजकीय मेले की मांग रखी गई है जिससे लोगों में मेले के दिन बहुरने की आस जगी है। आम लोगों की माँग है कि यहाँ के जिला एवं तहसील के सभी जनप्रतिनिधियों को अभी से एक साथ संयुक्त प्रयास करना चाहिए जिससे चरखारी मेला के लगने के समय कार्तिक मास तक राजकीय मेले का दर्जा मिल सके और यहाँ की जनता अपने जनप्रतिनिधियों पर भी गर्व की अनुभूति कर सके l
मऊरानीपुर : सुखनई नदी बहा रही है अपनी दुर्दशा पर आंसू
झांसी। मऊरानीपुर में वर्षों से निर्मल धारा के साथ कल कल बहने एवं कभी न सूखने वाली पवित्र सुखनई नदी के लिए मौजा ढिमलौनी में स्थित बरसों पूर्व ब.स.पा शासन में बनाया गया चेक डैम अभिशाप बन गया है। जिसके कारण नदी की ऐसी दुर्दशा हो गई है कि नदी का पानी वासिल व दुर्गंध युक्त हो गया है एवं नालों के पानी, जलकुंभी ,शौच सहित लगातार फैल रही गंदगी के कारण सुन्दर नदी बड़े नाले के रूप में नजर आने लगी है क्योंकि उक्त चेक डैम में फाटक ना होने से गंदगी का प्रतिशत लगतार बढ़ रहा है लेकिन पूरी स्थिति जानने के बाद प्रशासन अभी तक कदम नहीं उठा रही है इस संबंध में सामाजिक संगठनों व वरिष्ठ नागरिकों ने चेक डैम में फाटक लगाने की मांग की है लेकिन अब तक प्रशासन एवं राजनीतिक दलों के लोगों ने भी किसी प्रकार का प्रयास नहीं किया जिसमें नगर के मध्य बहने वाली सुखनई नदी बदरंग नजर आने लगी है और पूर्व में पालिका द्वारा सुखनई नदी की सफाई करने के लिए लाखों रुपए का ठेका दिया था लेकिन लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी सुखनई नदी की दुर्दशा ज्यों की त्यों बनी हुई है जलकुंभी से पूरी तरह पटी पड़ी हुई है।
बबीना : स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है – ब्रिगेडियर सुमित रावत
आर्मी पब्लिक स्कूल में वार्षिक खेल दिवस का आयोजन
श्रीमती दीप्ति रावत एवं ब्रिगेडियर सुमित रावत ने विजयी खिलाड़ियों को वितरित किये पुरस्कार
झांसी। बबीना आर्मी पब्लिक स्कूल में वार्षिक खेल दिवस का आयोजन विद्यालय अध्यक्ष ब्रिगेडियर सुमित रावत के मुख्यआतिथ्य एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती दीप्ति रावत अध्यक्षा F W O हैडक्वार्टर 27 आर्म्ड ब्रिगेड की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम स्थल पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि का स्वागत एन सी सी के कैडेट्स ने जोरदार सैल्यूट के साथ किया। प्राचार्या डिम्पल शेखावत ने अतिथियों की अगवानी की एवं नन्हीं मुन्नीं बच्चियों ने पुष्प गुच्छ भेंट किए। कार्यक्रम स्थल पर मुख्य अतिथि ने प्रज्वलित मशाल मशाल क्रीड़ा कप्तान को सौंपी। क्रीड़ा कप्तान आर्यन ने क्रीडांगन की प्रदक्षिणा करके मशाल को क्रीडांगन में स्थापित कर दिया। मुख्यअतिथि ने कार्यक्रम शुभारंभ की अनुमति प्रदान की तत्पश्चात विद्यालय घोष की धमक के साथ परेड का शुभारंभ हुआ। परेड को अग्रगति प्रदान कर रहे थे छात्र परिषद के प्रमुख राज गौतम तथा मुख्य छात्रा अंजलि सहलोत, बालक एन सी सी की कमान अंशुल यादव तथा बालिका एन सी की कमान तनीषा ने संभाली। विद्यालय घोष का नेतृत्व विश्वजीत कर रहे थे। देश के महान सैन्य योद्धाओं को समर्पित सदनों का नेतृत्व विश्वजीत कर रहे थे खेत्रपाल सदन की ध्वज वाहिका सौम्या पाण्डे उपकप्तान आयुष, तारापुर सदन ध्वज वाहक सुमित उपकप्तान सुमित उप कप्तान ऐश्वर्या रावत, सोमनाथ सदन ध्वज वाहिका अंशिका उपकप्तान साहिल, होशियार सदन ध्वज वाहक मारूफ तथा उपकप्तान अर्पिता थीं। खेलो इंडिया खेलो की झलक से सम्पूर्ण क्रीडांगन खेलमय हो गया, स्टार्स आफ इंडिया, लाइटिंग टोज, सन फ्लावर्स डांस, पांम्प पांम्प डांस, अब्रेला डांस, मलखंभ, ऐरोविक्स और जैज बैंड ने खेल दिवस की थीम कलर्स आफ इंडिया को साकार कर दिया। मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि ने शीर्ष स्थान प्राप्त करने खेल प्रतिभागियों को स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक प्रमाण सहित प्रदान किए।
बालिका रेस में झलक, साक्षी, एंजल (100 मीटर रेस) बालक /बालिका रेस में अभिजीत, आर्यन तथा झलक, ऐश्वर्या रावत व साक्षी रहे। प्राथमिक विद्यालय बबीना बाजार जिसे आर्मी पब्लिक स्कूल ने विद्यांजलि कार्यक्रम के अंतर्गत गोद लिया है तथा आधुनिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित किया है इसी कड़ी में आज के कार्यक्रम में एक बार फिर बबीना बाजार की प्रधानाध्यापिका को दो कूलर तथा तीन लाइब्रेरी बुक शेल्फ मुख्य अतिथि ने अपने कर कमलों से तालियों के बीच सौंपे। मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस अनूठे कार्यक्रम के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं आप देश का भविष्य हो, खेल न केवल शारीरिक सुदृढ़ता प्रदान करता है बल्कि मानसिक बौद्धिकता को बढ़ाता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है आपको बहुत-बहुत बधाई और विजयी भवः का आशीर्वाद। मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम को भव्य और दिव्य रूप देने के लिए प्राचार्या डिम्पल शेखावत और शिक्षकों की सराहना की। प्राचार्या डिम्पल शेखावत ने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपकी अनूठी बौद्धिक क्षमता, नवनीत विचार और दूर दृष्टि ने विद्यालय को सुसज्जित रूप प्रदान किया। आपका आभार हमारी शक्ति है। आभार की वेला में प्यारे बच्चों को अनंत आशीर्वाद दिये तथा अभिभावकों का ह्रदय से आभार व्यक्त किया तथा शिक्षकों और कर्मचारियों की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन सोनिका सिंह एवं हरीमोहन पुरोहित ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में नेहा शर्मा (व्यवस्थापिका बाल वाटिका) अरुण दीक्षित, देवेन्द्र दीक्षित, जितेंद्र जैन, दीपक यादव, मनोज मिश्रा, लाजर बरारा, राममोहन मिश्रा, हेमलता, सचिन, सुधीर झा, आरती शर्मा, मेघा सिंह, प्रिया समेत सभी शिक्षकों ने सराहनीय सहयोग दिया। खेत्रपाल सदन प्रमुख राहुल यादव, सोमनाथ सदन शैलेन्द्र शर्मा, अरविंद जैन तारापुर सदन तथा होशियार सदन प्रमुख ब्रिजेश यादव थे।
झांसी : ऐसे महोत्सव से बुंदेली कला संस्कृति का मान बढ़ेगाः कुलपति
बीकेडी में तीन दिवसीय बुन्देली महोत्सव एवं राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन समापन
झांसी। क्रान्तिवीर तात्याटोपे विश्वविद्यालय, गुना (म.प्र.) के कुलपति प्रो. किशन यादव ने कहा कि ऐसे महोत्सव के द्वारा बुंदेली कला संस्कृति का मान बढ़ेगा एवं सम्पूर्ण भारत बुन्देलखण्ड एवं बुंदेली वीरों, कवियों, खिलाड़ियों तथा यहां की प्रतिभाओं से परिचित हो पायेगा। यह बात उन्होंने बुन्देलखण्ड के सर्वाधिक प्राचीन, गौरवशाली, समृद्ध उच्च शिक्षा के संस्थान बुन्देलखण्ड कॉलेज में आयोजित तीन दिवसीय बुंदेली महोत्सव एवं राष्ट्रीय पुस्तक मेले के समापन समारोह पर कही है।
उन्होंने तीन दिवसीय बुंदेली महोत्सव को भव्यता से मनाने के लिए बुन्देलखण्ड कॉलेज के समस्त सम्मानित शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी।बुन्देलखण्ड कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एस.के. राय के नेतृत्व में आयोजित समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में क्रान्तिवीर तात्याटोपे विश्वविद्यालय, गुना (म.प्र.) के कुलपति प्रो. किशन यादव उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में प्रदीप सरावगी (दुग्ध डेयरी संघ डायरेक्टर), शैलेन्द्र प्रातप सिंह (भा.ज.पा. जिला उपाध्यक्ष), मनोहर लाल वाजपेयी (प्रबन्धक, बुन्देलखण्ड कॉलेज), डॉ. नीति शास्त्री (वरिष्ठ समाज सेवी), सन्तराम चौधरी (समाज कल्याण विभाग, उ.प्र. सरकार), डॉ. मिथलेश राठौर (मेडीकल ऑफीसर) एवं बुन्देलखण्ड कॉलेज के पुरातन छात्र डॉ. सुदर्शन शिवहरे, डॉ. मनमोहन मनु, उपस्थित रहे।
बुंदेलखंड के लोक देवता लाला हरदौल की कथा का किया मंचन
अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात बुन्देलखण्ड कॉलेज के नव कुलगीत का सामुहिक गान किया गया। समापन समारोह कार्यक्रम का आकर्षण तरकश लोक कला नाटक केन्द्र झाँसी के कलाकारों द्वारा भावपूर्ण, मार्मिक प्रस्तुति के माध्यम से बुन्देलखण्ड के लोक देवता लाला हरदौल की कथा का मंचन किया गया। जिसने सभी दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। नाटक के लेखक एवं निर्देशक महेन्द्र वर्मा एवं अन्य कलाकार संजय राष्ट्रवादी, राघवेन्द्र सिंह, मंजू वर्मा, अंकुर चाचरा के शानदार अभिनय के लिए कॉलेज के प्राचार्य एवं अतिथियों द्वारा पुष्प एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इसके पश्चात बुन्देली समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली मातृ शक्तियों को बुन्देलखण्ड कॉलेज द्वारा नारी शक्ति वन्दन कार्यक्रम के माध्यम से सम्मानित किया गया।
इनको किया सम्मानित
मुख्य रूप से डॉ. केश गुप्ता (चिकित्सक), डॉ. मोनिका गोस्वामी (चिकित्सक), डॉ. प्रियंका साहू (नगर निगम), डॉ. गीता सहरिया (काउंसलर), कु. राधिका अग्रवाल (शोधकर्ता), डॉ. स्वप्निल मोदी (चिकित्सक), वैष्णवी दीक्षित (ट्रैक मैनेजर), श्रीमती अरूणा गुप्ता (शिक्षिका), प्रगति सिंह (ट्रैक मैनेजर), दिव्यांशी कश्यप (रेलवे) आदि को सम्मानित किया गया।
विभिन्न प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को दिया इनाम
बुन्देली भित्तिचित्र एवं अन्य पारम्परिक कला प्रदर्शनी प्रतियोगिता में निकिता राजपूत प्रथम, अंशिका सिंह द्वितीय एवं महक यादव को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुन्देलखण्ड के पारम्परिक व्यंजन प्रतियोगिता में मेघा एवं मिथलेश सिंह को प्रथम, धीरेन्द्र के समूह को द्वितीय एवं मोहिता कौशल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुन्देलखण्ड की झाँकी प्रतियोगिता में प्रियंका, पायल, साधना, चंचल, काजल, अमन, सत्यम एवं स्नेहा की टीम को प्रथम पुरस्कार, कुदरत यादव, आकाश, मुस्कान की टीम को द्वितीय पुरस्कार एवं सोनम, सत्येन्द्र, जीतेन्द्र, तुषार, संध्या, सुरेन्द्र, अनुराधा की टीम को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुंदेली लोककथा वाचन प्रतियोगिता में रवीना, रामरती को प्रथम, आयुषी श्रीवास्तव को द्वितीय, मोहिता साहू एवं भरत लाल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बुन्देली लोक नृत्य प्रतियोगिता में राई नृत्य के लिए रेंजर्स की टीम को प्रथम, ढिमरियाई नृत्य के लिए रोवर्स की टीम को द्वितीय एवं राई नृत्य के लिए बी.एड. विभाग से प्रियदर्शिनी, प्रियांषी की टीम को तृतीय तथा दीवारी नृत्य के लिए एन.सी.सी. की टीम को भी तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। लोक गीत गायन प्रतियोगिता में एकता को प्रथम, भरत लाल को द्वितीय एवं शिवम हरी को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मयंक त्रिवेदी द्वारा किया गया।
यह लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रो. संजय सक्सेना, प्रो. उमारतन यादव, प्रो. एल.सी. साहू, प्रो. स्मिता जायसवाल, प्रो. नवेन्द्र सिंह, प्रो. नीलम सिंह, प्रो. अश्वनी कुमार, प्रो. अजीत सिंह, प्रो. प्रतिमा सिंह परमार, डॉ. रोबिन कुमार सिंह, डॉ. संतोष रानी, डॉ. हिमानी, डॉ. चंचल कुमारी, डॉ. शिव प्रकाश त्रिपाठी, डॉ. श्याम मोहन पटेल, डॉ. उमेशचन्द्र यादव, डॉ. नरेन्द्र गुप्ता, डॉ. राकेश यादव, डॉ. कमलेश सिंह, डॉ. सुरेन्द्र नारायण, डॉ. रहीस अली, डॉ. चन्दन कुमार सिंह, डॉ. शशि तिवारी, डॉ. वन्दना कुशवाहा, डॉ. रामानन्द जायसवाल, डॉ. ए.एस. परमार आदि शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रमों के सफल संचालन में रत्नेश श्रीवास्तव, भानु प्रताप सिंह, अंकित राज, धनीराम, संजीव कुमार, संजय गुर्जर, ललित वर्मा एवं कल्याण सिंह कुशवाहा, कपिल कुमार सविता का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। समस्त कार्यक्रम में समस्त शिक्षकगण, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उत्साह पूर्वक उपस्थित रहे।