भूखमुक्त और पोषित भारत के निर्माण में सतत कृषि निभाएगी अहम भूमिका – कुलाधिपति

बेहतर भोजन और बेहतर भविष्य के लिए सबका साथ की थीम पर मनाया गया विश्व खाद्य दिवस
झांसी। रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी में आज विश्व खाद्य दिवस 2025 बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम बेहतर भोजन और बेहतर भविष्य के लिए साथ-साथ”* रही। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रोफेसर पंजाब सिंह द्वारा किया गया, जबकि अध्यक्षता कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने की।
इस अवसर पर कुलाधिपति प्रो. पंजाब सिंह ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि “भारत में खाद्य विविधता और पारंपरिक व्यंजनों की समृद्ध परंपरा है। यदि हम स्थानीय स्तर पर उत्पादित अनाज, फल-सब्ज़ियों और पौष्टिक खाद्य पदार्थों को अपनाएँ, तो हम न केवल पोषण सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं बल्कि किसानों की आय भी बढ़ा सकते हैं। सतत् कृषि और संतुलित भोजन ही स्वस्थ समाज और उज्ज्वल भविष्य की नींव हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भारत आज विश्व खाद्य उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी है। देश में अनाज, फल, सब्ज़ियों, दूध और मोटे अनाज के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, पीएम पोषण योजना और चावल फोर्टिफिकेशन जैसी सरकारी योजनाएँ पोषण सुरक्षा को सुदृढ़ कर रही हैं।
कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने* अपने संबोधन में कहा कि “विश्व खाद्य दिवस हमें यह स्मरण कराता है कि खाद्य सुरक्षा और पोषण का संबंध केवल उत्पादन से नहीं, बल्कि सामाजिक सहभागिता और तकनीकी नवाचार से भी है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य है कि हर वर्ग – किसान, वैज्ञानिक, विद्यार्थी और उपभोक्ता – सतत् कृषि और पौष्टिक भोजन के प्रति जागरूक बने। केवल सबका साथ और सबका प्रयास ही ‘बेहतर भोजन और बेहतर भविष्य’ के लक्ष्य को साकार कर सकता है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों में पौष्टिक आहार, स्थानीय संसाधनों के उपयोग और खाद्य नवाचार को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर में “फूड एक्सपो” का आयोजन किया गया, इसमें स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के विद्यार्थी, ‘सुपर मॉम’ ज़हीदा, तथा रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपने-अपने क्षेत्रों के पारंपरिक और पौष्टिक व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई। प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, तमिलनाडु और उत्तर-पूर्वी राज्यों से आए प्रतिभागियों ने मिलेट्स, फल-सब्ज़ियों और स्थानीय अनाजों पर आधारित नवाचारपूर्ण व्यंजन प्रस्तुत किए। ज़हीदा द्वारा तैयार पारंपरिक घरेलू व्यंजन विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. गुंजन, डॉ. रवीन्द्र तिवारी और डॉ. घनश्याम अबरोल ने निदेशक शिक्षा डॉ. अनिल कुमार के मार्गदर्शन में किया। इस अवसर पर डॉ. सुशील कुमार सिंह (निदेशक प्रसार शिक्षा), डॉ. मनीष श्रीवास्तव (डीन उद्यान विज्ञान संकाय), डॉ. गौरव शर्मा, डॉ. शैलेन्द्र, डॉ. प्रियंका शर्मा सहित अनेक संकाय सदस्य एवं अधिकारी उपस्थित रहे। यह आयोजन न केवल विश्व खाद्य दिवस का उत्सव रहा, बल्कि इसने यह संदेश भी दिया कि यदि समाज के सभी वर्ग मिलकर कार्य करें तो “भूखमुक्त, पोषित और आत्मनिर्भर भारत” का सपना साकार किया जा सकता है।

झांसी : कैरियर निर्माण में सही मार्गदर्शन और ज्ञान की आवश्यकता होती है – डॉ. प्रवीण गुप्ता

राजकीय महिला पॉलीटेक्निक की छात्राओं की कैरियर काउंसलिंग का भव्य आयोजन
झांसी। मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, झांसी के इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी विभाग के विशाल सभागार में राजकीय महिला पॉलीटेक्निक, झांसी की छात्राओं के लिए भव्य कैरियर काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पॉलीटेक्निक की छात्राओं एवं संकाय सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, झांसी के संस्थापक अध्यक्ष कैप्टन अरविंद विश्वनाथन, चेयरमैन डॉ. रोहिन विश्वनाथन, प्रबंध निदेशक अपूर्व शुक्ला एवं सचिव श्रीमती रत्ना विश्वनाथन के संरक्षण में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।
काउंसलिंग का संपूर्ण कार्यभार संस्थान के निदेशक डॉ. प्रवीण गुप्ता के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कैरियर निर्माण में सही मार्गदर्शन और ज्ञान की आवश्यकता होती है। सफलता के लिए अपने लक्ष्य को निर्धारित करें और अपने कौशल को विकसित करें। कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. सत्येंद्र स्वर्णकार ने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा आपका भविष्य आपके आज के प्रयासों पर निर्भर करता है। कड़ी मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन से कोई भी सफलता को प्राप्त कर सकता है। असोसिएट प्रोफेसर इंजीनियर सुरेंद्र मोहन पाठक ने छात्राओं को विभाग का भ्रमण कराते हुए आधुनिक प्रयोगशालाओं एवं संसाधनों की विस्तृत जानकारी दी।
कैरियर काउंसलिंग में विशेषज्ञ मयंक निगम ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अनेक अवसर उपलब्ध हैं। सही क्षेत्र का चयन और उस पर फोकस करना ही सफलता की कुंजी है। कार्यक्रम के अंत में डॉ. प्रवीण गुप्ता ने सभी छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए आभार व्यक्त किया और कहा शिक्षा सिर्फ डिग्री प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि यह आपके व्यक्तित्व को निखारने और आत्मनिर्भर बनाने का साधन है। अपने सपनों को साकार करने के लिए हमेशा सीखते रहिए। काउंसलिंग सत्र में छात्राओं ने अपने करियर से संबंधित अनेक प्रश्न पूछे और आगे भी मार्गदर्शन प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी उपस्थित शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं काउंसलर्स को धन्यवाद दिया गया।